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PCOD/PCOS Causes And Treatment: पीसीओडी-पीसीओएस समस्या के कारण, लक्षण और उपचार, जाने एक्सपर्ट की राय

PCOD/PCOS Causes And Treatment: पीसीओडी/पीसीओएस महिलाओं में होने वाला एक सामान्य हार्मोनल डिसऑर्डर है।अस्वस्थ जीवनशैली और गलत खान-पान के कारण यह समस्याएं पैदा होती हैं।

Hema Shrivastava
Written By Hema Shrivastava
Published on: 12 Dec 2022 4:14 PM IST
PCOD/PCOS Causes And Treatment
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PCOD/PCOS Causes And Treatment (Social Media) 

PCOD/PCOS Causes And Treatment: पीसीओडी/पीसीओएस महिलाओं में होने वाला एक सामान्य हार्मोनल डिसऑर्डर है, जो अन्य कारकों के साथ-साथ बदली हुई लाइफ स्टाइल और आहार की आदतों के कारण होता है। यह समस्या ज्यादातर शहरों की महिलाओं में देखी गई है। भले ही यह आश्चर्यजनक लगे, लेकिन खान-पान की अस्वास्थ्यकर आदतें हमारे शरीर को कई तरह की बीमारियों की चपेट में ले सकती हैं। लोकबंधु अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ दीपा त्यागी ने बताया कि पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज) एक हार्मोनल समस्या है जो हार्मोन में असंतुलन होने के कारण होती है। अस्वस्थ जीवनशैली और गलत खान-पान के कारण हार्मोनल समस्याएं पैदा होती हैं जो पीसीओडी को जन्म दे सकती हैं।

पीसीओडी/पीसीओएस होने के कारण

पीसीओडी के अनेक कारण हो सकते हैं, लेकिन यह कुछ मुख्य कारण हैं-

• अस्वस्थ जीवनशैली

• खान-पान में लापरवाही

• शारीरिक गतिविधि नहीं करना ।

• पोषक तत्वों से भरपूर भोजन नहीं करना।

• आनुवंशिक कारण

• सिगरेट और शराब का अत्यधिक सेवन करना।

पीसीओडी/पीसीओएस के लक्षण

पीसीओडी/पीसीओएस की वजह से महिलाओं में एक हार्मोनल विकार जो बाहरी किनारों पर छोटे अल्सर के साथ बढ़े हुए अंडाशय का कारण बनता है, अनियमित मासिक धर्म, वजन बढ़ना, थकान, बालों का झड़ना,और मर्दो जैसी अवाज,अनचाहे बाल आना यहां तक कि मुंहासे जैसी त्वचा की समस्याओं जैसे लक्षण लाता है, और कई मामलों में बांझपन से जुड़ा होता है।

आपको बता दें कि जिन महिलाओं को पीसीओडी/पीसीओएस होता है, वे टाइप 2 डायबिटीज की चपेट में आ जाती हैं। इसलिए, यदि आप पीसीओडी के कारण पीड़ित हैं, तो ऐसे सिम्पटम्स दिखने पर आपको विशेषज्ञ से जांच करा लेनी चाहिए। विशेषज्ञ दीपा के अनुसार, पीसीओडी/पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं में प्री-डायबिटिक स्थिति होने की संभावना लगभग चार गुना अधिक होती है।

मददगार सुझाव

विशेषज्ञ दीपा त्यागी ने कुछ सुझाव साझा किए जो पीसीओडी से बचने और कम करने में सहायक हो सकते हैं। उन्होंने बताया है कि सबसे पहले मरीज को जीवनशैली में सकारात्मक सुधार लाना होगा और अपने खान-पान पर पूरा ध्यान देना होगा। मासिक धर्म चक्र को ठीक और ओवुलेशन में सुधार करने के लिए डॉक्टर कुछ दवाएं निर्धारित करते हैं। साथ ही, कुछ खास व्यायाम की मदद से वजन कम करने का सुझाव देते हैं।

  • हाई कोलेस्टेरोल, हाई फैट और हाई कार्बोहाइड्रेट से परहेज करना।
  • नियमित रूप से व्यायाम करना।
  • समय पर दवाओं का सेवन करना।
  • शराब और सिगरेट के सेवन से बचना।
  • अपनी वजन का खास ध्यान रखना।
  • अधिक तैलीय और मसालेदार चीजों से दूर रहना।

योग से भी कंट्रोल कर सकते हैं पीसीओएस/पीसीओडी

योग की मदद से आप पीसीओएस/पीसीओडी के लक्षणों को कंट्रोल कर सकते हैं। इन योगासन की जानकारी हमें योगा मास्टर, फिलांथ्रोपिस्ट, धार्मिक गुरू और लाइफस्टाइल कोच आदि से आसानी से प्राप्त हो सकती है।



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Hema Shrivastava

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