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Harmful Momos-Chowmein: न खाएं सड़क के मोमो और चाऊमिन! दिमाग पर पड़ेगा असर, लकवा व मिर्गी का बन सकता है कारण
Harmful Momos-Chowmein: बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के चिकित्सा विज्ञान संस्थान के न्यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विजय नाथ मिश्रा ने 'न्यूज़ट्रैक' संग बातचीत में बताया कि सड़क के मोमो और चाऊमिन में अक्सर सुअर का गंदा मांस पड़ा रहता है, जिसमें सिस्टिसरकस के कीड़े व सिस्ट्स पाए जाते हैं। ये सीधे दिमाग पर अटैक करते हैं और मिर्गी और लकवा के कारण बन जाते हैं।
Harmful Momos-Chowmein: "सड़क के मोमो और चाऊमिन में अक्सर सुअर का गंदा मांस पड़ा रहता है, जिसमें सिस्टिसरकस (cysticercus) के कीड़े व सिस्ट्स पाए जाते हैं। ये सीधे दिमाग़ पर अटैक करते हैं और मिर्गी और लकवा के कारण बन जाते हैं। बिना जानकारी के सड़क के मोमो चाऊमीन को ना खाइए। जीवन ख़तरे में पड़ जाएगा।" यह बातें बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) के चिकित्सा विज्ञान संस्थान (Institute of Medical Sciences) के न्यूरोलॉजी विभाग (Neurology Department) के अध्यक्ष डॉ. विजय नाथ मिश्रा (Dr. Vijaya Nath Mishra) ने 'न्यूज़ट्रैक' संग बातचीत में बताई।
पत्तागोभी और सुअर का मांस न खाएं
डॉ. विजय नाथ मिश्रा (Dr. Vijaya Nath Mishra) ने बताया कि ऐसी चीजें न खाएं, जिससे पेट में कीड़े जाएं। उन्होंने बातचीत के दौरान कहा कि "दिमाग़, बांह, पैर हर ओर सिस्टिसरकस के कीड़े होते हैं। ऐसे मरीज़ों का अंत दुःखद होता है। अगर कीड़े मारने की दवा दी तो कीड़े मरने से जो सूजन होगी, उससे अचानक मौत हो जाएगी। बीएचयू के न्यूरोलॉजी विभाग (Neurology Department) के विभागाध्यक्ष (Dr. Vijaya Nath Mishra) ने बताया कि इससे अब उपाय केवल बचाव है। ऐसी चीज़ें ना खाएं, जिससे कीड़े पेट में जायें। इसमें संक्रमित सुवर का मांस और पत्तागोभी है।"
खाने से पहले करें ये काम
डॉ. विजय नाथ मिश्रा (Dr. Vijaya Nath Mishra) ने बताया कि जो सब्जियां जमीन पर या जमीन के नीचे उगने वाली होती हैं और जो सीवेज मिश्रित गंदे जल से सिंचित हों, अगर उसे आप घर लाएं तो हल्के गुनगुने नमक-पानी में 10-10 मिनट के लिए डुबो दें। फिर रगड़ के धो दें। उसके बाद नल के पानी से धो दें। इससे कीड़े साफ हो जाएंगे और फिर खाने में कोई हर्ज नहीं।
जानकारी न होने पर न खाएं वो मांस
बीएचयू प्रोफेसर ने बताया कि जिस मांस के बारे में जानकारी न हो, वो मांस न खाएं। इसके अलावा पत्ता गोभी को काटकर नमक-पानी में 20 मिनट डूबा के धोएं और फ़िर खाएं। उन्होंने बताया कि मांस और पत्ता गोभी खाने से कीड़ें दिमाग तक पहुंच जाते हैं। यह 'न्यूरोसिस्टीसरकोसिस' कहलाता है। डॉ. मिश्रा (Dr. Vijaya Nath Mishra) ने कहा कि इसके खिलाफ मिल के लड़ें। बिना नमक पानी के धोए व बिना छिले गाजर-मूली ना खाएं। पत्ता गोभी को काटकर नमक-पानी में 20 मिनट डूबा के धोएं, फिर खाएं। ऐसा मांस ना खाएं, जिसके बारे में जानकारी ना हो।
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