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हर्पीज का संकेत हैं शरीर पर नजर आने वाले ये दाने, बिल्कुल ना करें नजरंदाज
Genital Herpes Infection : हर्पीज त्वचा से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है जो व्यक्ति को काफी नुकसान पहुंचा सकती है। चलिए आज आपको इस बीमारी और इसके लक्षण तथा बचाव के बारे में बताते हैं।
हमारे शरीर पर कई बार छोटे-छोटे दाने निकल आते हैं। जिन्हें हम शुरुआत में नजरअंदाज कर देते हैं और सोचते हैं कि यह ठीक हो जाएंगे। यह ऐसे दाने होते हैं जिनमें मवाद नहीं लेकिन पानी भरा रहता है। यही वजह है कि हम इन्हें हल्के में ले लेते हैं। लेकिन अगर आपको इस तरह की समस्या हो रही है तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि यह गंभीर इन्फेक्शन जेनेटिकली हर्पीज के लक्षण है, जो आपको परेशान कर सकता है। यह बीमारी लंबे समय तक चलती है और एक बात ठीक होने के बाद वापस भी आ सकती है। आज हम आपको इस बारे में पूरी जानकारी देते हैं और कुछ सावधानी भी बताते हैं।
क्या है हर्पीज
सबसे पहले तो यह जान लीजिए कि हर्पीज क्या है। यह स्क्रीन से जुड़ी एक समस्या है जो हर्पीज सिंपलेक्स वायरस की वजह से होती है। यह व्यक्ति को जननांग और मुंह के साथ शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकती है। इस इन्फेक्शन की वजह से त्वचा पर छोटी-छोटी फुंसियां होने लगती है जिनमें मवाद की जगह पानी भरा रहता है। बढ़ते समय के साथ यह दाने भी बढ़ते चले जाते हैं और इनका साइज भी बढ़ जाता है। अगर इन पर ध्यान ना दिया जाए तो यह गंभीर समस्या उत्पन्न कर सकते हैं। यह इंफेक्शन ठीक होने में 10 से 12 दिन का समय लेता है। एक बार होने के बाद यह दोबारा भी हो सकता है।
हर्पीज के कारण
सबसे पहले तो यह जान लीजिए कि यह किसी भी संक्रामक व्यक्ति को छूने से नहीं फैलता है। अगर आपने किसी संक्रमित व्यक्ति को किस किया है या आप उसके साथ इंटीमेट हुए हैं या आपने उसका झूठा खाया है या आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है तो यह बीमारी आपको हो सकती है। इसके अलावा एक से ज्यादा व्यक्ति के साथ संबंध बनाने और असुरक्षित यौन संबंध बनाने पर यह बीमारी हो सकती है।
कितने होते हैं प्रकार
इस बीमारी के प्रकार की बात करें तो यह दो टाइप का होता है।
हर्पीज टाइप 2 - यह जननांग हर्पीज कहलाता है जो व्यक्ति के जननांग यानी मलाशय के आसपास के क्षेत्र को प्रभावित करता है।
क्या खाना चाहिए
जिस व्यक्ति को यह इंफेक्शन होता है वह काफी कमजोरी महसूस करता है। कमजोरी दूर करने के लिए व्यक्ति को अपने डाइट और रूटीन पर ध्यान देना चाहिए। अनहेल्दी डाइट की वजह से समस्या बढ़ सकती है इसलिए अच्छी तरह से डाइट का सेवन करें। इस समस्या में आपको दूध, स्प्राउट, बीन्स, नट्स, दही, अंडा और दाल खाना चाहिए। इस समय मसाले में हर्ब्स शामिल करना बिल्कुल ना भूलें। अदरक, लहसुन, काली मिर्च, सौंठ और हल्दी का सेवन काफी फायदेमंद होता है। यह मसाले एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होते हैं जो बीमारी में आराम देते हैं। इस समय आपको विटामिन और मिनरल से भरपूर चीज खानी चाहिए। चीजों का सेवन करें जिसके साथ आपको सेलेनियम आयरन और फॉलेट मिल सके।