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Seasonal Cold Cough: कोलकाता के 40 फीसदी परिवार वायरल की चपेट में

Seasonal Cold Cough: एडेनोवायरस और अन्य वायरल संक्रमणों में काफी वृद्धि हुई है। सर्वेक्षण के अनुसार, आईसीयू के 70 से 80 फीसदी मामलों के लिए एडेनोवायरस जिम्मेदार है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 4 March 2023 6:54 AM GMT
cough pandemic in kolkata
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cough pandemic in kolkata (photo: social media )

Seasonal Cold Cough: इन दिनों बहुत से जगहों पर लोग खांसी बुखार की चपेट में हैं। किस शहर की कितनी आबादी बीमार है ये तो पता नहीं लेकिन कोलकाता के बारे में पता चला है कि वहां 40 फीसदी घरों में वायरल का प्रकोप है।

"लोकल सर्कल्स" की एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 30 दिनों में कोलकाता में 10 में से चार घरों में कम से कम एक व्यक्ति खांसी, जमाव, बुखार, शरीर में दर्द और थकान जैसी स्थितियों से पीड़ित है।

एडेनोवायरस संक्रमण

बताया जाता है कि एडेनोवायरस और अन्य वायरल संक्रमणों में काफी वृद्धि हुई है। सर्वेक्षण के अनुसार, आईसीयू के 70 से 80 फीसदी मामलों के लिए एडेनोवायरस जिम्मेदार है। इसके अलावा, स्थानीय डॉक्टरों ने लोकल सर्कल्स को बताया कि काफी संख्या में स्कूली बच्चे वायरस से संक्रमित हैं। इस बीच कोलकाता और बांकुरा में 48 घंटे के अंतराल में एडेनोवायरस के लक्षणों वाले दस बच्चों की मौत हो गई। ये बच्चे तीन साल तक की उम्र के थे।

गंभीर स्थिति बना सकता है

अमेरिका के सीडीसी के अनुसार, एडेनोवायरस हल्के से लेकर गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली, या मौजूदा श्वसन या हृदय रोग वाले लोगों को गंभीर संक्रमण विकसित होने का अधिक खतरा होता है।

एडेनोवायरस संक्रमण से बुखार, गले में खराश, तीव्र ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, कंजक्टिवाइटिस, तीव्र गैस्ट्रोएंट्रिटिस और फ्लू जैसे लक्षण हो सकते हैं। एडेनोवायरस पांच साल से कम उम्र के बच्चों में सबसे आम है।

यह एक विषाणुजनित रोग है। लिहाजा किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से यह संक्रमण फैल सकता है। कोरोना वायरस की तरह यह वायरस भी हवा के जरिए यानी खांसने या छींकने से फैलता है। यदि किसी सतह पर एडेनोवायरस है, और कोई उसे छूता है या उसके संपर्क में आता है, तो वह व्यक्ति भी वायरस से संक्रमित हो सकता है। एडेनोवायरस के लक्षण भी कोरोना वायरस से मिलते-जुलते हैं।

कैसे बचें

निरोधात्मक उपायों

- इस वायरस से बचने के लिए कम से कम 20 सेकेंड तक साबुन से हाथ धोना चाहिए।

- अपने हाथों से बार-बार आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।

- अगर कोई बीमार है तो उसके संपर्क में न आएं।

- बीमार होने पर घर पर ही रहें, घर से बाहर न निकलें।

- खांसते या छींकते वक्त टिश्यू और मास्क का इस्तेमाल करें।

- अपने बर्तन दूसरों के साथ शेयर करने से बचें।

- एडेनोवायरस के लिए कोई विशिष्ट दवा या उपचार नहीं है। अधिकांश समय, एडेनोवायरस संक्रमण के हल्के लक्षण होते हैं और दर्द या बुखार के लिए दवा से ठीक हो जाते हैं। इसलिए घबराएं नहीं, अगर आपको ऐसे लक्षण हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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