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Ozone Therapy: बहुत फायदेमंद है Ozone Therapy, कई बीमारियों से दिलाती है छुटकारा

Ozone Therapy: ओजोन गैस का प्रयोग रोगों के इलाज में किया जाता है। बता दें कि ओजोन एक त्रिअणुक रेसियस है, जिसे ओ3 के रूप में यूज किया जाता है।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 29 Jan 2024 8:00 AM IST (Updated on: 29 Jan 2024 8:01 AM IST)
Ozone therapy
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Ozone therapy (Photos - Social Media)

Ozone Therapy : ओजोन थेरेपी या ओजोन चिकित्सा एक चिकित्सा पद्धति है, जिसमें ओजोन गैस का प्रयोग रोगों के इलाज में किया जाता है। बता दें कि ओजोन एक त्रिअणुक रेसियस है, जिसे ओ3 के रूप में यूज किया जाता है। यह एंटीऑक्सीडेंट है और रोग पैदा करने वाले कीटाणुओं को मार देता है।

ओजोनेटिड ऑटोहेमोथेरेपी (OHT): इसमें रोगी का रक्त निकालकर उसे ओजोनेटिड के साथ मिलाकर वापस उसके शरीर में इंजेक्ट किया जाता है।

ओजोन इन्हेलेशन थेरेपी: इसमें रोगी को साँस लेते है, जिससे उसके श्वासनली में ओजोन पहुँच जाता है और कई रोगों से छूटकारा दिलाता है।

बैग थेरेपी: इस थेरेपी में ओजोन को बैग में भरकर रोगी का इलाज किया जाता है।

ओजोन ब्लड थेरेपी: इसमें बल्ड को एक मशीन के माध्यम से निकालकर उसमें ओजोन मिलाया जाता है और फिर वापस शरीर में पहुँचाया जाता है।

Ozone Therapy


इस प्रकार करता है काम

बता दें कि इस थेरेपी को इंजेक्शन के जरिए शरीर में इंजेक्ट की जाती है। यह शरीर में ग्लूटाथियोन को भी एक्टिव करती है, जिससे स्किन चमकदार और सॉफ्ट बन जाती है यह लोगों के लिए काफी फायदेमंद होती है लेकिन कुछ लोगों को इससे एलर्जी और फंगल जैसी शिकायत होने लग जाती है इसलिए यह जरूरी नहीं है कि थेरेपी को लेने के बाद इंसान की बीमारियां खत्म हो जाए

मिलते हैं ये फायदे

इस थेरेपी के माध्यम से ओजोन गैस और ऑक्सीजन दोनों शरीर में सेल्स तक पहुंचता है जिससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है बता दे कि यह शरीर के अंदर मौजूद टॉक्सिन को बाहर निकाल देता है जिससे अस्थमा और फेफड़ों से संबंधित अन्य बीमारियों का खतरा कम हो जाता है इस थेरेपी को अधिकतर स्किन को सॉफ्ट बनाने के लिए किया जाता है इसके अलावा कमर दर्द और जोड़ों में होने वाले दर्द के लिए भी यह काफी राहतमंद माना जाता है।

Ozone Therapy


डॉ. की सलाह

डॉ. मनीष के अनुसार, ओजोन थेरेपी का उपयोग संबंधित चिकित्सक की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए, खासकर अगर कोई व्यक्ति किसी बीमारी से पीड़ित है या उन्हें कैंसर या हार्ट डिजीज की समस्या है। चिकित्सक के परामर्श के बिना इस थेरेपी का अनुप्रयोग करने पर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं और यह व्यक्ति के स्वास्थ्य को नकारात्मक तरीके से प्रभावित करता है इसलिए व्यक्ति अगर इस थेरेपी की आवश्यकता महसूस करता है, तो वह अपने डॉक्टर से सलाह लेने के लिए संपर्क कर लें वरना आगे चलकर प्रॉब्लम हो सकती है।



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Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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