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क्या आपके घुटनों से आती है 'कट-कट' की आवाज, हो सकती है ये परेशानी, जानें क्या कहते है एक्सपर्ट्स

Cracking Sound Comes From Knee : आजकल नौजवानों में जोड़ों में दर्द की समस्या देखने को मिलती है। वहीं हड्डियों से कट कट की आवाज को समस्या भी इन दिनों आम हो गई है।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 18 Feb 2024 11:23 AM IST
Cracking Sound Comes From Knee
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Cracking Sound Comes From Knee (Photos - Social Media)

Cracking Sound Comes From Knee : बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों की कमजोरी एक आम बात है। उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों में मौजूद कैल्शियम कम होने लगता है, जिससे जोड़ों की समस्या होती है। पहले जहां ज्यादा उम्र के लोगों में यह समस्या देखने को मिलती थी तो वहीं अब कम उम्र के लोगों में भी यह दिक्कत नजर आने लगी है। आजकल सबसे ज्यादा उठने बैठने के दौरान घुटनों से कट कट की आवाज आती है। कई बार ये आवाज बहुत ज्यादा होती है लेकिन हम इस पर ध्यान नहीं देते हैं।

नौजवानों में ये समस्या गंभीर हो चली है जो उनके आगे का जीवन के लिए बड़ी बीमारी बन सकती है। आजकल की भागदौड़ वाली लाइफस्टाइल में वैसे भी नियंत्रित खान पान नहीं होता है। फास्ट लाइफ के साथ हम फास्ट फूड के आदी बन चुके हैं और शरीर को न्यूट्रिएंट्स नहीं मिल पा रहे हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि आखिरकार हड्डियों से कट-कट की आवाज क्यों आती है। चलिए आपको बताते हैं कि इस बारे में ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ अर्पित तिवारी का क्या कहना है।

Cracking Sound Comes From Knee


क्यों आती है कट कट की आवाज

खराब लाइफस्टाइल की वजह से कम उम्र में ही हड्डियों में कैल्शियम की कमी होने लगती है। इससे हड्डियों के बीच का लुब्रिकेंट कम हो जाता है और उनमें हवा भरने लगती है। इस कारण से हड्डियों के बीच घर्षण होने लगता है जैसे मेडिकल की भाषा में क्रैपिट्स कहते हैं। अगर सिर्फ आवाज आ रही है तो ज्यादा चिंता करने की बात नहीं है। लेकिन आवाज आने के साथ-साथ आपको सूजन और दर्द महसूस हो रहा है तो ये ऑस्टियोअर्थराइटिस के लक्षण हो सकते हैं।

Cracking Sound Comes From Knee


ये भी है मुख्य कारण

कुछ लोगों में बढ़ती उम्र के साथ यह परेशानी देखने को मिलती है जो कार्टिलेज खराब होने की समस्या की वजह से होती है। मेनिस्कस टियर भी घुटनों से इस तरह की आवाज आने की वजह हो सकती है। मेनिस्कस घुटने में मौजूद एक टुकड़ा होता है। ये हड्डियों को सहारा देने का काम करता है। इसकी मदद से हड्डियों में टूट फूट नहीं होती है। जो लोग फुटबॉल खेलते हैं या फिर जिम जाते हैं। उनमें ये समस्या हो जाती है। हालांकि, ये शुरुआत में तो पता नहीं चलती लेकिन बाद में सूजन और दर्द की समय उभर सकती है।



Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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