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West Nile Fever: 'वेस्ट नाइल फीवर' ने केरल में मचाया हड़कंप, जानिए इसके लक्षण और बचाव

West Nile Fever केरल में इस समय 'वेस्ट नाइल फीवर' की चपेट में आने से 5 लोगों की मौत हो गयी है आइये जानते हैं इसके लक्षण क्या है और कैसे इससे आप अपना बचाव कर सकते हैं।

Shweta Srivastava
Published on: 9 May 2024 3:45 AM GMT (Updated on: 9 May 2024 3:45 AM GMT)
West Nile Fever
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West Nile Fever (Image Credit-Social Media)

West Nile Fever: इस समय केरल में वेस्ट नाइल फीवर ने सभी को काफी परेशान किया हुआ है। इससे अभी तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। आइये जानते हैं क्या है इस बुखार की वजह और कैसे फ़ैल रहा ये आइये विस्तार से जानते हैं।

'वेस्ट नाइल फीवर' की क्या है वजह (West Nile Fever Causes)

केरल में एक तरह का बुखार लोगों की परेशानी का सबब बना हुआ है। जिसका नाम वेस्ट नाइल फीवर है। फिलहाल इस फीवर के 5 केस आएं हैं। जबसे ये मामले सामने आये हैं वहीँ केरल हेल्थ डिपार्टमेंट अलर्ट मोड पर है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार ये बुखार वायरल की वजह से होता है। आइये जानते हैं कि ये वायरस किस तरह इंसानों में फ़ैल रहा है।

ब्रेन से है इस बुखार का सम्बन्ध

आपको बता दें कि अगर इस बुखार का इलाज समय रहते नहीं करवाया जाता है तो ये काफी खतरनाक भी हो सकता है। इसलिए डॉक्टर्स यही सलाह देते हैं कि इसका इलाज वक़्त रहते ही करवा लेना चाहिए। अगर इस बुखार से ग्रसित व्यक्ति का इलाज समय पर नहीं होता है तो ये बुखार एन्सेफलाइटिस का कारण भी बन सकता है। ये ब्रेन से जुड़ी बिमारियों की वजह बन जाता है। वहीँ आपको बता दें कि गंभीर मामलों में ये मौत की वजह भी बन जाता है। इसके लिए ज़रूरी है कि आप इससे जुड़ी सभी जानकारी से अवगत हों और इसकी समय रहते पहचान भी कर पाएं।

आपको बता दें कि सबसे पहली बार युगांडा के वेस्ट नाइल में इसके वायरस की पहचान हुई थी इसी वजह से इस बुखार का नाम वेस्ट नाइल पड़ा। वहीँ डॉक्टर्स का ये भी कहना है कि इससे आपको घबराने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि ये इसके लक्षण फ्लू जैसे ही होते हैं। वहीँ अगर इसके शुरुआती लक्षणों की बात करें तो इसमें मरीज को सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, दस्त, गला खराब और शरीर में दाने निकलने लगते हैं। वहीँ वेस्ट नाइल का बुखार जिस वायरस से होता है उसे आरएनए वायरस कहा जाता है। आपको बता दें इसी तरह का वायरस डेंगू और मलेरिया जैसी गंभीर बीमारियों का भी कारण बनता है।

इस बुखार से पीड़ित व्यक्तियों में से 1 फीसदी मरीजों में ही गंभीर लक्षण दिखाई पड़ते हैं। जब ये बुखार व्यक्ति पर अटैक करता है तो उसकी इम्युनिटी कमजोर हो जाती है।

इस वायरस से बचने के लिए आपको अपने आस पास साफ़ सफाई रखनी होगी। साथ ही जितना हो सके अपने आप को हायड्रेटेड रखें। सीजन के फल और सब्जियां खाएं। इम्युनिटी बनी रहे इसके लिए ज़रूरी है कि आप अपने खान पान का विशेष ध्यान रखें।

Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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