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Stroke in Women: महिलाओं को ज्यादा होती है स्ट्रोक की परेशानी, जानें कब होता है रिस्क

Stroke in Women : सही खानपान, नियमित व्यायाम, समय पर आराम और स्ट्रेस को कम करने के तरीके जैसे मेडिटेशन, योग या मनोरंजन महत्त्वपूर्ण होते हैं। स्वास्थ्य सम्बंधित संपूर्ण जानकारी हासिल करने और स्वास्थ्य सेवाओं का नियमित चेकअप कराना भी बहुत जरूरी है।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 10 Jan 2024 7:00 AM IST (Updated on: 10 Jan 2024 7:00 AM IST)
Stroke in Women
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Stroke in Women (Photos - Social Media)

Stroke in Women : तेजी से बदलती लाइफस्टाइल और बढ़ती दुनियां में जीने के प्रेशर ने लोगों के स्वास्थ्य पर असर डालना शुरू कर दिया है। वर्क प्रेशर, अनियमित खानपान, कम व्यायाम और स्ट्रेस सेहत के लिए खतरनाक हो सकते हैं और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ाते हैं। इससे बचाव के लिए, सही खानपान, नियमित व्यायाम, समय पर आराम और स्ट्रेस को कम करने के तरीके जैसे मेडिटेशन, योग या मनोरंजन महत्त्वपूर्ण होते हैं। स्वास्थ्य सम्बंधित संपूर्ण जानकारी हासिल करने और स्वास्थ्य सेवाओं का नियमित चेकअप कराना भी बहुत जरूरी है।

मध्यम आयु वर्ग की महिलाओं में स्ट्रोक की घटनाएं बढ़ जाती हैं, जो कि कई कारणों से जैसे स्वास्थ्य और लाइफस्टाइल में बदलाव, स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच में असमानता, या संभावित मेडिकल कंडीशन्स के वजह से हो सकता है। 85 वर्ष से कम उम्र के ज्यादातर पुरुषों में स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है। इसमें वृद्धि के साथ-साथ कई अन्य कारण जैसे बढ़ती उम्र, स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याएं, धमनी में ठहराव, या अन्य मेडिकल कंडीशन्स शामिल हो सकते हैं।

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हाई ब्लड प्रेशर

हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) महिलाओं में स्ट्रोक का प्रमुख कारण हो सकता है। CDC के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर एक महिला के लिए स्ट्रोक का मुख्य रिस्क फैक्टर हो सकता है। अगर हाई ब्लड प्रेशर नियंत्रित नहीं होता, तो यह रक्त वाहिकाओं (ब्लड वेसल्स) पर बढ़ता हुआ दबाव डाल सकता है जिससे वे नुकसान उठा सकती हैं। यह फटने या बंद होने के कारण स्ट्रोक का कारण बन सकता है।

प्रेग्नेंसी

प्रेग्नेंसी के दौरान, महिलाओं को हार्मोनल परिवर्तन और शारीरिक बदलाव का सामना करना पड़ता है, जिससे उनका ब्लड प्रेशर बदल सकता है। हाई ब्लड प्रेशर (प्रीक्लैम्प्सिया या इक्लैम्प्सिया के रूप में जाना जाता है) का होना प्रेग्नेंसी के दौरान स्ट्रोक का एक मुख्य कारण हो सकता है। प्रीक्लैम्प्सिया एक संक्रामक हालत हो सकती है जिसमें ब्लड प्रेशर बहुत तेजी से बढ़ जाता है और यह मां और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है। यह स्थिति स्ट्रोक, अन्य सामान्य रक्तचाप से संबंधित समस्याएं और अन्य गंभीर स्वास्थ्य संक्रमणों का कारण बन सकती है।

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महिलाओं में स्ट्रोक के लक्षण

चानक और असमर्थता

अचानक बोलने में समस्या

चेहरे की मुस्कान संकटित होना

सिरदर्द

दौरियापन या भ्रम



Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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