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कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच लखनऊ से आई राहत की खबर
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक राहत की खबर सामने आ रही है। लखनऊ में एक ढाई साल के मासूम की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
लखनऊ: पूरा देश इस समय कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से जूझ रहा है। आए दिन देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या निरंतर बढती ही जा रही है। ऐसे में सरकार काफी चिंतित है। इसी बीच उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक राहत की खबर सामने आ रही है। लखनऊ में एक ढाई साल के मासूम की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
मासूम की दोनों रिपोर्ट निगेटिव
अभी कुछ दिन पहले ही प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक ढाई साल के मासूम के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर सामने आई थी। जिसको लेकर शहर में काफी चर्चा था। लेकिन अब राहत की बात है कि लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में भर्ती ढाई साल के इस बच्चे की दोनों रिपोर्ट नेगेटिव आईं हैं।
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जिसके बादब इस बच्चे को अब जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिल जायेगी। और ये मासूम अपने घर जा सकेगा। ख़ुशी की बात ये है कि शनिवार को आयी बच्चे की दूसरी रिपोर्ट भी निगातिवे है। रिपोर्ट के नेगेटिव आते ही बच्चे के परिवार वालों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई। तो वहीं अस्पताल प्रशासन भी इस मासूम की जान बचा कर काफी खुश नजर आया।
मासूम को मिलेगी अस्पताल से छुट्टी
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बच्चे की रिपोर्ट की जानकारी दते हुए केजीएमयू के संक्रामक रोग यूनिट के इंचार्ज डॉ डी हिमांशु ने बताया कि "केजीएमयू में भर्ती ढाई वर्ष के बच्चे की दोनो रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिसके चलते बच्चे को कागजी कार्यवाही पूरी होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी जायेगी। ख़ुशी की बात ये है कि बच्चे के साथ में रुकी उसकी मां की भी रिपोर्ट निगेटिव आई है। डॉक्टर ने बताया कि अभी तकनीकी चीजें देखने के बाद इन दोंनो को एक साथ ही छुट्टी दी जाएगी।
सबसे कम उम्र का कोरोना मरीज
ज्ञात हो कि लखनऊ की पहली कोरोना पॉजिटिव महिला डॉक्टर का ढाई साल का बच्चा भी इस वायरस की चपेट में आ गया था। बच्चे में यह संक्रमण दादा-दादी से होने की आशंका है। जो पहले ही इसकी चपेट में आ चुके हैं और कमांड अस्पताल में भर्ती हैं। पता हो कि यह बच्चा लखनऊ का सबसे कम आयु का कोरोना संक्रमित मरीज था। बच्चे की आयु बहुत कम है, ऐसे में केजीएमयू प्रशासन ने बच्चे के साथ मां को भी भर्ती करने का फैसला किया था।
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गौरतलब है कि, कनाडा से लौटीं महिला चिकित्सक में 11 मार्च को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। 19 मार्च को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इस दौरान उनके संपर्क में आए इंदिरानगर निवासी युवक में वायरस की पुष्टि हुई थी। उसका भी इलाज केजीएमयू में चल रहा है। वहीं, 18 दिन बाद महिला के सास-ससुर में कोरोना वायरस मिला था।