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Headache Symptoms and Causes: कई प्रकार के होते हैं सिरदर्द, जानें कारण और इलाज
Headache Treatment: हम सभी कभी ना कभी सिरदर्द की समस्या से जरूर गुजरते हैं। सिरदर्द की समस्या किसी बड़ी बीमारी का कारण भी बन सकती है।
Type of Headache Symptoms and Treatment: हम सभी कभी ना कभी सिरदर्द की समस्या से जरूर गुजरते हैं। सिरदर्द की समस्या किसी बड़ी बीमारी का कारण भी बन सकती है। हालांकि सभी सिरदर्द की समस्या किसी गंभीर बीमारी की ओर इशारा भी नहीं करती हैं। सिरदर्द के कई प्रकार हैं। आइए जानते हैं सिरदर्द के प्रकार, कारण और इलाज के बारे में:
सिरदर्द के प्रकार हैं:
प्राथमिक सिरदर्द: प्राथमिक सिरदर्द यानी आम सिरदर्द, ऐसा सिरदर्द जो अपने आप ही हो जाता है। बता दे कि प्राथमिक सिरदर्द के भी कई प्रकार हैं जैसे: क्लस्टर सिरदर्द, तनाव सिरदर्द, माइग्रेन, पैरॉक्सिस्मल हेमिक्रेनिया आदि शामिल हैं।
माइग्रेन
माइग्रेन की समस्या में दिमाग का एक ही भाग प्रभावित होता है। यह दर्द पीड़ित को असहाय बना देता है। माइग्रेन का दर्द 4 घंटे तक या 3 से 4 दिन तक बना रह सकता है। माइग्रेन के मरीज की मुश्किलें ज्यादा शोर और रोशनी से भी बढ़ जाती है। माइग्रेन पीड़ित को बहुत ज्यादा दर्द होने के कारण मतली का अहसास होता है और कुछ लोगों को उल्टी भी होता है।
तनाव वाला सिरदर्द
दरअसल तनाव वाला सिरदर्द में पीड़ित पूरे माथे पर दर्द महसूस करता है। यह दर्द आमतौर पर कई दिनों तक रहता है। तनाव के कारण होने वाले सिरदर्द मरीज को पूरे वक्त बैचेनी और थकान का अहसास कराते हैं। इसे प्रेशर हैडेक्स भी कहा जाता है। यह गर्दन, पीठ की मांसपेशियों, सिर में खिंचाव, थकान, गलत मुद्रा में सो जाने की वजह से हो जाता है। कई बार आंखों में परेशानी भी सिरदर्द की वजह बन जाती है। हालांकि इसका इलाज आसानी से उपलब्ध दर्दनिवारक एस्पिरिन से किया जा सकता है।
क्लस्टर सिरदर्द
क्लस्टर सिरदर्द बहुत गंभीर प्रकार का सिरदर्द है। इसे आत्मघाती सिरदर्द (सुसाइडल हैडेक) तक कहा जाता है। इसमें दर्द असहनीय होता है। यह दर्द दिमाग के केवल एक हिस्से में होता है। जिस हिस्से में दर्द रहता है उस तरफ की आंख लाल हो जाती है और पानी भी निकलने लगता है।
प्राथमिक सिरदर्द के कारण
खराब मुद्रा में सोना
शराब
नींद की कमी
अनियमित भोजन का समय
संसाधित मांस
माध्यमिक सिरदर्द
माध्यमिक सिरदर्द यानी सेकंडरी सिरदर्द, जो एक बीमारी के लक्षण हैं। संक्रमण, मानसिक रोग, हाई ब्लडप्रेशर, सिर में चोट, लकवा (स्ट्रोक) या ट्यूमर के कारण होने वाले सिरदर्द आदि सैकंडरी हैडेक की श्रेणी में आते हैं।
माध्यमिक सिरदर्द के कारण
तेज सिरदर्द
सुबह जागने पर सिरदर्द
खांसी
छींक या तनाव से सिरदर्द
बुखार के साथ सिरदर्द
सिर पर चोट लगने से सिरदर्द
सिरदर्द का इलाज
माइग्रेन और तनाव सिरदर्द के लिए दवा लिया जा सकता है। दवा के सेवन से इन बीमारियों से राहत मिल सकती है। हालांकि, ऐसी दवाओं का सहारा लेने से पहले आपको अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। लेकिन क्लस्टर सिरदर्द होने पर इसका इलाज करना थोड़ा कठिन हो सकता है। इसके अलावा घरेलू उपायों को अपनाने से सेकंडरी सिरदर्द में राहत मिलती है। मसाज, संतुलित आहार, वॉर्म या कोल्ड कंप्रेस, एसेंशियल ऑयल के इस्तेमाल से सिरदर्द में राहत मिलती है। इसके साथ ही सिरदर्द की समस्या ज्यादा होने पर डॉक्टर से जरूर दिखाना चाहिए।