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Monkeypox: हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह, मंकीपॉक्स से बचाव के लिए कोविड गाइडलाइन का पालन करें
हेल्थ एक्सपर्ट ने बताया कि मंकीपॉक्स के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल कोविड प्रोटोकॉल के ही समान है। इसका मतलब ये है कि मंकीपॉक्स से बचने के लिए कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन जारी रखना होगा।
Monkeypox: दुनिया में मंकीपॉक्स के मामले (Monkeypox Case) तेजी से बढ़ रहे हैं। इस साल यानी 2022 के मई माह में पहला केस ब्रिटेन (monkeypox First case found in Britain) में सामने आने के बाद ये अब तक दुनिया के 75 देशों में अपने पैर पसार चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, दुनिया में फिलहाल 16 हजार से अधिक मंकीपॉक्स के मामले सामने आ चुके हैं। मंकीपॉक्स अब भारत के लिए चिंता का सबब बनता जा रहा है। जुलाई माह में अब तक चार मामले इसके सामने आ चुके हैं।
दिल्ली में मिला मंकीपॉक्स का पहला मामला
ताजा मामला राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का है, जहां 31 वर्षीय व्यक्ति जांच में इस वायरस से संक्रमित (Monkeypox Case In Delhi) पाया गया है। उसे दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल (Loknayak Jaiprakash Narayan Hospital of Delhi) में रखा गया है। इससे पहले तीन मामले केरल से सामने आ चुके हैं। दिल्ली में सामने आए मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग इसलिए भी चिंतित है क्योंकि इस मरीज की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है जबकि केरल के तीनों मरीज यूएई से आए थे।
ऐसे में मंकीपॉक्स को अब हल्के में नहीं लिया जा सकता अन्यथा कोरोना महामारी की तरह ये भी महंगा पड़ सकता है। मंकीपॉक्स के बारे में फिलहाल आम लोगों के पास अधिक जानकारी नहीं है, इसलिए उन्हें नहीं पता कि इससे दूर रहने लिए किस प्रकार की सावधानियां बरतने की जरूरत है। इसके बारे में जानने के लिए हमने एक हेल्थ एक्सपर्ट से बात की, जिन्होंने बताया कि मंकीपॉक्स के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल कोविड प्रोटोकॉल के ही समान है। इसकी मतलब ये है कि मंकीपॉक्स से बचने के लिए कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन जारी रखना होगा।
मंकीपॉक्स के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल
- मास्क पहनें और सामाजिक दूरी का पालन करें।
- किसी तरह का लक्षण सामने आने के बाद तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- मंकीपॉक्स के मरीजों की देखभाल करते समय पीपीई किट, दस्ताने, एन-95 मास्क और फेस शील्ड का इस्तेमाल करें।
- संक्रमित व्यक्ति के किसी भी चीज मसलन बर्तन, तौलिये, कपड़े और बिस्तर से संपर्क में आने से बचें।
बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने मंकीपॉक्स को लेकर पूरी दुनिया में स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा कर दी है। स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि ये बीमारी मरीज से स्किन टू स्किन कॉनटेक्ट करने से या फिर उसे खाना खिलाने से भी फैलता है। ब्रिटिश हेल्थ एजेंसी ने भी इससे पहले ऐसा ही दावा किया था।