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Tomato Flu: भारत में तेजी से फैला Tomato Flu, 100 से अधिक मामले, केंद्र ने जारी की एडवाइजरी

Tomato Flu in India: भारत में कोरोना, मंकी पॉक्स के बाद टोमैटो फ्लू भी बढ़ने लगा है। दरअसल भारत में इसके मामले केरल के कोल्लम जिले में पहली बार 6 मई को आई थी जो अब तेजी से फैल रहा।

Anupma Raj
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Published on: 24 Aug 2022 9:13 AM IST
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Tomato Flu (Image: Social Media)

Tomato Flu in India: भारत में कोरोना, मंकी पॉक्स के बाद टोमैटो फ्लू भी बढ़ने लगा है। दरअसल भारत में इसके मामले केरल के कोल्लम जिले में पहली बार 6 मई को आई थी और 26 जुलाई तक, 5 साल से कम उम्र के 82 से अधिक बच्चों में संक्रमण की मिली है। केरल के अन्य प्रभावित क्षेत्र आंचल, आर्यनकावु और नेदुवथुर में भी इसके मामले सामने आए हैं।

बता दे कि केरल, तमिलनाडु, ओडिशा और हरियाणा से 100 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। जिसके बाद केंद्र सरकार ने राज्यों को एडवाइजरी जारी की है। बता दे कि इस वायरल बीमारी को लेकर कई राज्यों जैसे तमिलनाडु और कर्नाटक को अलर्ट किया गया है । वहीं 26 बच्चों (1-9 वर्ष की आयु) को ओडिशा में बीमारी होने का मामला सामने आया है। दरअसल केरल, तमिलनाडु, हरियाणा और ओडिशा के अलावा, भारत के किसी अन्य क्षेत्र में अपने वायरस द्वारा इस बीमारी की सूचना नहीं मिली है।

टोमैटो फ्लू एक वायरल बीमारी है, जो शरीर के कई हिस्सों पर टमाटर के आकार के छाले जैसा हो जाता है। घाव लाल रंग के छोटे रूप में शुरू होते हैं और बड़े होने पर टमाटर के समान होते हैं। बता दे कि टोमैटो फ्लू वाले बच्चों में देखे गए शुरुआती लक्षण बुखार, चकत्ते और जोड़ों में दर्द आदि हैं। इसके अलावा त्वचा पर रैशेज होने से भी त्वचा में जलन हो सकती है। अब वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अन्य वायरल संक्रमणों की लक्षण की तरह, थकान, मतली, उल्टी, दस्त, बुखार, जोड़ों में सूजन, शरीर में दर्द और सामान्य इन्फ्लूएंजा जैसी समस्या शामिल हैं। विशेषज्ञों के अनुसार इस फ्लू में मुंह में छाले और त्वचा पर लाल चकत्ते होते हैं। साथ ही यह फ्लू हल्का बुखार, भूख न लगना और अक्सर गले में खराश के साथ शुरू होता है। बता दे कि बुखार शुरू होने के एक या दो दिन बाद छोटे-छोटे लाल धब्बे दिखाई देने लगते हैं जो बाद में छाले और फिर अल्सर में बदल जाते हैं। यह घाव आमतौर पर जीभ, मसूड़ों, गालों, हथेलियों और तलवों के अंदर होते हैं। बता दे कि इन लक्षणों वाले बच्चों में, डेंगू, चिकनगुनिया, जीका वायरस, वैरीसेला-ज़ोस्टर वायरस और दाद के ट्रीटमेंट के लिए सीरोलॉजिकल परीक्षण किए जाते हैं। यह रोग हाथ-पैर-मुंह की बीमारी का ​​रूप है जो बच्चों में आम है। इसका इलाज भी अन्य वायरल संक्रमणों के समान है जैसे जलन और चकत्ते से राहत के लिए गर्म पानी का स्पंज, हाथों को साफ रखना, गंदगी से बचना। बुखार और शरीर में दर्द के लिए चिकित्सा संपर्क करना चाहिए। बता दे कि अन्य बच्चों या वयस्कों में संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए किसी भी लक्षण की शुरुआत से 5-7 दिनों के लिए संकमित व्यक्ति को बाकी लोगों से दूर रखने का पालन करें। साथ ही रोकथाम के लिए सबसे अच्छा उपाय है स्वच्छता बनाए रखना। इसके अलावा संक्रमित बच्चे को अन्य गैर-संक्रमित बच्चों के साथ खिलौने, कपड़े, भोजन या अन्य वस्तुओं को साझा करने से रोकना है। हालांकि अभी तक, टमाटर फ्लू के उपचार या रोकथाम के लिए कोई दवा सामने नहीं आया है।




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Anupma Raj

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Sports Content Writer

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