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White Onion Combat Loo: लू लगने से बचाता है सफ़ेद प्याज़, इसके देशी नुस्खें हैं बेहद असरदार

White Onion Combat Loo: गर्मी में बढ़ता पारा और बहती गरम हवाएं लू का मुख्य कारण होती हैं। तेज़ धुप में बिना सावधानी बरतें बाहर निकलना लू के चपेट में ला सकता है।

Preeti Mishra
Published on: 28 April 2022 9:57 AM GMT
White Onion Combat Loo: White onion prevents heatstroke, its indigenous remedies are very effective
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लू से बचने के उपाय: Photo - Social Media

Lucknow: गर्मी का मौसम (summer season) अपने साथ-साथ कई समस्याओं को भी लाता है। इस मौसम चढ़ता पारा, तेज़ चिलचिलाती धूप, उमस और गर्म हवाएं ही सबसे बड़ी समस्याएं हैं। जो आपको बीमार करने के लिए काफी हैं। इस मौसम में गर्म हवा यानी लू लोगों के सबसे अधिक मुसीबत के रूप में आती है। जिसका अगर सही से इलाज़ ना हो तो व्यक्ति की मौत तक हो जाती है।

हालांकि गर्मियों में चलने वाली लू से बचने के कई घरेलु उपायें भी हैं , जो सदियों से पीढ़ी दर पीढ़ी एक परंपरा के रूप में चली आ रही है। दादी -नानी के ये नुस्खे बेहद नायब और असरदार होते हैं। इसके लिए बेहद जरुरी है की हम लू की गंभीरता को समझते हुए अपने आपको उससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार करें।

लू लगने के क्या हैं कारण?

गर्मी में बढ़ता पारा और बहती गरम हवाएं लू का मुख्य कारण होती हैं। तेज़ धुप में बिना सावधानी बरतें बाहर निकलना लू के चपेट में ला सकता है। बता दें कि तेज़ धूप में शरीर को पूरी तरह से ढंके बिना बाहर निकलने से लू लगने का पूरी-पूरी संभावना रहती है। इसके अलावा तेज़ धूप में नंगे पैर चलना, घर से बिना कुछ खाए निकलना, कम पानी पीना, एसी वाली जगह से निकलकर तुरंत धूप में चले जाना, धूप से बाहर आकर तुरंत ठंडा पानी पीना और कम पानी पीना भी व्यक्ति को लू लगने का कारण हो सकता है।

Photo - Social Media

लक्षण (Symptom)-

शरीर में लू लगने के कुछ सामान्य लक्षण होते हैं। जिनमें कुछ प्रमुख हैं।

-बार-बार मुंह सूखना,

- तेज़ बुख़ार होना

- सांस लेने में तक़लीफ़ महसूस करना,

-उल्टी और चक्कर आना,

- लूज़ मोशन,

-सिर दर्द,

- शरीर में दर्द महसूस होना,

- हाथ-पैरों का ढीला पड़ना,

- बेहोशी जैसा लगना और

- थकावट महसूस होना लू लगने के लक्षणों में शामिल है।

किन्हें होता है लू लगने का अत्यधिक खतरा

आमतौर पर तेज़ धूप और गर्म जगह पर काम करनेवाले लोग लू के चपेट में आसानी से आ जाते है। वैसे देखा जाए तो छोटे बच्चों और बुज़ुर्ग को लू लगने का सबसे ज्यादा खतरा रहता है।कमज़ोर इम्युनिटी के कारण इन दोनों में तापमान नियंत्रण का सिस्टम भी कमज़ोर होता है जो लू लगने की बड़ी वजह बनता है। इतना ही नहीं कई बार ये लोग इसकी वजह से गंभीर रूप से भी बीमार हो जाते हैं। इसके अलावा अत्यधिक मोटापे से ग्रसित व्यक्ति, दिल के मरीज़ और किसी भी कारण से शारीरिक रूप से कमज़ोर इम्युनिटी वाले लोगों बहुत जल्दी लू के शिकार बन जाते हैं।

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लू से बचने के उपाय (ways to avoid heatstroke)

लू लगने से बचने के लिए सबसे अच्छा उपाए तेज़ धूप में निकलने से बचना है। अगर बाहर निकलना भी हो तो अपने शरीर को पूरी तरह से ढंक कर , ढेर सारा पानी पीकर और आंखों पर भी चश्मा लगाकर निकलना उचित होता है। बट्स दें कि गर्मी के मौसम में हमेशा हल्के रंग और कॉटन, लिनन के कपड़े ही पहनें चाहिए। ठंडी जगह या एसी के कमरें से तुरंत निकलकर धूप में जाने से बचें। इसके साथ अपने खान-पान में भी अत्यधिक नमक, तीखे और खट्टे खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। इस मौसम में अत्यधिक पानी और फलों का सेवन आपके शरीर हाइड्रेट रखने में मदद करता है। जिसके कारण लू भी नहीं लगती है। ध्यान रहें सदैव बासी खाना खाने से बचना चाहिए।

लू से बचने के देशी नुस्ख़े

सदियों से लू से बचने के कई उपाए हमारी दादी -नानी बताती आयी हैं। और जो बेहद असरदार भी होते हैं। मज़े की बात ये है कि ये सभी नुस्खों की सामग्री आपके किचन में ही मौजूद रहती है। बस इसकी सही जानकारी होना बेहद जरुरी है। इन नुस्खों में कुछ प्रमुख हैं।

- रोज़ाना खाने में कच्चे प्याज़ ख़ास कर सफ़ेद प्याज़ का इस्तेमाल लू से बचाता है।

- धूप में निकलने से पहले पॉकेट में छोटा-सा सफ़ेद प्याज रखें, यह गर्मी को सोख कर शरीर को लू लगने से बचाने में असरदार है।

- अधिक गर्मी में मौसमी फल और फलों का रस करें सेवन।

- दही, मठ्ठा, लस्सी और जीरा छाछ भी है लाभदायक।

- जलजीरा और आम का पन्ना का सेवन लू लगने से करता है बचाव।

- बेल के शरबत।

- चने का सत्तू और सत्तू का शरबत।

- नींबू पानी आदि का सेवन व्यक्ति को लू लगने से चमत्कारी रूप से बचाता है।

Photo - Social Media

उपचार (treatment)-

व्यक्ति को लू लगने के बाद तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। हालांकि इसके लिए भी कुछ घरेलू उपाय काफी असरदार होते हैं। जिनमें

- बुख़ार तेज़ होने पर व्यक्ति को खुली हवा में लेटाना।

- सिर पर बर्फ़ की पट्टी रखना।

- मिट्टी के घड़े के पानी में नमक, चीनी व नींबू मिलाकर पिलाना।

- बर्फ़ के पानी के सेवन से से बचना।

- सत्तू व पिसे हुए प्याज़ को एक साथ मिलाकर लेप बनाकर लू ग्रसित व्यक्ति के शरीर पर लगाना।

- आम का पन्ना पिलाना इत्यादि उपाए लू लगने के बाद उपचार के रूप में बेहद लाभदायक होते हैं। बता दें कि आम का पन्ना इस समस्या में सबसे असरदार रोल

निभाता है। इसलिए लू से ग्रसित व्यक्ति को आम पन्ना का सेवन उसके ठीक होने तक जरूर करवाना चाहिए।

Shashi kant gautam

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