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Diabetes: क्या कार्ब्स डायबिटीज के खतरे को कर सकता है कम? जानें डायबिटीज में कैसे हैं फायदेमंद
Healthy Carbs for Diabetes: डायबिटीज के मरीजों में भोजन को लेकर कई भ्रांतियां हैं। डायबिटीज यानी आम भाषा में बोला जाए तो चीनी की बीमारी। डायबिटीज में मरीज पहले जहां चीनी को लेकर सतर्कता बरतते थे।
Healthy carbs for diabetes: डायबिटीज के मरीजों में भोजन को लेकर कई भ्रांतियां हैं। डायबिटीज यानी आम भाषा में बोला जाए तो चीनी की बीमारी। डायबिटीज में मरीज पहले जहां चीनी को लेकर सतर्कता बरतते थे अब कार्बोहाइड्रेट्स को लेकर भी मरीजों के मन में सवाल खड़े होने लगे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कार्बोहाइड्रेट को नियमित रूप से खाया जाए तो टाइप-2 मधुमेह के खतरे को मात दे सकता है। हालांकि ज्यादा कार्बोहाइड्रेट का सेवन रक्त में शुगर की मात्रा भी बढ़ा सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं क्या कार्ब्स डायबिटीज के खतरे को कम कर सकता है
दरअसल कार्बोहाइड्रेट का सीधा असर ब्लड शुगर के लेवल पर पड़ता है, जिसके कारण पाचन क्रिया के दौरान खून में यह ब्लड शुगर पर प्रभाव डालता है। कार्बोहाइड्रेट शरीर को ग्लूकोज के रूप में ऊर्जा प्रदान करता है लेकिन इसका ज्यादा सेवन कई तरह की समस्याएं भी पैदा कर सकता है। मधुमेह के रोगियों को अपने कुल खाने में 55-60 फीसदी कैलोरी कार्बोहाइड्रेट से लेना चाहिए। यानी आप जो आहार दिन भर में खा रहे हैं, उसका केवल आधा या कुछ ज्यादा हिस्सा ही कार्बोहाइड्रेट को देना चाहिए। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि जो आहार आप खा रहे हैं उनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स लो होना चाहिए। मधुमेह रोगियों को खाने में लो-कार्बोहाइड्रेटयुक्त आहार का सेवन करना चाहिए, इससे भूख कम लगती है और वजन भी कंट्रोल में रहता है। आप अपने आहार में हरी सब्जियां, मूंग दाल, सोया, काला चना, ब्राउन राइस, अंडे का सफेद हिस्सा और राजमा आदि को शामिल कर सकते हैं।
दरअसल विशेषज्ञों के अनुसार क्विनोआ का सेवन करना डायबिटीज में फायदेमंद बताया गया है क्योंकि क्विनोआ के सेवन से ब्लड शुगर में वृद्धि को रोका जा सकता है। क्विनोआ फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम और कैल्शियम के साथ विटामिन ई, विटामिन बी, विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है। डॉक्टर्स का कहना है कि इन्हीं पोषक तत्वों की वजह से क्विनोआ को डायबिटीज़ और दिल के मरीज़ों के लिए बेहतरीन फ़ूड में से एक कहा जा सकता है।
बता दे कि इसका पता लगाने के लिए, विशेषज्ञों द्वारा शोध किया गया। इस शोध में 65 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों का प्री डायबिटीक टेस्ट किया गया था। एक महीने तक, उन्होंने क्या और कब खाया, इसका रिकॉर्ड रखते हुए दिन में हर मिनट उनके ब्लड शुगर की निगरानी की गई। इस शोध में विशेषज्ञों ने पाया कि क्विनोआ खाने पर ब्लड शुगर लेवल कम था। यह टाइप -2 मधुमेह के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। डायबिटीज के अलावा क्विनोआ हाई कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोग से जुड़े अन्य कारकों को नियंत्रित करने में भी फायदेमंद हो सकता है। क्विनोआ में कॉर्ब्स की अच्छी मात्रा होती है इसलिए इसे डायबिटीज के दौरान खा सकते हैं। क्विनोआ के सेवन से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहती है। आप इसे बेझिझक खा सकते हैं क्योंकि क्विनोआ में चावल के मुकाबले कैलोरीज कम और फाइबर, कैल्शिम, प्रोटीन, आयरन, पोटैशियम की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आप क्विनोआ का सेवन कर सकते हैं।