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Irritable Bowel Syndrome: क्या हैं इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, किन किन चीजों से रहे दूर

Irritable Bowel Syndrome : इस बीमारी को पूरी तरह तो ठीक नहीं किया जा सकता लेकिन यदि आप अपनी बिजी लाइफस्टाइल में से खुद के लिए थोड़ा समय निकालते हैं और इस पर ध्यान देते हैं तो आप इस बीमारी को जल्द से जल्द ठीक कर सकते हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 31 Jan 2024 12:30 PM IST (Updated on: 31 Jan 2024 12:31 PM IST)
Irritable Bowel Syndrome
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Irritable Bowel Syndrome (Photos - Social Media)

Irritable Bowel Syndrome : इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) या आईबीएस एक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर है जो पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। यह एक क्रॉनिक और बाधापूर्ण स्थिति है जो पेट में दर्द, ऐंठन, बदहजमी, उबकाई, दस्त, कब्ज, या अधिक गैस की समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं। इस सिंड्रोम की वजह स्पष्ट नहीं है, लेकिन कई कारकों जैसे कि आहार और जीवनशैली में बदलाव, स्ट्रेस, और आंतरिक रोगों का सामना करने की क्षमता में बदलाव के साथ संबंधित हो सकते हैं। बता दें कि इस बीमारी को पूरी तरह तो ठीक नहीं किया जा सकता लेकिन यदि आप अपनी बिजी लाइफस्टाइल में से खुद के लिए थोड़ा समय निकालते हैं और इस पर ध्यान देते हैं तो आप इस बीमारी को जल्द से जल्द ठीक कर सकते हैं बता दे कि इन फूड से आपको दूरी बना लेना चाहिए क्योंकि फास्ट फूड आपके शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक होता है आईए जानते हैं इरिटेबल बाउल सिंड्रोम की समस्या से बचने के लिए कौन सा खाना नहीं खाना चाहिए।

Irritable Bowel Syndrome


कैफीन

कैफीन आईबीएस या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम के रोगियों के लिए बेहद नुकसानदायक होता है। कैफीन पाचन तंत्र को उत्तेजित करके पेट समस्याओं को बढ़ा सकता है और इससे दर्द, दस्त, और अन्य लक्षण हो सकते हैं। इसलिए, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम या आईबीएस के रोगियों को कैफीन युक्त आहार से बचने की सलाह दी जाती है। इसमें कॉफी, चाय, सोडा, चॉकलेट और अन्य कैफीन से भरपूर आहार शामिल हैं।

कैफीन


हाई फैट फूड्स

इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) के रोगियों के लिए हाई फैट फूड्स का सेवन करना नुकसानदायक होता है। हाई फैट फूड्स, जैसे कि फ्राइड फूड्स, फैटी मीट्स, मिठाई, और तेलीय खाद्य पदार्थ IBS के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं और डायरिया, पेट दर्द, या अन्य पेट संबंधित समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं। इसलिए यदि कोई व्यक्ति IBS से पीड़ित है, तो उन्हें हाई फैट फूड्स को नहीं खाने की सलाह दी जाती है। इससे उनकी समस्याएं होने की संभावना कम हो जाती है।

कैफीन


डेयरी प्रोडक्ट्स

लैक्टोज इंटॉलरेंस आईबीएस के रोगियों में एक सामान्य समस्या हो सकती है और इसके कारण डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करने से उन्हें परेशानी हो सकती है। लैक्टोज इंटॉलरेंस एक स्थिति है जिसमें शरीर लैक्टोज, जो दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स में पाया जाता है, को ठीक से प्रोसेस नहीं कर पा रहा है। इसके परिणामस्वरूप लोगों को दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स को पचा पाने में दिक्कत हो सकती है।

डेयरी प्रोडक्ट्स




Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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