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यहां होगा 100 घंटे का मुशायरा, देश के 556 शायर लेंगे हिस्सा

Rishi
Published on: 23 Oct 2018 8:21 PM IST
यहां होगा 100 घंटे का मुशायरा, देश के 556 शायर लेंगे हिस्सा
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सहारनपुर : अखलाख की हत्या के बाद चर्चाओं में आया उत्तर प्रदेश का दादरी कस्बा 28 अक्टूबर के बाद अदब के नाम से जाना जाएगा। दरअसल दादरी की सरजमीन पर 'ऐ वतन तेरे लिए शीर्षक से सौ घंटे का नॉन स्टॉप मुशायरा व कवि सम्मेलन कर विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारियां की जा रही हैं। मैराथन मुशायरे में 'फख्र ए देवबंद डा. नवाज देवबंदी समेत देश के 555 शायर हिस्सा लेंगे।

एक शहर, एक मुशायरा, एक नाजिम और पांच सौ पचपन शायर मिलकर लगातार एक सौ घंटे मुशायरा पढऩे का विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे।

अदब के इस सबसे बड़े आायोजन के लिए उत्तर प्रदेश के दादरी को चुना गया है। ताकि दादरी के सीने पर लगे अखलाक की मौत के घाव को अदब के मरहम से भरा जा सके और पूरी दुनिया यह जान सके कि हिंदुस्तान में आज भी साम्प्रदायिकता के ऊपर भाईचारा भारी है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड व लिम्का बुक ऑफ इंडिया रिकॉर्ड के अधिकारी दादरी की सरजमीन पर पहुंचेंगे।

यह अनूठा मुशायरा 28 अक्टूबर की रात आठ बजे शुरू होकर एक नवंबर की रात बारह बजकर 1 मिनट पर समाप्त होगा।

यह नामचीन शायर और कवि करेंगे शिरकत

डा. नवाज देवबंदी, डा. कुमार विश्वास, हरिओम पंवार, विष्णु सक्सेना, सलैश कुमार, अंजुम रहबर, हाशिम फिरोजाबादी, शबीना अदीब, जौहर कानपुरी, मंजर भोपाली, डा. नदीम शाद, राहत इंदौरी, सिकंदर हयात गड़बड़, अशोक चक्रधर, सुरेंद्र शर्मा, विनीत शुल्का, ताहिर फराज, प्रवीण शुक्ल, जावेद अख्तर, मुनव्वर राणा, वसीम बरेलवी, इकबाल अशहर, इमरान प्रतापगढ़ी, डा. नसीम निकहत, नदीम अनवर, सज्जाद झंझट, निकहत अमरोहवी, चांद देवबंदी, जावेद आसी देवबंदी, सबा बलरामपुरी, इम्तियाज खान, अभिषेक शुक्ला, कविता तिवारी समेत मुल्क के नामचीन शायर शामिल होंगे।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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