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Cervical Cancer: सर्वाइकल कैंसर से जुड़े हैं कई मिथक, जानें यहां
Cervical Cancer: सर्वाइकल कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो मूत्राशय के मुख (सर्वाइक्स) में होता है। सर्वाइक्ल कैंसर का मुख महिलाओं के गर्भाशय के तट पर स्थित होता है।
Cervical Cancer : सर्वाइकल कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो मूत्राशय के मुख (सर्वाइक्स) में होता है। सर्वाइक्ल कैंसर का मुख महिलाओं के गर्भाशय के तट पर स्थित होता है। यह एक गंभीर बीमारी है जो धीरे-धीरे विकसित होती है और अगर समय पर पहचाना नहीं जाता है, तो यह फैल सकता है और अन्य शरीर के हिस्सों तक पहुंच सकता है। यह कैंसर एक्सटेन्शन ऑफ द एंडोसर्विक्स (सर्वाइक्स) कहलाता है, जो गर्भाशय के मुंह का हिस्सा होता है। सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण ह्वेनिल इन्फेक्शन (Human Papillomavirus, HPV) है, जो सामान्यतः सेक्सुअल संबंधों के माध्यम से फैलता है।
मुख्य कारण
HPV Infection: वायरस के कुछ प्रकार, विशेषकर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV), सर्वाइक्ल कैंसर के कारण बन सकते हैं।
धूम्रपान और शराब का सेवन: धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन भी सर्वाइक्ल कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है।
बहुमूत्रक: विशेषकर ऐसे लोग जो बहुमूत्रक का अधिक सेवन करते हैं, उनमें सर्वाइक्ल कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है।
परिवार में सर्वाइक्ल कैंसर का इतिहास: यदि किसी के परिवार में पहले से ही सर्वाइक्ल कैंसर का संदेह हो, तो उनमें इसका जोखिम बढ़ सकता है।
सर्वाइक्ल कैंसर के लक्षण
खूनी योनि स्राव
पीठ या कूल्हों में दर्द
यौन संबंध से संबंधित समस्याएं
मूत्र में समस्याएं।
फैक्ट 1
महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग के लिए प्रतिवर्ष पैप स्मीयर टेस्ट करवाने की आवश्यकता नहीं है। सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग के लिए सुझाए गए दिशानिर्देशों के अनुसार, महिलाओं को विभिन्न आयु में टेस्ट करवाना चाहिए। उम्र 21 साल से 29 साल तक: पैप स्मीयर टेस्ट को प्रतिवर्ष करवाना चाहिए। उम्र 30 साल से 65 साल तक: पैप स्मीयर टेस्ट के साथ-साथ या पैप स्मीयर टेस्ट के बजाय HPV टेस्ट को प्रतिवर्ष या पैप स्मीयर टेस्ट के साथ-साथ हर 5 साल में करवाना चाहिए।
फैक्ट 2
ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) संक्रमण लगभग 80% पुरुषों और महिलाओं को प्रभावित करता है, और यह सबसे आम सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन्स (STIs) में से एक है। यह वायरस यौन संबंधित संपर्क के माध्यम से फैल सकता है।
फैक्ट 3
अधिकांश स्थितियों में, HPV संक्रमण स्वयं ठीक हो जाता है और कोई लक्षण भी सामने नहीं आते हैं। यह अवस्था स्वयं ठीक होने को "स्वाभाविक स्वास्थ्य स्थिति" कहा जाता है विभिन्न ट्रीटमेंट ऑप्शन्स प्रजनन क्षमता को बचाने में सक्षम हो सकते हैं, खासकर जब कैंसर के इलाज के दौरान यह क्षमता प्रभावित हो सकती है।
फैक्ट 4
सर्वाइकल कैंसर वंशानुगत नहीं होता है और यह HPV संक्रमण के कारण होता है। एचपीवी टीका लगवाना बच्चियों को संक्रमण से बचाव करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। HPV वैक्सीनेशन को बच्चियों को यौनी एचपीवी इंफेक्शन से बचाव के लिए शुरू किया जाना चाहिए और यह सर्वाइकल कैंसर और अन्य संबंधित कैंसरों के खतरे को कम कर सकता है।