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Zika Virus Se Bachav: प्रेग्नेंसी में जीका वायरस से रहें अलर्ट, जानें बचाव के तरीके

How To Prevent Zika Virus: जीका वायरस का सबसे अधिक खतरा प्रेग्नेंट महिलाओं को होता है। यह वायरस गर्भ में पल रहे बच्चे तक भी पहुंच सकता है।

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Newstrack Network
Published on: 4 July 2024 5:40 PM IST
Zika Virus Se Bachav: प्रेग्नेंसी में जीका वायरस से रहें अलर्ट, जानें बचाव के तरीके
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Zika Virus In Pregnancy (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Zika Virus In Pregnancy: मानसून शुरू के साथ ही मच्छरों से फैलनी वाली बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। पुणे में तो जीका वायरस (Zika Virus) कहर बनकर टूटा है, जो आमतौर पर एडीज (Aedes) मच्छरों के काटने से फैलता है। पुणे में सामने आए जीका वायरस (Zika Virus Cases In India) के मामलों में गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। इस वायरस का सबसे अधिक खतरा प्रेग्नेंट महिलाओं (Pregnant Women) को होता है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं के लिए इस वायरस से बचाव करना बेहद जरूरी है। खासतौर से अगर आप किसी ऐसे इलाके में रहती हैं, जहां जीका वायरस के केस (Zika Virus Case) मिले हैं। क्योंकि जीका वायरस एक संक्रामक बीमारी है, जो एक मरीज से दूसरे में फैल सकती है। अगर गर्भवती महिला को संक्रमण हो जाए तो पेट में पल रहे उसके बच्चे में भी पहुंच सकता है।

क्या संक्रमित गर्भवती महिला के बच्चे को भी है खतरा?

गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस (Zika Virus In Pregnant Women) के मामले सामने आने के बाद इस तरह के भी सवाल सामने आ रहे हैं कि क्या गर्भ में पल रहे बच्चे को भी इस वायरस का खतरा है? डॉक्टर्स के मुताबिक, अगर जीका वायरस किसी गर्भवती महिला में है तो उसके बच्चे तक भी पहुंच सकता है। यह वायरस बच्चे में माइक्रोसेफली (Microcephaly) नामक बर्थ डिफेक्‍ट का कारण बन सकता है। इस स्थिति में बच्‍चे का सिर छोटा या चपटा रह जाता है। इस वायरस के चलते अन्य जन्मजात विकृतियां भी पैदा हो सकती हैं। हालांकि, अगर प्रेग्नेंसी में निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार ट्रीटमेंट और दवा दी जाएं तो बच्चे में संक्रमण की आशंका को कम किया जा सकता है। इसके लिए गर्भवती महिला को डॉक्टर की निगरानी में रखना जरूरी है। साथ ही अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) के जरिए बच्चे की गतिविधि पर नजर रखें।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

जीका वायरस से किसे अधिक खतरा?

जीका वायरस अधिकतर दिन में काटने वाले एडीज मच्छरों के कारण होता है। यह एक संक्रामक बीमारी है, जो एक मरीज से दूसरे में फैल सकती है। यह वायरस यौन संपर्क, ब्‍लड इंफेक्‍शन या प्रसव के दौरान संक्रमित मां से बच्‍चे में प्लेसेंटा के जरिए बहुत तेजी से फैल सकता है। गर्भवती महिलाओं और गर्भ में पल रहे बच्चे के अलावा इस वायरस से नवजात शिशु और ऐसे लोग जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, उन्हें संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होता है।

जीका वायरस के लक्षण (Zika Virus Symptoms In Hindi)

बात करें अगर लक्षणों की तो इस बीमारी के लक्षण (Zika Virus Ke Lakshan) आसानी से नहीं दिखते। इससे संक्रमित हर 5 में से एक मरीज में कोई लक्षण नहीं दिखते। लेकिन अन्य केस में नीचे बताए गए लक्षण दिखते हैं।

1- बुखार

2- सिरदर्द

3- जोड़ों में दर्द

4- आंखों के सफेद हिस्से में लालिमा

5- त्वचा में लालिमा या खुजली

कैसे बचें (Zika Virus Prevention)

1- घर के आसपास पानी न जमा होने दें।

2- फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें।

3- जिस इलाके में जीका वायरस के केस मिले हों, वहां न जाएं।

4- खानपान का ध्यान रखें।

प्रेगनेंट महिलाएं कैसे करें बचाव (Zika Virus Se Bachav)

प्रेग्नेंट वूमेन (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

बता दें इस वायरस की कोई वैक्सीन नहीं है। ऐसे में इससे सावधान रहना और भी जरूरी है, खासतौर से प्रेग्नेंसी में। प्रेग्नेंट महिलाओं को इन बातों को ध्यान में रखना चाहिए।

1- गर्भवती महिला अगर उस इलाके में रहती है, जहां जीका वायरस के केस मिले हों तो किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें।

2- नियमित तौर पर अपनी सेहत की जांच करवाएं।

3- जीका वायरस से प्रभावित इलाकों में जाने से बचें।

4- पानी ज्यादा पिएं और खानपान का खास ख्याल रखें।

5- घर के आसपास बहुत ज्यादा मच्‍छर हैं, तो मच्छरदानी का इस्‍तेमाल करें।

नोट- यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है। इन सुझावों पर अमल करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।



Shreya

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