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Heart Attack: हार्ट अटैक से जुड़ी कुछ अहम जानकारी, सभी कर लें नोट
Heart Attack Home Remedies: आज हम यहां बताने वाले हैं कि जब किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आए तो सही इलाज मिलने तक उसकी जान कैसे बचाई जा सकती है?
Heart Attack Home Remedies: देश भर में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहें हैं, अब तो सिर्फ बुजुर्ग ही हार्ट अटैक की चपेट में नहीं आ रहें हैं, बल्कि 30 साल से भी कम उम्र के लोग भी हार्ट अटैक का शिकार हो रहें हैं, पिछले कुछ सालों में कई ऐसे केस सामने आए हैं, जहां 30 साल से कम उम्र के बहुत से लोग हार्ट अटैक की वजह से अपनी जान गवा चुके हैं। विशेषज्ञों की मानें तो दिल से जुड़ी बीमारी व्यक्ति में तब होती है, जब उसकी लाइफस्टाइल या खान पान सही नहीं रहता, इस वजह आज के समय में लोगों को अपनी लाइफस्टाइल पर बहुत अधिक ध्यान देने की जरूरत है। आज हम यहां बताने वाले हैं कि जब किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आए तो सही इलाज मिलने तक उसकी जान कैसे बचाई जा सकती है? आइए जानें।
हार्ट अटैक के लक्षण (Heart Attack Sysmtoms)
हार्ट अटैक आने से पहले मनुष्य के शरीर में उसके लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं, ऐसे में घरेलू उपचार कर व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। यहां देखें -
• सीने में दर्द होना।
• साथ ही सीने में प्रेशर, भारीपन या फिर टाइटनेस भी महसूस हो सकता है।
• पेट में ऊपर की तरफ दर्द होना, या फिर दर्द बायें हाथ या कंधे की तरफ जाता है, कई बार जबड़े में या दांत में भी दर्द हो सकता है।
• सांस लेने में तकलीफ और पसीना आना।
• कुछ लोगो को गैस होने की फीलिंग भी आती है।
हार्ट अटैक आने पर करें ये उपचार (Heart Attack Remedy)
हार्ट अटैक आने पर यदि थोड़ी बहुत सावधानी बरती जाए तो व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है, बस इसके लिए छोटा मोटा घरेलू उपचार करने की जरूरत है -
• जब किसी को हार्ट अटैक आए तो सबसे पहले मदद के लिए एम्बुलेंस को कॉल करें या फिर आपके पास अपना साधन है तो उसे फौरन तैयार करें।
• नज़दीक में जो भी व्यक्ति या मित्र है, उसे भी तुरंत आने को कहें।
• जब तक गाड़ी तैयार होगी या एम्बुलेंस आएगा तब तक प्राथमिक तौर पर Aspirin की गोली मरीज़ को दें और चबाने को कहें, Aspirin रक्त की धमनियों में क्लॉथिंग को रोकती है।
• मरीज़ को तब तक उचित जगह बैठने या लेटने को कहें, जहां पर उन्हें आराम मिले।
• अगर घर में Sorbitrate की 5mg की टेबलेट हो तो उसे जीभ के नीचे मरीज को रखने को दें।
• अगर मरीज़ होश में नहीं है तो कुछ भी पिलाने की कोशिश ना करें। मरीज़ अगर साँस नहीं ले रहा, पल्स नहीं मिल रहा, ऐसी परिस्तिथि में तुरंत CPR शुरू करें।
• अगर नज़दीकी अस्पताल का नंबर है तो उन्हें रास्ते से ही सूचित कर दें कि आप ऐसे किसी मरीज़ को ले कर अस्पताल पहुंच रहे हैं, ताकि वो भी तैयार रहें और इलाज में देरी न हो।