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Use of Turmeric: फायदेमंद ही नहीं हल्दी खाने के हो सकते हैं गंभीर नुकसान, जानें कैसे करना है बचाव
Use of Turmeric: हल्दी का सेवन कुछ खास स्थितियों में शरीर को जहर की तरह नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए ये जानना बेहद जरुरी है कि किस परिस्थिति में हल्दी शरीर के लिए नुकसानदायक है।
Lucknow: हल्दी (Turmeric) का सेवन सेहत के लिए बहुत अधिक गुणकारी होता है। भारतीय खानों में तो हल्दी के बिना कोई भी आहार पूरा नहीं माना जाता है। इतना ही नहीं लोग खुद को स्वस्थ रखने के लिए रोज़ाना सुबह खली पेट गर्म पानी में हल्दी डालकर पीते हैं। जिससे शरीर के अंदर मौजूद कई तरह की समस्याएं खुद ब खुद दूर हो जाती हैं।
बता दें कि हल्दी में मौजूद एंटीसेप्टिक (antiseptic) और एंटीबायोटिक (antibiotic) गुण आपकी सर्दी-ज़ुकाम और कफ की समस्या को भी दूर करने में सहायक होता है। इतना ही नहीं इसके सेवन से हड्डियां मज़बूत होने के साथ आपके शरीर में इम्युनिटी को भी बढ़ाने में मदद करता है। लेकिन क्या आप इतनी गुणकारी मानी जाने वाली हल्दी का सेवन भी कुछ खास स्थितियों में आपके शरीर को जहर की तरह नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए ये जानना बेहद जरुरी है कि किन और किस परिस्थिति में हल्दी शरीर के लिए एक औषिधि के समान है और कब हल्दी का सेवन आपके शरीर को भयंकर नुकसानपंहुचा सकता है।
तो आइये जानते किन विशेष परिस्थितियों में हल्दी का सेवन आपके लिए जहर की भांति हो सकता है।
शुगर में हल्दी का सेवन (turmeric in sugar)
आमतौर पर डायबिटीज में मरीज़ों को खून को पतला रखने वाली दवाएं दी जाती हैं ताकि उनका ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रह सकें। लेकिन ऐसे में अगर डायबिटीज के मरीज़ अत्यधिक मात्रा में हल्दी का सेवन करते हैं तो ये उनके शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा बहुत ही कम कर सकती है जिसके कारण एक गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है।
जॉइंडिस या पीलिया (jaundice)
जॉइंडिस यानी पीलिया रोग से ग्रसित लोगों के लिए हल्दी का सेवन ज़हर के समान है। बता दें कि इस बीमारी में तेल और हल्दी इन दोनों चीज़ों से परहेज़ करना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। इतना ही अपनी बीमारी ठीक होने के बाद भी डॉक्टर की सलाह पर ही हल्दी का सेवन शुरू करना चाहिए। अन्यथा आपकी स्थिति चिंताजनक हो सकती है।
पथरी (stone)
कुछ लोगों के शरीर में बार-बार पथरी बनने की भी समस्या होती है। ऐसे लोगों को भी हल्दी का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है। खासतौर पर जिन्हें पित्ताशय (Gall bladder) की पथरी हुई हो ऐसे लोगों के लिए तो हल्दी ज़हर के समान है।
रक्तस्त्राव (bleeding)
जिन लोगों के शरीर में नाक से अचानक या लगातार खून आने की समस्या हो उन्हें भी हल्दी का सेवन बेहद सीमित मात्रा में करना चाहिए। लेकिन जिन्हें रक्तस्त्राव संबंधी कोई अन्य समस्या या Epistaxis बीमारी हो ऐसे लोगों को भी हल्दी का सेवन न बहुत ही कम मात्रा में या बिलकुल नहीं करना चाहिए। बता दें कि हल्दी शरीर में खून का थक्का (Blood Clot) जमने की प्रक्रिया को धीमा करने में सहायक मानी जाती है। इसके अलावा जिन लोगों को खून के पतलेपन की शिकायत भी हो तो ऐसे लोगों को भी हल्दी का सेवन नहीं करना चाहिए। गौरतलब है कि हल्दी के उपयोग से खून को पतला करने में सहायता मिलती है। ऐसे में जिन लोगो का रक्त पहले से ही पतला हो तो उन्हें जबरदस्त दिक्कत हो सकती है।
एनीमिया (anemia)
एनीमिया की परेशानी से जूझ रहे लोगों को भी हल्दी का सेवन अत्यधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए। गौरतलब है कि जिनके शरीर में खून की कमी की शिकायत पहले से ही मौजूद हो तो उन्हें भी हल्दी का सेवन अत्यधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए।बता दें कि हल्दी के सेवन से शरीर में आयरन की खपत ज्यादा बढ़ जाती है जिसका बुरा असर आपके रक्त के प्रवाह पर पड़ता है।
गर्भवती महिला (pregnant woman)
गर्भवती महिलाओं को हल्दी का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए। अमूमन हर व्यक्ति के शरीर की प्रकृति अलग होती है और हल्दी तासीर में बहुत गर्म होती है। इसलिए इसका अधिक सेवन करने से कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान भी ब्लीडिंग होने की समस्या हो सकती है या गर्भपात की भी स्थिति बन सकती है।