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Health Tips: रात में देर से सोते हैं तो संभल जाएं, हो सकती हैं ये बीमारियां, इग्नोर करने की गलती न करें
Der Se Sone Ke Nuksan: अगर आप देर रात में सोते हैं तो इससे आपके शरीर को कई गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। आपकी ये आदत कई बीमारियों को न्यौता दे सकती है।
Late Sleep Disadvantages In Hindi: आज के समय में देर रात तक जागना तो मानो एक ट्रेंड सा बन गया है। लोग अपने फेवरेट शो, गेम, मूवी या सीरीज देखने में अपनी पूरी रात बिता देते हैं। लेकिन अगर आप भी ऐसा करते हैं तो संभल जाइए, क्योंकि आपकी ये आदत आपको गंभीर बीमारियों का शिकार बना सकती है। जिस तरह शरीर को पूरी तरह से स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त और अच्छी नींद जरूरी है। उसी तरह आपका सही समय पर सोना और जागना भी मायने रखता है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जो लोग देर रात या 12 बजे के बाद सोते हैं, उनकी सेहत हानिकारक तरह से प्रभावित हो सकती है। आइए जानें लेट नाइट तक जागने के नुकसान (Late Night Tak Jagne Ke Nuksan In Hindi)।
देर रात सोने के नुकसान (Disadvantages Of Sleeping Late At Night In Hindi)
ज्यादातर स्टडीज में लोगों को रात 10 बजे के बाद सो जाने की सलाह दी जाती है। इससे आप स्वस्थ रह पाते हैं। अगर आप रात को देर से सोते हैं तो शरीर को कई तरह के नुकसान (Raat Ko Der Se Sone Ke Nuksan) हो सकते हैं। इससे आपकी नींद नहीं पूरी होती, जिसके कई गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन जो लोग अपर्याप्त या खराब नींद लेते हैं उन्हें चिड़चिड़ापन और तनाव होने का खतरा अधिक रहता है। वहीं, दीर्घकालिक अनिद्रा से चिंता, एंग्जाइटी या अवसाद जैसे मनोदशा संबंधी विकार विकसित होने का जोखिम भी बढ़ जाता है।
हार्ट अटैक और स्ट्रोक का बढ़ता है खतरा
ये लिस्ट यही पर खत्म नहीं होती बल्कि कम या खराब नींद लेने वाले लोगों को कई अन्य प्रकार की बीमारियां होने का भी खतरा रहता है। स्लीप साइकिल बाधित होने से नींद की अवधि और गुणवत्ता भी प्रभावित होने लगती है। जो आपके मेटाबॉलिज्म, इम्यूनिटी, मानसिक स्वास्थ्य सभी के लिए हानिकारक है।
दरअसल, रोजाना रात को 12 बजे या इसके बाद सोने की आदत से मेटाबोलिज्म पर बुरा असर पड़ता है, जिससे शरीर में वसा का स्तर बढ़ सकता है और मोटापा शरीर में घर कर सकता है। अधिक वजन डायबिटीज, हृदय रोग और पाचन से संबंधित कई रोगों का कारण बन सकता है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक हो भी हो सकता है। साथ ही ऐसे लोगों के लिए शुगर के स्तर को नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है।
फर्टिलिटी पर पड़ता है नकारात्मक असर
इसके अलावा स्टडी में ये भी सामने आया है कि नींद की कमी से फर्टिलिटी पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो आपकी प्रजनन से संबंधित हार्मोन (Reproductive Hormones) प्रभावित हो सकते हैं। इससे माता-पिता बनने में परेशानी आ सकती है।
नोट- यह आर्टिकल कई मेडिकल रिपोर्ट्स के आधार पर तैयार किया गया है। इन उपायों व सुझावों पर अमल करने से पहले संबंधित डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।