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Weight Loss Tips: वजन कम करने की कर रहे हैं कोशिश, वाटर फास्टिंग से होगा लाभ

Weight Loss Tips: फास्टिंग के दौरान व्यक्ति इस दौरान बस पानी पीता है और खाना नहीं खाता है। वॉटर फास्टिंग से इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार हो सकता है, जिससे डायबिटीज की समस्याएं कम हो सकती हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 30 Jan 2024 1:30 PM IST
Water Fasting For Weight Loss
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Water Fasting For Weight Loss (Photos - Social

Weight Loss Tips: वॉटर फास्टिंग एक प्रकार का उपवास है जिसमें केवल पानी पीने की अनुमति होती है और कोई भोजन नहीं किया जाता है. यह अवधि व्यक्ति की पसंद और सामर्थ्य पर निर्भर करती है, लेकिन ज्यादातर इसे 24 से 72 घंटे के बीच रखा जाता है। व्यक्ति इस दौरान बस पानी पीता है और खाना नहीं खाता है। वॉटर फास्टिंग से इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार हो सकता है, जिससे डायबिटीज की समस्याएं कम हो सकती हैं। कई लोग वजन कम करने में सफलता प्राप्त करते हैं, क्योंकि शरीर उपयोग करने के लिए स्वयं ही अपनी ऊर्जा रिजर्वेस को उपयोग करना शुरू कर देता है

कंट्रोल होगा कोलेस्ट्रॉल

पानी पीने का सही मात्रा में रखना कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित रखने में मदद करता है. कोलेस्ट्रॉल के स्तर को प्रभावित करने के लिए,आपकी जीवनशैली, आहार और अन्य स्वास्थ्य उपायों का महत्वपूर्ण योगदान होता है।

Water Fasting For Weight Loss


शरीर रहता है हाइड्रेट

पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है और इससे शरीर के ऊतकों का सही से काम करने में मदद मिलती है, जिससे इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार होता है। हाइड्रेशन के कारण ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद होती है. पानी पीने से भूख कम लग सकती है और इससे वजन नियंत्रित रह सकता है. पानी सही मात्रा में पीने से शरीर की ऊर्जा को बढ़ावा मिल सकता है.

Water Fasting For Weight Loss

इलेक्ट्रोलाइट्स की लें मदद

जब शरीर सिर्फ पानी से ही आत्मसमर्पण करता है, तो उसे आवश्यक ऊर्जा की कमी होती है, जिसके कारण आपमें कमजोरी और थकान हो सकती है। वॉटर फास्टिंग के दौरान आपके शरीर के इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा में बदलाव हो सकता है, जैसे कि पोटेशियम, सॉडियम, और क्लोराइड। यह असंतुलन कई समस्याएं पैदा कर सकता है, जैसे कि दिल की समस्याएं, आदि। यह कमजोरी, पीपीटी और अन्य समस्याएं पैदा कर सकता है। वॉटर फास्टिंग के कुछ समय बाद, शरीर धीरे-धीरे अपने ऊर्जा स्रोत को बदलता है और केटोसिस नामक स्थिति आ सकती है, जिससे आपको बुढ़ापे की तेजी से आने लगती है।



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Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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