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HFMD Disease: बच्चों और बूढ़ों को हाथ, पैर और मुंह की बीमारी के होने का सर्वाधिक खतरा, जानें लक्षण और उपचार

HFMD Disease: हालांकि विशेषज्ञों की राय में हाथ-पैर और मुंह की बीमारी के लिए कोई अलग से विशेष इलाज का विकल्प उपलब्ध नहीं है लेकिन इसके लिए कई ऐसे बचाव के तरीके भी मौजूद है जिसके जरिए आप इस समस्या से बचे रह सकते हैं।

Preeti Mishra
Written By Preeti Mishra
Published on: 8 Jun 2022 7:34 PM IST
Hand, foot and mouth disease
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Hand, foot and mouth disease (Photo credit:Social Media)

HFMD Disease: हाथ, पैर और मुंह की बीमारी (Hand, Foot, and Mouth Disease) संक्रमण के कारण लोगों में फैलती है। बता दें कि एंटरोवायरस को HFMD Disease के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार माना जाता है। आमतौर पर इस तरह के वायरस दूषित पानी और गंदगी में होते हैं जो सीधे आपके हाथ, पैर और मुंह के संपर्क में आ जाते हैं। जिसके कारण ये बीमारी धीरे-धीरे आपके शरीर को ही अपना शिकार बना लेती हैं।

हालांकि विशेषज्ञों की राय में हाथ-पैर और मुंह की बीमारी के लिए कोई अलग से विशेष इलाज का विकल्प उपलब्ध नहीं है लेकिन इसके लिए कई ऐसे बचाव के तरीके भी मौजूद है जिसके जरिए आप इस समस्या से बचे रह सकते हैं।

गौरतलब है कि आमतौर पर हाथ, पैर और मुंह की बीमारी (HFMD) का सबसे ज्यादा खतरा बच्चों में होता है। लेकिन ये बीमारी बच्चे, बड़े और बुजुर्ग हर आयु वर्ग के लोगों को अपना शिकार बना सकता है। बता दें कि कई बार इसके लक्षणों को लोग सही तरीके से समझ नहीं पाते हैं जिसके कारण रोगी अत्यधिक परेशान और बीमार हो सकता है।

इसलिए ये बेहद जरुरी है कि आप हाथ, पैर और मुंह की बीमारी के लक्षणों को सही से पहचान कर उसका इलाज़ शुरू कर दें।

इस बीमारी के लिए शरीर में कई तरह के लक्षण और संकेत दिखाई दिए जा सकेत हैं। लेकिन शुरुआती दौर में इस बीमारी को जानना आसान नहीं होता है। अक्सर लोगहाथ, पैर और मुंह की इस समस्या को एलर्जी से जोड़ कर देखने लगते है। इसका मुख्य कारण है लोगों को इस बीमारी को लेकर जागरूकता का आभाव होना।

हाथ, पैर और मुंह की बीमारी" (HFMD) बीमारी शुरूआती लक्षणों में तेज बुखार, खुद में थकावट महसूस करना, भूख न लगने जैसे आम संकेत, त्वचा पर लाल दाने, लालिमा, खुजली और जलन, हथेली और तलवे बुरी तरह से प्रभावित होना, त्वचा को लेकर चिड़चिड़ापन और मुंह में लंबे समय तक छाले बने रहना शामिल है।

हाथ, पैर और मुंह की बीमारी" (HFMD) होने कारण

हाथ-पैर और मुंह की बीमारी का सबसे बड़ा कारण कॉक्ससैकीवायरस संक्रमण को ही माना जाता है, इसे नॉनपोलियो एंटोवायरस के नाम से भी जाना जाता है। वहीं, कुछ प्रकार के एंटरोवायरस कभी-कभी हाथ-पैर और मुंह की बीमारी का भी कारण बनते हैं, जिसके कारण धीरे-धीरे आपके शरीर में फैलने के कारण ज्यादातर हिस्सों में इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इसके अलावा इसमें बेहद सावधानी रखने की जरुरत होती है क्योंकि ये बीमारी किसी एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकती है। दूसरी तरफ जो लोग गंदगी में काम करते हैं उन लोगों में इस बीमारी के होने खतरा बहुत ज्यादा होता है। इसलिए एक्सपर्ट्स इस बीमारी से बचे रहने के लिए अपने आस- पास सफाई रखने की सलाह देते हैं।

कब तक रहती है हाथ, पैर और मुंह की बीमारी

इस संक्रमण की चपेट में आने के बाद करीब 2 से 3 दिनों के अंदर ही लोगों को इसके लक्षण नजर आने शुरू हो जाते हैं। लेकिन इके साथ आपके सामने आ सकतीसके लक्षणों की जांच के बाद ही इस बीमारी की पुष्टि की जाती है। गौरतलब है कि शुरूआती दौर में बेहद हलकी लक्षणहोने के कारण लोग कई बार इसे नजरअंदाजकर सकते हैं। लेकिन अगर इसके लिए आप डॉक्टर से संपर्क नहीं करते तो ये धीरे-धीरे आपके श्वसन में पहुंच कर आपको 2 से 8 हफ्तों तक परेशान कर सकता है।इसलिए जरुरी है आप रहते डॉक्टर से संपर्क करें।

वयस्कों या बुजुर्गों या बच्चों किसे है इसका ज्यादा खतरा ?

हाथ, पैर और मुंह की ये बीमारी किसी भी आयु वर्ग के लोगों को अपना शिकार बना सकती है। ख़ास कर ऐसे लोग जो लोग साफ-सफाई से दूर रहते हैं। लेकिन अगर बात की जाए कि ये वयस्कों या बुजुर्गों के लिए कितनी खतरनाक है या इसका कितना खतरा है। तो ज्यादातर ऐसे मामलों में काफी दिन तक लक्षण नहीं दिखाई दिए जा सकते। लेकिन अगर बहुत दिनों तक आपका खाना-पीना और जीवनशैली उस संक्रमण के साथ रहेगी तो इसके कारण आपको कुछ समय के बाद लक्षण नजर आ सकते हैं। लेकिन अगर सीधे तौर पर कहा जाए तो हाथ, पैर और मुंह की ये बीमारी बच्चों को ज्यादा अपना शिकार बनाती है।

उपचार

एक्सपर्ट के अनुसार , एचएफएमडी (Hand, Foot, And Mouth Disease) का सीधे तौर पर कोई विशेष उपचार नहीं है लेकिन कुछ एंटीबायोटिक्स और जीवनशैली में कुछ अहम बदलावों की मदद से इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। साथ ही आप अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाकर भी आप इस बीमारी को फैलाने वाले वायरस को हरा सकते हैं ।

बचाव के तरीके (Preventions)

खाना खाने से पहले हाथ धोएं, बच्चों में ये आदत डालनी बहुत जरूरी है कि वो हमेशा खाना खाने से पहले अपने हाथ जरूर धोएं जिसके कारण हाथों में मौजूद कई प्रकार के बैक्टीरिया-वायरस को भी मारकर उनके शरीर में जाने से बचाया जा सकता है।

साफ कपड़ें जरूरी

गर्मी हो या सर्दी कई दिनों तक एक ही कपड़े पहने रहने के कारण आप कई तरह के संक्रमण की चपेट में भी आने लगते हैं। ये आदत आपको और आपके बच्चे को बीमारी बना सकती है। इसके लिए जरूरी है कि आप रोजाना साफ और धुले हुए कपड़े ही पहनें।

स्वच्छता का रखें विशेष ख्याल

जैसा कि पहले बताया गया कि इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण है गंदगी, जिसके कारण लोग सपेट में आसानी से आ सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपने घर और बाथरूम को अच्छी तरह से साफ रखें। इससे आप किसी भी संक्रमण से आसानी से बचे रह सकते हैं। इसके लिए बेहद जरुरी कि आप बाहर खाने-पीने से बचे रहे ताकि इस ऐसे भोजन का दुष्प्रभाव आपके शरीर पर ना पड़ें।



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Rakesh Mishra

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