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Research on Prostasin: हुई ऐसे ऐसे प्रोटीन की पहचान, जो कैंसर से मृत्यु की कर सकता है भविष्यवाणी
Research on Prostasin: कैंसर और डायबिटीज को लेकर कई शोध होते रहते हैं। अब दरअसल नए शोध के अनुसार यह बात सामने आई है कि प्रोटीन प्रोस्टासिन के हाई लेवल वाले लोग डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं।
Research on Prostasin: कैंसर और डायबिटीज को लेकर कई शोध होते रहते हैं। अब दरअसल नए शोध के अनुसार यह बात सामने आई है कि प्रोटीन प्रोस्टासिन के हाई लेवल वाले लोग डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं। डॉक्टरों ने रक्त में एक ऐसे प्रोटीन की पहचान की है, जो किसी व्यक्ति में डायबिटीज और कैंसर से होने वाली मौत के शुरुआती संकेतों की पहचान करने में मददगार साबित हो सकता है। दरअसल जिन लोगों में प्रोस्टैसिन (prostasin) नाम के प्रोटीन का High लेवल था उन्हें डायबिटीज का दोगुना खतरा था, खासकर उन लोगों की तुलना में, जिनके रक्त में इस प्रोटीन की मात्रा कम थी। साथ ही नए शोध से यह भी पता चलता है कि ब्लड शुगर और प्रोस्टासिन दोनों जिस व्यक्ति में ज्यादा मात्रा में पाया जाएगा वैसे लोगों को कैंसर से होने वाली मौत का खतरा ज्यादा हो सकता है। जिन लोगों के रक्त में प्रोस्टैसिन की मात्रा अधिक थी उन लोगों में डायबिटीज का खतरा 76 फीसदी ज्यादा पाया गया है।
प्रोस्टैसिन, डायबिटीज के लिए एक नया खतरनाक साबित हो सकता है। इतना ही नहीं ये कैंसर से होने वाली मौतों में, विशेषकर जिनका ब्लड शुगर हाई रहता है उनमें भी ये खतरनाक साबित हो सकता है। यह प्रोस्टासिन ब्लड लेवल और कैंसर मृत्यु दर के बीच संबंध की जांच करने वाला पहला रिसर्च भी रहा है। इसके लिए 4000 से भी ज्यादा लोगों के ब्लड के नमूनों का विश्लेषण किया गया, जो कुछ साल पहले से चल रहें कैंसर रिसर्च के हिस्से के रूप में लिए गए थे।
बता दे कि विशेषज्ञों का कहना है कि यह अब तक का सबसे बड़ा विश्लेषण है, जो डायबिटीज और कैंसर दोनों के बीच बायोलॉजिकल संबंध पर भी नई रोशनी डालता है। हालांकि प्रोस्टासिन एक इंडिकेटर हो सकता है। प्रोस्टैसिन, शरीर में ब्लड प्रेशर और ब्लड वॉल्यूम को नियंत्रित करना और ये ट्यूमर की ग्रोथ को बढ़ाने में भी मदद करता है। जिसकी वजह से हाई ब्लड शुगर बढ़ जाता है। दरअसल डायबिटीज टाइप 2 कई प्रकार के कैंसर और कैंसर से होने वाले मृत्यु के बढ़ते खतरे से जुड़ा हुआ है। बता दे कि टाइप 2 वाले डायबिटीज मरीजों में अग्नाश्य कैंसर, एंडोमेट्रियल और लिवर कैंसर होने की संभावना दोगुनी होती है, साथ ही ऐसे मरीजों में आंत कैंसर होने की संभावना 30% अधिक होती है और स्तन कैंसर का खतरा भी 20% बढ़ जाता है।
बता दे कि शोध में यह सामने आया कि जिन लोगों में प्रोस्टैसिन लेवल का उच्च स्तर होता है उनमें कैंसर का खतरा 43 फीसदी तक ज्यादा होता है, खासकर उन लोगों की तुलना में जिनके रक्त में प्रोस्टैसिन का लेवल कम पाया जाता है। प्रोस्टैसिन से नार्मल ब्लड शुगर व्यक्ति में मौत का खतरा 24 फीसदी तक बढ़ता है जबकि जिन लोगों में हाई ब्लड शुगर होता है उनमें ये खतरा 139 फीसदी तक भी हो सकता है। प्रोस्टासिन को सेहत के लिए बहुत अच्छा नहीं माना जा सकता है। हालांकि प्रोस्टासिन डायबिटीज और कैंसर मृत्यु दर के बीच संबंध के बारे में बहुत कम जानकारी है। इसको लेकर शोध अभी भी जारी है।