×

Oral Cancer: शुगरी ड्रिंक्स से बढ़ सकता है ओरल कैंसर का रिस्क, नई स्टडी में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, जानें क्या होता है मुंह का कैंसर

Oral Cancer In Hindi: अध्ययन से पता चला है कि दिन में सिर्फ एक चीनी युक्त फिजी पेय पीने से मुंह के कैंसर के विकास का खतरा लगभग पांच गुना बढ़ सकता है।

Shreya
Written By Shreya
Published on: 15 March 2025 1:48 PM IST
Oral Cancer: शुगरी ड्रिंक्स से बढ़ सकता है ओरल कैंसर का रिस्क, नई स्टडी में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, जानें क्या होता है मुंह का कैंसर
X

Oral Cancer And Sugary Drinks (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Link Between Sugary Drinks And Oral Cancer: अगर आप सोडा, चाय और मीठे जूस जैसे शुगरी बेवरेज यानी मीठे पेय पदार्थों के शौकीन हैं, तो आपको अलर्ट होने की जरुरत है, क्योंकि ऐसा करके आप ओरल कैंसर (Oral Cancer) के खतरे को बढ़ा रहे हैं। जी हां, एक हालिया स्टडी में शुगरी ड्रिंक्स के सेवन और ओरल कैंसर के खतरे के बीच एक मजबूत संबंध पाया गया है। अध्ययन से पता चला है कि दिन में सिर्फ एक चीनी युक्त फिजी पेय पीने से मुंह के कैंसर के विकास का खतरा लगभग पांच गुना बढ़ सकता है।

ये तो आप जानते ही होंगे कि नियमित रूप से अधिक मात्रा में चीनी का सेवन करने से ओवरवेट, मोटापा, हार्ट डिजीज, डेंटल कैविटीज और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग समेत कुछ अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। कुछ समय पहले एक अध्ययन में ये भी सामने आया था कि शुगरी ड्रिंक्स से डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है। लेकिन अब एक नए अध्ययन में बताया गया है कि इससे मुँह का कैंसर (Oral Cancer) भी हो सकता है।

किसने किया अध्ययन?

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

इस अध्ययन को अमेरिकी शोधकर्ताओं ने किया है, जो कि JAMA ओटोलरींगोलॉजी- हेड एंड नेक सर्जरी में प्रकाशित हुआ है। इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 160,000 से अधिक महिलाओं के डेटा का विश्लेषण किया गया। अध्ययन में बताया गया कि जो महिलाएं रोजाना कम से कम एक शुगर युक्त मीठा पेय का सेवन करती हैं, उनमें चीनी वाले पेय से परहेज करने वाली महिलाओं की तुलना में ओरल कैविटी कैंसर (OCC) होने की संभावना लगभग पांच गुना अधिक होती है।

क्या आया सामने?

नर्सों के स्वास्थ्य अध्ययन में भाग लेने वाली 162602 महिलाओं में से 124 ओरल कैविटी कैंसर (OCC) मामलों के इस समूह अध्ययन में पाया गया कि हर मासिक 1 एसएसबी यानी चीनी युक्त मीठा पेय पदार्थ से कम की तुलना में डेली 1 या अधिक एसएसबी का सेवन करने वाले प्रतिभागियों में ओसीसी जोखिम 4.87 गुना अधिक है, जिससे समय के साथ प्रति 100000 जनसंख्या पर ओसीसी की दर 3 लोगों तक बढ़ जाती है।

इसी तरह, धूम्रपान न करने वाले या हल्का धूम्रपान करने वाले और न पीने वाले या कम पीने वाले प्रतिभागियों में ओसीसी का जोखिम 1 एसएसबी मासिक से कम की तुलना में प्रतिदिन 1 या अधिक एसएसबी का सेवन करने वालों में 5.46 गुना अधिक था, जिससे ओसीसी की दर प्रति 100000 जनसंख्या पर 3 से अधिक लोगों तक बढ़ गई।

क्या होता है ओरल कैंसर (Oral Cancer Kya Hai Aur Kaise Hota Hai)?

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

ओरल कैंसर, जिसे मुंह का कैंसर या मौखिक गुहा का कैंसर भी कहा जाता है, एक प्रकार का कैंसर है जो होंठ, जीभ, मसूड़ों, गालों और अन्य क्षेत्रों सहित मुंह में विकसित होता है। ओरल कैंसर तब होता है जब मुंह के अंदर की कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि होती है। यह तंबाकू के सेवन, शराब के सेवन, या एचपीवी संक्रमण समेत कई अन्य कारणों से हो सकता है। हाल के वर्षों में एचपीवी-पॉजिटिव मौखिक कैंसर की घटनाओं में वृद्धि हुई है।

पुरुषों को होता है ज्यादा खतरा

एनआईएच नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल एंड क्रैनियोफेशियल रिसर्च (NIDCR) के मुताबिक, मुंह का कैंसर अक्सर 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में होता है और यह महिलाओं की तुलना में पुरुषों को दोगुने से भी अधिक प्रभावित करता है।

ओरल कैंसर के लक्षण (Oral Cancer Symptoms In Hindi)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

NIDCR ने अपनी रिपोर्ट में जानकारी दी है कि मुंह का कैंसर तेजी से फैल सकता है, इसलिए इसका शीघ्र पता चलना जरूरी है। इसके लिए आपको ओरल कैंसर के लक्षणों का पता होना जरूरी है। मुंह के कैंसर में कई तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं-

1- होंठ या मुँह का घाव जो ठीक नहीं होगा।

2- मुंह के अंदर सफेद या लाल रंग का धब्बा।

3- ढीले दांत।

4- मुँह के अंदर कोई वृद्धि या गांठ।

5- मुँह में दर्द या खून आना।

6- कान का दर्द।

7- चबाने या निगलने में कठिनाई या दर्द होना।

8- बोलने में कठिनाई।

9- जीभ या आपके मुंह के अन्य क्षेत्रों में सुन्नता।

10- गले में लगातार खराश रहना, ऐसा महसूस होना कि आपके गले में कुछ फंस गया है।

ओरल कैंसर का इलाज (Oral Cancer Treatment In Hindi)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

मुंह के कैंसर की जांच से कैंसर के शुरुआती लक्षणों का पता लगाया जा सकता है। इसका एग्जामिनेशन दर्द रहित होता है और इसमें केवल कुछ मिनट लगते हैं। जांच के दौरान, आपका डेंटिस्ट या डेंटल हाइजीनिस्ट कैंसर के संभावित लक्षणों के लिए आपके चेहरे, गर्दन, होंठ, पूरे मुंह और गले के पिछले हिस्से की जांच करेगा। अगर जांच में डेंटिस्ट को कुछ भी असामान्य लगता है, तो वह अतिरिक्त परीक्षण करवा सकता है और/या आपको किसी विशेषज्ञ के पास भेजेगा।

अगर ओरल कैंसर की पुष्टि हो जाती है तो इसका इलाज शुरू किया जाएगा। कैंसर का इलाज सर्जरी और संभवत: रेडिएशन थेरेपी या कीमोथेरेपी की मदद से किया जाता है। एक अन्य इलाज का विकल्प टारगेटेड थेरेपी है, जो एक नए प्रकार का कैंसर ट्रीटमेंट है, जो कैंसर सेल्स की सटीक पहचान करने और उन पर हमला करने के लिए दवाओं का उपयोग करता है। ओरल कैंसर के लिए इम्यूनोथेरेपी भी एक संभावित उपचार हो सकता है।

ओरल कैंसर से कैसे बचाव करें (Oral Cancer Prevention Tips In Hindi)

मुँह के कैंसर को रोकने का कोई सिद्ध तरीका तो नहीं है। लेकिन आप इस कैंसर के खतरे को कम जरूर कर सकते हैं, जैसे कि-

1- तम्बाकू का सेवन न करें: ओरल कैंसर के खतरे को कम करने के लिए तंबाकू का सेवन न करें। अगर वर्तमान में किसी भी प्रकार के तंबाकू का इस्तेमाल करते हैं तो इसे छोड़ने का प्रयास करें।

2- शराब का सेवन सीमित करें: इसके अलावा मुंह के कैंसर के खतरे को आप शराब के सेवन को सीमित करके भी कम कर सकते हैं। Mayo clinic ने सलाह दी है कि अगर आप शराब पीते हैं तो कम मात्रा में इसे पीना चुनें। साथ ही स्वस्थ व्यस्कों के लिए, यानी कि महिलाओं को एक दिन में एक ड्रिंक और पुरुषों को एक दिन में दो ड्रिंक तक की सिफारिश की है।

3- अत्यधिक धूप के संपर्क में आने से बचें: कोशिश करें कि अपने होठों की त्वचा को धूप के अत्यधिक संपर्क से बचाएं। इसके लिए चौड़ी किनारी वाली टोपी पहनें जो आपके मुंह सहित आपके पूरे चेहरे को छाया दे। इसके अलावा धूप से बचाव के लिए सनस्क्रीन लिप प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें।

4- एचपीवी वैक्सीन पर विचार करें: HPV इंफेक्शन को रोकने के लिए टीकाकरण प्राप्त करने से मुंह के कैंसर जैसे एचपीवी से संबंधित कैंसर का खतरा कम हो सकता है।

5- नियमित डेंटल परीक्षण करवाएं: ओरल कैंसर के खतरे को कम करने के लिए नियमित डेंटल परीक्षण करवाएं। इससे आपका दंत चिकित्सक कैंसर के लक्षणों के लिए आपके मुँह की जाँच कर सकता है।

नोट- यह खबर सामान्य जानकारी के लिए है। न्यूजट्रैक इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।

Shreya

Shreya

Next Story