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Health : टीन एजर्स के विकास के लिए सही डाइट जरूरी

seema
Published on: 22 Jun 2018 5:04 PM IST
Health : टीन एजर्स के विकास के लिए सही डाइट जरूरी
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नई दिल्ली : 18 वर्ष से कम यानी किशोरावस्था में शरीर तेजी से बढ़ता है। यह समय ऐसा होता है कि पढ़ाई और करियर का दबाव के साथ भागदौड़ भरी जिंदगी से तालमेल बैठाने में अपने लिए समय निकलना मुश्किल होता है। ऐसे में खानपान से जुड़ी कुछ खास बातों का ख्याल रखना जरूरी है। अगर सही डाइट टीनेजर्स को नहीं दिया गया तो समस्या हो सकती है उनका विकास रुक सकता है और कई बीमारियाँ भी हो सकती है। जानते हैं कि बढ़ते बच्चों को क्या खिलाना चाहिए।

नट्स, फैट और सीड्स दें

टीनेजर्स की डाइट फैट से युक्त होनी चाहिए। क्योंकि हमारा ब्रेन एक फैटी ऑर्गन है, इसलिए घी, मेवे, बीज और सेहतमंद तेल, (ऑलिव ऑयल, नारियल तेल और तिल का तेल) आदि संतुलित मात्रा में डाइट में शामिल करने चाहिए। अलसी के बीज, सूर्यमुखी, कद्दू के बीज, अखरोट, तिल आदि में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स भरपूर होते हैं। यह विकास के बहुत जरूरी है।

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न होने दें आयरन की कमी

शरीर जब बढ़ रहा हो तब आयरन की कमी न होने दें। इसको कमी से पढ़ाई में मन नहीं लगना, थकान और चिड़चिड़ेपन की शिकायत हो सकती है। आयरन ब्रेन के विकास और उसे सेहतमंद रखने में अहम भूमिका का निर्वाह करता है और उससे डोपामाइन जैसे महत्वपूर्ण हार्मोन रिलीज होते हैं। डोपामाइन दिमाग को प्रसन्न रखता है। आयरन के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, हल्दी, गेहूं के ज्वारे और मोरिंगा अच्छे स्त्रोत माने जाते हैं। इसके गाजर, चुकंदर और गुड़ खाने को दें।

ग्लूकोज की भी हो मात्रा

अनाज, फल, शकरकंद, बीन्स आदि ग्लूकोज के रूप में दिमाग के ईंधन के पहले स्त्रोत का काम करते हैं। कई अध्ययनों में पाया गया है कि जो विद्यार्थी सुबह नाश्ता नहीं करते उन्हें अपनी क्लास में एकाग्रता में दिक्कत आती है। ऐसा कम एनर्जी लेवल और ब्रेन फोग (दिमागी सुस्ती) की वजह से होता है। अगर टीनेजर को समय से ये डाइट दिया जाय तो भविष्य में भी समस्या नहीं होगी।

ब्रेन के विकास के लिए जिंक

नर्व और ब्रेन सेल्स के बीच संवाद कायम रखने में जिंक की बड़ी भूमिका होती है। शरीर में जिंक की कमी से बौद्धिक क्षमता व समस्याओं को सुलझाने के कौशल पर विपरीत असर पड़ता है। इसके लिए बादाम, लहसुन, कद्दू के बीज, तिल और ऑर्गेनिक अंडों का नियमित सेवन करना चाहिए।

विटामिन बी

विटामिन बी-9 और बी12 शारीर के नर्व सेल्स को दुरूस्त रखते हैं। शरीर में इसकी कमी हो तो सप्लीमेंट लिया जा सकता है। यह मांसाहारी भोजन में इसकी प्रचुर मात्रा होती है। अगर आपको लगता है कि इसकी कमी है या आप शाकाहारी डाइट लेते हैं तो इसका सप्लीमेंट भी ले सकते हैं।



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सीमा शर्मा लगभग ०६ वर्षों से डिजाइनिंग वर्क कर रही हैं। प्रिटिंग प्रेस में २ वर्ष का अनुभव। 'निष्पक्ष प्रतिदिनÓ हिन्दी दैनिक में दो साल पेज मेकिंग का कार्य किया। श्रीटाइम्स में साप्ताहिक मैगजीन में डिजाइन के पद पर दो साल तक कार्य किया। इसके अलावा जॉब वर्क का अनुभव है।

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