TRENDING TAGS :
How Monkeypox Spreads: कहीं आप भी तो नहीं करते ये 2 गलतियां, वरना हो सकते हैं मंकीपॉक्स के शिकार
How Monkeypox spreads: मंकीपॉक्स के छाले आपके शरीर पर निशान भी छोड़ जाते हैं जिसके कारण इससे आपका मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है। ऐसे में इससे बचने के लिए कुछ जरूरी बचाव के उपायों का पालन करना उचित हो सकता हैं।
How Monkeypox spreads: अभी कोरोना महामारी पूरी तरह से हमारे बीच से गयी नहीं की मंकीपॉक्स का प्रकोप भी लोगों को खतरे में डाल रहा हैं। बता दें कि दुनियाभर से रोजाना मंकीपॉक्स के हजारों नए मामले सामने आ रहें हैं। हालांकि राहत की बात है कि भारत में अब तक इससे जुड़े केवल 9 मामले ही सामने आए हैं। जिसमें से 4 दिल्ली, 5 केरल से हैं। लेकिन बावजूद इसके इसके फैलने के खतरनाक रूप से इंकार नहीं किया जा सकता है।
हालांकि यह वायरस विशेष रूप से घातक नहीं माना जाता है। लेकिन मंकीपॉक्स से ग्रसित होने पर व्यक्ति का अनुभव बहुत ही कष्टदायी और दर्दनाक भी हो सकता है। यहाँ तक की मंकीपॉक्स के छाले आपके शरीर पर निशान भी छोड़ जाते हैं जिसके कारण इससे आपका मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है। ऐसे में इससे बचने के लिए कुछ जरूरी बचाव के उपायों का पालन करना उचित हो सकता हैं।
तो आइये आपको उन उपायों की जानकारी देने की कोशिश करते हैं जो डेट करने, दोस्तों के साथ घूमने या सोशल समारोहों में जाने जैसे गतिविधियों में भी आपको मंकीपॉक्स के वायरस से बचा कर रखने में सहायक होते हैं।
यौन संबंध बनाने से तैजी से फैलता है यह संक्रमण
हालाँकि मंकीपॉक्स वायरस का संक्रमण आसानी से नहीं फैलता है। लेकिन अधिकांशतः मंकीपॉक्स संक्रमण के मामले लंबे समय तक बहुत निकट संपर्क के माध्यम जैसे शारीरिक संबंध बनाने से फैलते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार अब तक मंकीपॉक्स के लगभग 94 प्रतिशत मामले पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में हुए हैं, लेकिन यह हमेशा ऐसा होना जरुरी नहीं है। बल्कि यह अन्य सामाजिक नेटवर्क में भी फैल सकता है जिसके साथ एक संक्रमित व्यक्ति निकट संपर्क में हो। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि कोई भी व्यक्ति मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में लंबे समय तक न रहें।
मंकीपॉक्स महामारी ना बन जाए इसलिए ऐसे में यौन संबंध बनाने से बचना चाहिए?
विशेषज्ञों के अनुसार लोगों को सेक्स से दूर रहने के लिए कहना व्यावहारिक रूप से ज्यादा संभव नहीं है। जिसके कारण यह सलाह दी जाती हैं कि संबंध बनाने से पहले ये सुनिश्चित करें कि आपको या आपके साथी के शरीर में किसी प्रकार के चकत्ते न निकले हो। इसके अलावा, फ्लू जैसे किसी भी लक्षण, जैसे बुखार, ठंड लगना, खांसी या सिरदर्द आदि से भी सावधान रहें। इतना ही नहीं अपने साथी के साथ किसी भी संभावित जोखिम के बारे में संवाद करना भी बेहद महत्वपूर्ण है।
नॉन सेक्सुअल कॉन्टैक्ट से भी फैल सकता है संक्रमण
एक अध्ययन के अनुसार, विश्व स्तर पर मंकीपॉक्स से संक्रमित 1 प्रतिशत से भी कम लोग नॉन-सेक्सुअल संपर्क के बावजूद इस वायरस से संक्रमित हुए हैं। यानी सार्वजनिक स्थानों जैसे रेस्तरां, मूवी थिएटर या संगीत कार्यक्रम में ज्यादा जोखिम होने की संभावना नहीं है। बल्कि आकस्मिक संपर्क किसी का हाथ मिलाने, दरवाज़े के घुंडी को छूने या संक्रमित व्यक्ति द्वारा पहने गए कपड़े पहनने से कुछ भी हो सकता है। हालांकि इस वायरस के जोखिम को कम करने के लिए त्वचा से त्वचा के संपर्क और डिस्टेंस बना कर रखा जा सकता है।
मंकीपॉक्स वायरस के सबसे कॉमन लक्षण
मंकीपॉक्स के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले लक्षणों में दाने जो त्वचा पर उभरे हुए घावों के रूप में प्रकट होता है। जबकि दूसरारोगी को एक समय में एक या कई घाव होना हैं। न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन एंड सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के आंकड़ों की माने तो अभी तक मंकीपॉक्स से पीड़ित कम से कम 95 प्रतिशत लोगों ने त्वचा पर घाव का भी अनुभव किया है।
मंकीपॉक्स के ये लक्षण है बेहद खतरनाक
मंकीपॉक्स में जननांग क्षेत्र में होने वाले घाव बहुत दर्दनाक /पीड़ादायक होते हैं। इससे निपटना काफी मुश्किल हो सकता है। इसके साथ ही आपको बुखार, ठंड लगना, सूजन लिम्फ नोड्स या शरीर में दर्द का अनुभव भी हो सकता है।आमतौर पर ये फ्लू जैसे लक्षण दाने के विकसित होने से चार या पांच दिन पहले शुरू होते हैं। ऐसे में बेहतर यही होता है कि आप जला से जल्द अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।