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Eye Twitching Cause: अच्छा नहीं होता आंखों का फड़कना, सेहत के लिए है खतरे की घंटी
Eye Twitching Cause: अगर आंख फकड़ने को आप शुभ और अशुभ बातों से जोड़ देते हैं तो शायद यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है क्योंकि क्या आपको पता है कि आंख फकड़ना भी सेहत के लिए खतरनाक है।
Eye Twitching Cause: अगर आंख फकड़ने को आप शुभ और अशुभ बातों से जोड़ देते हैं तो शायद यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है क्योंकि क्या आपको पता है कि आंख फकड़ना भी सेहत के लिए खतरनाक है। अगर नहीं पता तो अब यह जान लें और ध्यान में रखें कि आंख फड़कना सेहत के लिए मुसीबत खड़ा कर सकता है। ऐसी कई बीमारियां हैं जिनके कारण आंख फड़कता है। आइए जानते हैं आंख फड़कने से सेहत को क्या नुकसान हो सकता है।
डिप्रेशन (Depression)
डिप्रेशन के कारण आंख फड़क सकती है। दरअसल डिप्रेशन के कारण जब नींद पूरी नहीं होती और आप तनाव में रहने लगते हैं, तब आंख फड़कने की समस्या हो सकती है। अगर ऐसा हो रहा है तो कोशिश करें डिप्रेशन को खुद पर हावी नहीं होने दे। साथ ही तनाव से भी खुद को दूर रखने की कोशिश करना चाहिए। आपको इससे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए।
आंखों की समस्या
आंखों की समस्या के कारण आंख फड़क सकती है। दरअसल आंखों में मांसपेशियों से संबंधित समस्या होने पर यह परेशानी देखी जा सकती है। अगर लगातार आपकी यह समस्या हो रही तो डॉक्टर से संपर्क करना चहिए। इसी स्थिति में डॉक्टर से चेक जरूर कराएं क्योंकि यह आंखों से जुड़ी कोई समस्या हो सकती है।
पोषण की कमी
शरीर में अगर पोषण की कमी हो जाए तो आंख फड़कने की समस्या भी हो जाती है। दरअसल शरीर में मैग्नीशियम की कमी होने पर आंख फड़कने की समस्या होती है। इसके अलावा ज्यादा कैफीन का सेवन भी इसका कारण हो सकता है। जब भी यह समस्या हो अपने डाइट पर ध्यान दें और मैग्नीशियम युक्त आहार को शामिल करें।
मायोकेमिया के कारण (Myokymia)
अगर आंख फड़कने की समस्या कुछ दिनों तक लगातार बनी हुई है तो इसे इग्नोर नहीं करें क्योंकि यह आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकती है। दरअसल मायोकेमिया के कारण भी आंख फड़कती है। मायोकेमिया मांसपेशियों की सामान्य सिकुड़न के कारण होता है। इससे आंख की नीचे वाली पलक पर ज्यादा असर पड़ता है। ये थोड़े समय के लिए होता है। लाइफस्टाइल में बदलाव करके इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
ब्लेफेरोस्पाज्म के कारण (Blepharophimosis)
ब्लेफेरोस्पाज्म के कारण भी आंख फड़कता है। दरअसल ब्लेफेरोस्पाज्म एक गंभीर बीमारी है, जिसमें इंसान की आंख पर कुछ सेकंड से लेकर मिनट या कुछ घंटों तक फर्क पड़ सकता है। इसमें ऐंठन बहुत ज्यादा होती है, जिसके कारण इंसान की आंख तक बंद हो सकती है। जिसमें चाहकर भी आंख फड़कने की एक्टिविटी को कंट्रोल नहीं किया जा सकता।
नर्व डिसॉर्डर के कारण
नर्व डिसॉर्डर के कारण भी आंख फड़कने की समस्या हो सकती है। इसमें बैन पल्सी, डिस्टोनिया, सर्विकल डिस्टोनिया, मल्टीपल सेलोरोसिस और पार्किन्सन जैसे विकार शामिल हैं। इसके अलावा इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए अपने लाइफस्टाइल में भी बदलाव कर सकते हैं। इसलिए अगर आपको लगातार आंख फड़कने की शिकायत हो रही है तो डॉक्टर से संपर्क करें। थोड़ी भी लापरवाही आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है।