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Old Age Diet Chart: ऐसा होना चाहिए बुजुर्गों का डाइट चार्ट
Old Age Diet Chart: वृद्धावस्था आने के साथ आपका शरीर कमजोर होने लगता है। और जिसकी वजह से कई प्रकार की बीमारियों के होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
Old Age Diet Chart: बच्चों और उम्रदराज(Old Age) लोगों का आहार(Old Age Meal) युवाओं के आहार से बिलकुल अलग होता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है शरीर में शक्ति(Strength) भी कम होने लगती है। अक्सर देखा जाता है कि 50 साल की उम्र के बाद आपका शरीर पहले की तरह कार्य करने की ताकत नहीं रखता है। वृद्धावस्था आने के साथ आपका शरीर कमजोर(Weak Body) होने लगता है। और जिसकी वजह से कई प्रकार की बीमारियों के होने का खतरा भी बढ़ जाता है। आज हम आपको वृद्धावस्था डाइट चार्ट(Old Age Diet Chart At Home) के बारे में बताने जा रहे हैं कि कैसा हो बुजुर्गोें का खाना पीना।
वैसे आजकल क्या बुजुर्ग क्या जवान हर कोई किसी न किसी बीमारी से ग्रसित है। वैसे बुजुर्गों के साथ साथ युवाओं को भी सुपाच्य भोजन(Digestible Food) करना चाहिए। जो आसानी से पच जाए। कोरोना काल में सभी घर से ही काम(Diet Tips For Work From Home) कर रहे हैं ऐसे में बैठे बैठे वजन(Weight loss Tips) के साथ-साथ बीमारी भी बढ़ गयी है। तो जरूरी है कि वुद्ध के साथ युवा भी अपना विशेष ख्याल रखें। आपको हमेशा वही खाना चाहिए जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता(Boost Impunity) को बढ़ाने में मदद करें। तो आइये जानते हैं बुजुर्गो के लिए कुछ(Old Age Diet Tips) डाइट टिप्स-
हरी पत्तेदार सब्जियां (Green Leafy Vegetables)
बुजुर्गों के आहार में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना इनके लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इनमें सभी प्रकार के जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो ज्यादा उम्र के लोगों के लिए जरूरी होते है। हरी पत्तेदार सब्जियों में आप पालक, सोयामेथी, बथुआ, मूली के पत्ते आदि का सेवन कर सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि कोई भी पत्तेदार साक सब्जी को अच्छी तरह से वॉश जरूर कर लें। क्योंकि इसमे मिट्टी बहुत लगी होती है। जो पथरी जैसी समस्या उतपन्न कर सकती है। हरी पत्ते दार सब्जी में विटामिन बी 6, विटामिन सी, फाइबर, मैग्नीशियम, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो बुढ़ापे में ब्लडप्रेशर और आँखों की रोशनी कम होने जैसी सभी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं।
साबुत अनाज (Whole Grains)
वृद्धावस्था के डाइट चार्ट में साबुत अनाज को जरूर शामिल करें। क्योंकि साबुत अनाज में आहार में फाइबर पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है जो पाचन को क्रिया सही रखने में कारगर होता है। इसके अलावा फाइबर युक्त भोजन कोलेस्ट्रोल के लेवल को भी मेनटेन रखता है। उम्रदराज लोगों को अपने भोजन में गेहूं, बाजरा, दलिया, ब्राउन राइस, राजमा, चना आदि साबुत अनाज को शामिल करना चाहिए।
फल है जरूरी (Fruit Is Necessary)
फल तो बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को खानी चाहिए। मौसमी फल का हर रोज सेवन करने से आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी नहीं होने पाएगी। कोई भी एक मौसम के फल का सेवन सेहत को बनाने में मद्दगार होता है। केई और फल नहीं तो केला, सेब और अनार तो आसानी से बाजार में मिल जाते हैं। जिसको आप रोज खा सकते हैं। फलों में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है। जो आपके पाचन संबंधी समस्या को दूर करता है।
दही का सेवन (Yogurt Consumption)
दही का सेवन भी जरूर करें। लेकिन याद रखें कि दही को कभी भी रात में न खाएं। रात में दही खाने से बुजुर्गों को सर्दी लग सकती है और गला खराब हो सकता है। दही में पोटैशियम, जिंक और विटामिन डी जैसे माइक्रोन्यूट्रिएंट्स (डपबतवदनजतपमदजे) के साथ-साथ अच्छे बैक्टीरिया और प्रोबायोटिक्स भी होते मौजूद होते हैं। दही का सेवन पाचन में, ब्लड प्रेशर में और इम्यूनिटी पावर बढ़ो में मदद करता है। इसलिए आप अपनी डाइट में दही को जरूर शामिल करें।
कैल्शियम रिच फूड (Calcium Rich Food)
ओल्ड ऐज में कैल्शियम की आवश्यक्ता बढ़ जाती है। इसलिए बुजुर्गों को कैल्शियम रिच फूड जरूर खाना चाहिए।