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Gobi Manchurian Ban: जानिए मंचूरियन और कॉटन कैंडी पर क्यों लगा बैन ? बड़ी वजह आई सामने

Gobi Manchurian Cotton Candy Ban: कर्नाटक सरकार ने सोमवार को गोभी मंचूरियन और कॉटन कैंडी पर बैन लगा दिया है आइये जानते हैं क्या है इसके पीछे की वजह।

Shweta Srivastava
Published on: 11 March 2024 12:19 PM GMT
Gobi Manchurian Cotton Candy Ban
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Gobi Manchurian Cotton Candy Ban (Image Credit-Social Media)

Gobi Manchurian Cotton Candy Ban: अगर आप कॉटन कैंडी और गोभी मंचूरियन को बड़े चाव से खाते हैं तो जान लीजिये कि इसे कर्नाटक सरकार ने अपने राज्य में बैन कर दिया है। आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला और आखिर ऐसा निर्णय क्यों लिया गया है।

गोभी मंचूरियन और कॉटन कैंडी पर लगा बैन

कर्नाटक सरकार ने सोमवार को इन खाद्य पदार्थों में कैंसरकारी रसायन पाए जाने के बाद रंगीन कॉटन कैंडी और कृत्रिम रूप से रंगीन गोभी मंचूरियन की तैयारी और बिक्री पर रोक लगाने का आदेश दिया है। हालाँकि, स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडुराव ने इन वस्तुओं की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध से इनकार किया।

पड़ोसी तमिलनाडु और गोवा सरकारों द्वारा क्रमशः कॉटन कैंडी और गोभी मंचूरियन की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के बाद, कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने भी बेंगलुरु और राज्य के अन्य हिस्सों से 200 से अधिक नमूने प्राप्त किए और उन्हें जांच के अधीन लिया गया है। वहीँ अब उन नमूनों का कैंसर पैदा करने वाले रसायनों के खिलाफ विश्लेषण किया जाना है।

गौरतलब है कि परीक्षण के परिणामों की जानकारी देते हुए, स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडुराव राव ने कहा, “171 गोभी के नमूनों में से, 107 नमूनों में टार्ट्राज़िन, सनसेट येलो और कार्मोसिन रंग जैसे कार्सिनोजेनिक रसायनों के लिए पॉजिटिव परीक्षण किया गया। इसी तरह, कॉटन कैंडी के 25 नमूनों में से लगभग 15 नमूनों में टार्ट्राज़िन और रोडामाइन-बी जैसे कृत्रिम और कैंसर पैदा करने वाले रसायन पाए गए।

उन्होंने आगे बताया कि परीक्षण अध्ययनों और कृत्रिम रंगों के उपयोग की पुष्टि के आधार पर, सरकार ने कार्रवाई का आदेश दिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि, "खाद्य विक्रेताओं, भोजनालयों और होटल/रेस्तरां द्वारा इस आदेश का कोई भी उल्लंघन करने पर 7 साल की कैद से लेकर आजीवन कारावास और ₹10 लाख के जुर्माने के अलावा व्यापार लाइसेंस रद्द करने तक की सजा हो सकती है ।"

हालाँकि, इन खाद्य पदार्थों की बिक्री पर कोई भी प्रतिबंध या रोक नहीं लगाई गयी है। इस पर स्वास्थ मंत्री का कहना है कि “गोभी एक पौष्टिक सब्जी है और लोगों को इसे खाना चाहिए। हम केवल उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं जो कृत्रिम और सिंथेटिक रसायनों का उपयोग करते हैं। इसी तरह, बिना रंग वाली कैंडी (सफेद) को भी बिक्री की अनुमति दी गई है।"

इसके अलावा आपको बता दें कि लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाये जाएंगे। साथ ही स्टॉलों और भोजनालयों की सैंपलिंग और नियमित जांच अधिक से अधिक हो इसके लिए कर्मियों को भी तैनात किया जायेगा।

तो अगर आप या आपके बच्चे कॉटन कैंडी या गोभी मंचूरियन जैसे खाद्य पदार्थ खाते हैं तो इसपर विचार करने की ज़रूरत है।

Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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