Artifical Intelligence: नया एआई सिस्टम 98 फीसदी सटीकता से पकड़ सकता है 13 तरह के कैंसर

Artifical Intelligence: शोधकर्ताओं ने सामूहिक रूप से बाइनरी और मल्टीक्लास मशीन लर्निंग मॉडल डेवलप किए, ताकि गैर-कैंसर वाले टिश्यू के नमूनों से कई तरह के कैंसर की पहचान की जा सके।

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Published on: 2 July 2024 11:43 AM GMT
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Artifical Intelligence: कैंसर के निदान की दिशा में एक अभूतपूर्व प्रगति हुई है। शोधकर्ताओं ने एक ऐसा नया आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस सिस्टम तैयार किया है जो टिश्यू के नमूनों से 98 प्रतिशत की जबर्दस्त सटीकता के साथ 13 तरह के घातक कैंसर का पता लगाने में सक्षम है।कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के अनुसार, इंसान में होने वाली बीमारियों में कैंसर सबसे चुनौतीपूर्ण रोगों में से एक है, जिसमें हर साल 19 मिलियन से अधिक मामले और 10 मिलियन मौतें होती हैं।

क्या किया नया

शोधकर्ताओं ने सामूहिक रूप से बाइनरी और मल्टीक्लास मशीन लर्निंग मॉडल डेवलप किए, ताकि गैर-कैंसर वाले टिश्यू के नमूनों से कई तरह के कैंसर की पहचान की जा सके। अपने शोध के दौरान उन्होंने शुरुआती कैंसर के डेवलप होने में डीएनए चिह्नों में परिवर्तन देखा और "गैर-कैंसर वाले टिश्यू से 98.2 फीसदी सटीकता के साथ 13 विभिन्न कैंसर प्रकारों की पहचान की।


बड़ी सफलता

चिकित्सा प्रौद्योगिकी में यह उल्लेखनीय प्रगति ऑन्कोलॉजी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और इसमें कैंसर के निदान और इलाज में क्रांति लाने की क्षमता है। 5सी नेटवर्क के सह-संस्थापक और सीईओ कल्याण शिवसैलम कहते हैं - कैंसर निदान में एडवांस्ड एआई तकनीकों का एकीकरण निदान सटीकता, इलाज योजनाओं को व्यक्तिगत बनाने और अंततः रोगी के लिए नतीजे बेहतर बनाने की अपार संभावनाएं रखता है। हालांकि, नैदानिक ​​सेटिंग्स में सुरक्षित और प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए नियामक और व्यावहारिक चुनौतियों पर सावधानीपूर्वक विचार करना आवश्यक है।


रोग का निदान और उपचार

एआई सिस्टम रोग की पहचान और इलाज के अधिकांश काम को त्रुटिहीन तरीके से संभालते हैं। इससे रेडियोलॉजिस्ट को जटिल सर्जरी और प्रत्यारोपण मामलों जैसे मामलों पर ध्यान केंद्रित करने का मौका मिलता है। रेडियोलॉजिस्ट ऐसे काम पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं जिसके लिए उनकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। एआई सिस्टम बिना थके लगातार स्कैन कर सकता है।


कई प्रकार के कैंसर का पता लगाने में उच्च सटीकता से जल्दी ही डायग्नोसिस हो सकता है, जो अक्सर सफल इलाज के लिए महत्वपूर्ण साबित होता है। प्रारंभिक पहचान से रोग का निदान और जीवित रहने की दर में काफी सुधार हो सकता है।एआई खास तरह के कैंसर प्रकारों और आनुवंशिक मार्करों की भी पहचान कर सकता है, जिससे व्यक्तिगत मरीज के खास तरह की इलाज योजना डिज़ाइन की जा सकती है।

Shalini singh

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