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Jeebh Se Jane Bimari: जीभ खोलती है आपके सेहत का राज, डॉक्टर से जानिये जीभ के रंग से कौन सी हो सकती है बीमारी
Jeebh Se Jane Bimari: आपकी जीभ का कौन सा रंग किस बीमारी की ओर संकेत करता है इसी बात पर प्रकाश डालते हुए रांची के प्रतिष्ठित संस्थान RIMS के न्यूरो एंड स्पाइन सर्जन डॉ विकास कुमार ने सोशल मीडिया साइट X पर एक विस्तृत पोस्ट साँझा कर यह बताया है कि आपकी जीभ कैसी होनी चाहिए।
Jeebh Se Jane Bimari: आपने कभी सोचा है कि जब भी हम बीमार होते हैं और डॉक्टर के पास जाते हैं तो वह आपकी जीभ सबसे पहले क्यों देखते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि जीभ आपके सेहत का राज खोलती है। आपकी जीभ का रंग, उसकी बनावट और उसका टेक्सचर आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के बारे में सुराग दे सकती है।
एक स्वस्थ जीभ आमतौर पर गुलाबी होती है। यदि आपकी जीभ असामान्य रूप से लाल, पीली है, या उसका रंग सफेद या पीला है, तो यह विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। उदाहरण के लिए, सफेद परत मुंह में छाले या अन्य संक्रमण का संकेत हो सकती है। आपकी जीभ पर लेप से जानकारी का पता चल सकता है। एक मोटी सफेद परत बैक्टीरिया या खमीर के निर्माण का संकेत दे सकती है, जबकि एक पीली परत पाचन समस्याओं या निर्जलीकरण का संकेत दे सकती है।
आपकी जीभ का कौन सा रंग किस बीमारी की ओर संकेत करता है इसी बात पर प्रकाश डालते हुए रांची के प्रतिष्ठित संस्थान RIMS के न्यूरो एंड स्पाइन सर्जन डॉ विकास कुमार ने सोशल मीडिया साइट X पर एक विस्तृत पोस्ट साँझा कर यह बताया है कि आपकी जीभ कैसी होनी चाहिए। डॉ विकास कुमार लिखते हैं कि विभिन्न बीमारियों में हमारे जीभ का कलर/रंग बदल जाता है अगर हम इसे ध्यान से देखें और पहचानना सीख जाए तो कोई बीमारियों का पता समय रहते हैं चल जायेगा।
जीभ का रंग किस बीमारी का है संकेत
सफ़ेद जीभ- डॉ कुमार लिखते हैं कि जीभ पर जब सफेद रंग आ जाए तो इसका मतबल होता है कि आप मुंह की अच्छे से सफाई नहीं कर रहे हैं I यह फंगल इन्फेक्शन और कुछ वायरल इंफेक्शन के संकेत देता है।
लाल जीभ- अगर आपकी जीभ का रंग लाल यानी स्ट्रॉबेरी के रंग जैसा हो गया है, तो इसका मतलब है की आपको भोजन या दवा से एलर्जी या विटामिन बी की कमी है।
पीला जीभ- पीली जीभ बैक्टीरिया की अधिकता का संकेत देती है। यह पुअर ओरल हाइजीन, स्मोकिंग, तंबाकू सेवन के कारण भी हो सकता है।
ग्रे जीभ- पाचन समस्याओं के कारण आपकी जीभ सफेद/gray हो सकती है। पेप्टिक अल्सर /एक्जिमा भी हो सकता है।
काली जीभ- केराटिन एक प्रोटीन है जो आपके बालों, त्वचा और नाखूनों में पाया जाता है। केराटिन, खाद्य कण और मलबा आपकी जीभ से चिपक सकते हैं, जिससे यह काली हो जाती है। खराब ओरल हाइजीन, स्मोकिंग तंबाकू तथा रेडिएशन थेरेपी को दर्शाता है।
नीली या पर्पल जीभ- यदि किसी की जुबान का रंग नीला या पर्पल हो जाए तो इसका मतलब होता है कि उसे दिल से जुड़ी बीमारियां हो सकती है,और यह शरीर में ऑक्सीजन की कमी को दर्शाता है।
जीभ को कैसे रखें साफ़
जीभ का अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखना समग्र मौखिक स्वच्छता का एक अनिवार्य हिस्सा है। अपनी जीभ को बेहतरीन आकार में रखने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:
जीभ को ब्रश करें- जब आप अपने दाँत ब्रश करते हैं, तो अपनी जीभ को न भूलें। बैक्टीरिया को हटाने और सांसों की दुर्गंध को रोकने के लिए अपनी जीभ को धीरे से ब्रश करें।
जीभ खुरचनी का उपयोग करें- जीभ खुरचनी एक उपयोगी उपकरण है जिसे विशेष रूप से जीभ की सफाई के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह टूथब्रश की तुलना में अधिक प्रभावी ढंग से मलबे, बैक्टीरिया और मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है।
हाइड्रेटेड रहें- भरपूर पानी पीने से आपके मुंह को नम रखने में मदद मिलती है और आपकी जीभ से बैक्टीरिया और खाद्य कणों को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
अपने आहार पर ध्यान दें- मीठे और अम्लीय खाद्य पदार्थों के अत्यधिक सेवन से बचें, क्योंकि वे आपकी जीभ पर बैक्टीरिया के विकास में योगदान कर सकते हैं। संतुलित आहार समग्र मौखिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
धूम्रपान छोड़ें- धूम्रपान से जीभ पर परत चढ़ सकती है और उसका रंग फीका पड़ सकता है। धूम्रपान छोड़ने से न केवल आपकी जीभ को फायदा होता है बल्कि कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं।
अच्छी मौखिक स्वच्छता का अभ्यास करें- जीभ की देखभाल के अलावा, नियमित मौखिक स्वच्छता दिनचर्या बनाए रखें। अपने दांतों को दिन में दो बार ब्रश करें, रोजाना फ्लॉस करें और अपने दंत चिकित्सक की सलाह के अनुसार माउथवॉश का उपयोग करें।