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फिर फैल रहा Swine Flu का प्रकोप , 8 राज्यों में बढ़ी निगरानी, अबतक 6 की मौत

Swine Flu का संक्रमण 8 राज्यों में तेजी से फैल रहा है। जनवरी 2025 में 516 लोग संक्रमित हुए, जिनमें से 6 की मौत हो गई। केरल, कर्नाटक, और तमिलनाडु में स्थिति गंभीर, NCDC ने निगरानी बढ़ाई।

Newstrack          -         Network
Published on: 11 March 2025 3:50 PM IST
फिर फैल रहा Swine Flu का प्रकोप , 8 राज्यों में बढ़ी निगरानी, अबतक 6 की मौत
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Swine Flu (H1N1) वायरस का संक्रमण फिर से फैलता हुआ नजर आ रहा है। इस वायरस का प्रसार देश के 8 राज्यों में तेजी से हो रहा है। जनवरी 2025 में 16 राज्यों में 516 लोग इस संक्रमण का शिकार हुए, जिनमें से 6 लोगों की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। सबसे अधिक मौतें केरल में हुई, जहां 4 लोग अपनी जान गंवा बैठे, जबकि कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में 1-1 मौत का मामला सामने आया। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में स्थिति गंभीर बनी हुई है।

NCDC ने इन राज्यों में स्वाइन फ्लू की निगरानी बढ़ाने की सलाह दी है। तमिलनाडु में 209, कर्नाटक में 76, केरल में 48, जम्मू-कश्मीर में 41, दिल्ली में 40, पुडुचेरी में 32, महाराष्ट्र में 21 और गुजरात में 14 मामले सामने आए हैं।

रिपोर्ट में क्या है?

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपी गई रिपोर्ट में NCDC ने बताया कि 2024 में 20,414 लोग इस संक्रमण का शिकार हुए, जिनमें से 347 की मृत्यु हो गई। 2019 में 28,798 मामले दर्ज हुए थे, जिनमें 1,218 लोगों की मौत हुई थी। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने तत्काल प्रतिक्रिया के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है। टास्क फोर्स में स्वास्थ्य मंत्रालय, NCDC, ICMR, दिल्ली AIIMS, PGI चंडीगढ़, NIMHANS बंगलुरू, और विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी विभाग सहित विभिन्न मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। बता दें, H1N1 एक इन्फ्लूएंजा वायरस है जिसे स्वाइन फ्लू भी कहा जाता है।

स्वाइन फ्लू के लक्षण क्या हैं?

यह वायरस पहले केवल सूअरों को प्रभावित करता था, लेकिन अब यह इंसानों को भी संक्रमित कर रहा है। इसके लक्षणों में बुखार, थकान, भूख न लगना, खांसी, गले में खराश, उल्टी और दस्त शामिल हैं। यह वायरस ऊपरी और मध्य श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और कोरोना की तरह एक से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। भारत में 2009 में पहली बार इसका मामला सामने आया था, और तब से लेकर 2018 तक भारत में इसके कारण मृत्यु दर काफी अधिक रही।

Shivam Srivastava

Shivam Srivastava

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