Health Tips: बच्चों में बढ़ रही ओबेसिटी की समस्या को कैसे करें नियंत्रित, फॉलो करें ये टिप्स

Health Tips: बच्चों में बढ़ रही मोटापे की समस्या को आप आसानी से सुलझा सकते हैं आइये जानते हैं इसके लिए क्या कर सकते हैं हम।

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Published on: 8 Aug 2024 6:27 PM GMT (Updated on: 8 Aug 2024 6:31 PM GMT)
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Health Tips (Image Credit-Social Media)

Health Tips: बच्चों में बढ़ती मोटापे की समस्या एक वैश्विक चिंता का कारण बनती जा रही है। जिसका असर न सिर्फ भविष्य में देखने को मिलेगा बल्कि वर्तमान में भी इसके परिणाम भुगतने पड़ रहे हैं। वहीँ विश्व स्वास्थ संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज़्यादा मोटापे के शिकार 5-19 वर्ष के बच्चे और युवक आते हैं। आइये जानते हैं किस तरह बच्चों में बढ़ रही इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।

बचपन का मोटापा एक दीर्घकालिक बीमारी है जो बच्चों के विकास और समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। वहीँ अगर बचपन में ही मोटापे की समस्या को नियंत्रित कर लिया जाये तो वयस्कता में स्वास्थ्य समस्याओं से बचने में मदद मिल सकती है। एक रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका में बचपन का मोटापा 14.7 मिलियन बच्चों और किशोरों को प्रभावित करता है। वहीँ विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 5-19 वर्ष की आयु के 390 मिलियन से अधिक बच्चे और किशोर अधिक वजन वाले थे, जिनमें दुनिया भर में 160 मिलियन से अधिक लोग मोटापे के साथ जी रहे थे।

वहीँ आज हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं जो बच्चों में मोटापे को कम कर सकती हैं जिसमे सबसे पहले आता है बच्चों में स्वस्थ भोजन वातावरण को बनाना। संतृप्त वसा और चीनी से कैलोरी सीमित करना, ज्यादातर समय पौष्टिक भोजन करना और नियमित रूप से व्यायाम करना बच्चों में मोटापे के विकास को रोकने में मदद कर सकता है। वैसे ये इतना आसान भी नहीं है लेकिन मुश्किल भी नहीं।

बचपन में मोटापे की दर को कम करने में परिवार, समुदाय और खाद्य उद्योग सहित कई पक्ष शामिल होते हैं। खाद्य उद्योग बच्चों के आसपास के खाद्य वातावरण को आकार देने में एक प्रमुख भूमिका निभाता है। खाद्य उद्योग खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता में सुधार करके बचपन के मोटापे को रोकने में मदद कर सकता है, जिसमें शामिल हैं:

  • प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में वसा, चीनी और नमक की मात्रा को सीमित करना
  • पौष्टिक खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराना जो किफायती और सुलभ हों
  • बच्चों और किशोरों के लिए चीनी या वसा युक्त खाद्य पदार्थों के विज्ञापनों को सीमित करना

इसके साथ ही साथ अगर पारिवार का साथ बच्चे को पूरी तरह से मिलता है तो इसका प्रभाव उनपर ज़्यादा होता है। क्योंकि परिवार और घरेलू जीवन बच्चे में मोटापा विकसित होने की संभावनाओं में योगदान कर सकता है। उदाहरण के लिए, परिवार के सदस्य व्यायाम के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धता के लिए एक मजबूत आधार विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के साथ सक्रिय खेल को प्रोत्साहित करने से बच्चों को सक्रिय रहने में रुचि रखने में मदद मिल सकती है। परिवार ये भी चुनते हैं कि बच्चे कैसे खाएं। माता-पिता और देखभाल करने वाले बच्चों की खाने की आदतों के लिए मॉडल प्रदान करते हैं।

Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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