सावधान! कहीं आप तो नहीं ले रहे बुखार, एसिडिटी और डायबिटीज सहित ये 50 जरूरी दवाएं, लैब टेस्ट में हुईं फेल

Life Saving Drugs : ड्रग कंट्रोलर ने पाया है कि भारत में 50 जीवन रक्षक दवाएँ, जिनमें बुखार और दौरे को नियंत्रित करने वाली दवाएँ भी शामिल हैं, घटिया हैं।

Neel Mani Lal
Published on: 25 Sep 2024 3:24 PM GMT (Updated on: 25 Sep 2024 3:34 PM GMT)
सावधान! कहीं आप तो नहीं ले रहे बुखार, एसिडिटी और डायबिटीज सहित ये 50 जरूरी दवाएं, लैब टेस्ट में हुईं फेल
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सांकेति तस्वीर (Pic - Social Media)

Life Saving Drugs : ड्रग कंट्रोलर ने पाया है कि भारत में 50 जीवन रक्षक दवाएँ, जिनमें बुखार और दौरे को नियंत्रित करने वाली दवाएँ भी शामिल हैं, घटिया हैं। ऐसी दवाओं की लंबी सूची में बुखार की दवा पैरासिटामोल 500, एन्टी एसिडिटी दवा पैन डी, हाई बीपी की दवा टेल्मिसर्टन, कफ सिरप कफ़टिन, दौरे को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली क्लोनाज़ेपम गोलियाँ, दर्द निवारक दवा डिक्लोफेनाक, डायबिटीज की दवा ग्लिमेपिराइड मल्टी विटामिन और कैल्शियम टेबलेट शेलकेल शामिल हैं।

देश के ड्रग रेगुलेशन वॉचडॉग "सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड्स कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन" द्वारा अगस्त के लिए जारी “नॉट ऑफ स्टैंडर्ड क्वालिटी (एनएसक्यू) अलर्ट” के अनुसार, 50 से अधिक दवाओं को एनएसक्यू या घटिया घोषित किया गया है। एनएसक्यू अलर्ट मासिक आधार पर राज्य के ड्रग अधिकारियों द्वारा किए गए रैंडम सैंपलिंग के परिणाम हैं।

महत्वपूर्ण मामला

ये मामला बेहद चिंताजनक है क्योंकि इस लिस्ट में कई टॉप फार्मा कंपनियों द्वारा निर्मित महत्वपूर्ण और आवश्यक दवाएं शामिल हैं जिन्हें बड़ी संख्या में लोग इस्तेमाल करते हैं। इन कंपनियों में हेटेरो ड्रग्स, एल्केम लैबोरेटरीज, हिंदुस्तान एंटीबायोटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और कर्नाटक एंटीबायोटिक्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड शामिल हैं। हालांकि, कंपनियों ने संकेत दिया है कि चिह्नित बैच नकली हैं और उनके द्वारा निर्मित नहीं हैं।

कैसी कैसी दवाएं

- हाई बीपी की प्रसिद्ध दवा "टेल्मिसर्टन" के कई बैच क्वालिटी टेस्ट में फेल रहे हैं। इन दवाओं का निर्माण हरिद्वार स्थित दवा निर्माता लाइफ मैक्स लैबोरेटरीज द्वारा किया गया था।

- पेट के संक्रमण के इलाज के लिए एक लोकप्रिय दवा मेट्रोनिडाजोल, जिसे पीएसयू हिंदुस्तान एंटीबायोटिक लिमिटेड (एचएएल) द्वारा निर्मित किया जाता है, परीक्षण में विफल होने वाली दवाओं में से एक है।

- इसी तरह, टोरेंट फार्मास्यूटिकल्स द्वारा बेची जाने वाली और उत्तराखंड स्थित प्योर एंड क्योर हेल्थकेयर द्वारा निर्मित "शेल्कल" भी परीक्षण में विफल रही।

- कोलकाता स्थित एक दवा परीक्षण प्रयोगशाला ने फार्मा फर्म एल्केम हेल्थ साइंस की एंटीबायोटिक दवा "क्लैवम 625" और "पैन डी" को नकली पाया है।

- इसी प्रयोगशाला ने हैदराबाद स्थित हेटेरो के "सेपोडेम एक्सपी 50 ड्राई सस्पेंशन' को नकली गुणवत्ता का पाया। यह दवा बच्चों को गले, फेफड़े, मूत्र मार्ग या अन्य गंभीर जीवाणु संक्रमण के इलाज के लिए दी जाती है।

- कर्नाटक एंटीबायोटिक्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड की "पैरासिटामोल" गोलियों को भी चिह्नित किया गया है।

Rajnish Verma

Rajnish Verma

Content Writer

वर्तमान में न्यूज ट्रैक के साथ सफर जारी है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। मैने अपने पत्रकारिता सफर की शुरुआत इंडिया एलाइव मैगजीन के साथ की। इसके बाद अमृत प्रभात, कैनविज टाइम्स, श्री टाइम्स अखबार में कई साल अपनी सेवाएं दी। इसके बाद न्यूज टाइम्स वेब पोर्टल, पाक्षिक मैगजीन के साथ सफर जारी रहा। विद्या भारती प्रचार विभाग के लिए मीडिया कोआर्डीनेटर के रूप में लगभग तीन साल सेवाएं दीं। पत्रकारिता में लगभग 12 साल का अनुभव है। राजनीति, क्राइम, हेल्थ और समाज से जुड़े मुद्दों पर खास दिलचस्पी है।

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