TRENDING TAGS :
Colour Meditation: जानें क्या है कलर मेडिटेशन, रंगों की मदद से ऐसे करें मेडिटेशन, होंगे कई फायदे
Colour Meditation Benefits: ज्यादातर लोगों को रंगों से गहरा लगाव होता है। हम सभी अपनी लाइफ में रंगों को किसी तरह से शामिल करते हैं या यूं कहें कि रंगों के बिना जिंदगी पूरी नहीं हो सकती।
Colour Meditation Benefits: ज्यादातर लोगों को रंगों से गहरा लगाव होता है। हम सभी अपनी लाइफ में रंगों को किसी ना किसी तरह से शामिल करते हैं या यूं कहें कि रंगों के बिना जिंदगी पूरी नहीं हो सकती। लेकिन क्या आपने सोचा है कि ये कलर मेडिटेशन में भी बड़ा रोल निभातेही हैं। जिसे हम कलर मेडिटेशन के नाम से जानते हैं। क्या है कलर मेडिटेशन और रंगों की मदद से ऐसे करें मेडिटेशन और इसके क्या होंगे फायदे, आइए जानते हैं विस्तार से:
क्या है कलर मेडिटेशन (Colour Meditation)
दरअसल मेडिटेशन कोई रॉकेट साइंस नहीं है बल्कि मेडिटेशन बस एक तरीका है- जिसमें मन को सारे विचारों, परेशानियों और टेंशन से फ्री कर शांति से एक चीज़ पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। आपको बता दें कि मेडिटेशन तब होता है जब आप अपने पास्ट और फ्यूचर को भुलाकर दिमाग सिर्फ वर्तमान के बारे में सोचता है। रंगों से मेडिटेशन करना मौजूदा समय में बेहद किफायती और कारगर साबित हुआ है।
कलर मेडिटेशन के फायदे
कलर मेडिटेशन के कई फायदे हैं। दरअसल रंगों को भरते समय दिमाग के दाहिने और बाएं दोनों साइड्स एक्टिव हो जाती हैं। इसके अलावा, क्रिएटिव थिंकिंग और फैसला लेना यानी डिसीजन मेकिंग एक साथ करने में मदद मिलती है। यह हमारे दिमाग का विकास करने में भी मददगार साबित होता है। यही नहीं इससे हमारे मेंटल हेल्थ भी काफी बूस्ट हो जाती है। बता दे कलर मेडिटेशनस्ट्रेस कम करने में भी मदद करता है। इसमें कलर भरते समय दिमाग का पूरा फोकस दूसरी चिंताओं से दूर सिर्फ रंग भरने पर ही होती है।
इस तरह से करें कलर मेडिटेशन
कलर मेडिटेशन करने के लिए सबसे पहले एक जगह पर बैठकर अपनी आंखें बन्द कर लें। फिर इसके साथ ही, रिलैक्स मूड में एंजॉय करते हुए रंग भरना होता है, यह मेडिटेशन करना काफी फायदेमंद होता है। दरअसल इससे आपको शांति के साथ-साथ खुशी और संतुष्टि दोनों मिलेगी। ऐसा कहा जाता है कि एक कलर आर्ट पूरा करने के बाद जीतने जैसी खुशी होती है। इससे किसी इंसान को साइकोलॉजिकल बहुत फायदा होता है। रंग से ना सिर्फ मेडिटेशन होता है, बल्कि क्रिएटिव स्किल्स भी बढ़ जाती हैं। इससे आपको अपने गुस्से पर कंट्रोल करना भी आ जाता हैं और अब सबसे खास बात इसकी ये है कि आपको दोबारा बच्चा बनकर अपने बचपन जीने का मौका मिलता है।