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गोवा मीडिया प्रतिबंध : कांग्रेस समर्थन में आई सामने, कहा कुछ ऐसा

Rishi
Published on: 10 Oct 2017 4:23 PM GMT
गोवा मीडिया प्रतिबंध : कांग्रेस समर्थन में आई सामने, कहा कुछ ऐसा
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पणजी : गोवा कांग्रेस ने मंगलवार को राज्य में भाजपा नीत गठबंधन सरकार की ओर से बुधवार को होने वाली साप्ताहिक कैबिनेट बैठक में पत्रकारों के राज्य सचिवालय आने पर रोक लगाने के फैसले की आलोचना की है। कांग्रेस सचिव गिरीश चोडनकर ने पत्रकारों से यहां कहा, "मैं कैबिनेट बैठक के दिन पत्रकारों के सचिवालय आने पर रोक लगाने के फैसले की निंदा करता हूं। आपलोग(मीडिया) कुछ भी नहीं छुपाते हैं, आपलोग कुछ भी नहीं चुराते हैं, फिर मीडिया को प्रतिबंधित करने की क्या जरूरत है। इसका मतलब है कि सरकार मीडिया को प्रतिबंधित करने का प्रयास कर रही है।"

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उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह द्वारा समाचार पोर्टल 'द वायर' के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मानहानि का दावा करने की भी आलोचना की। इस समाचार पोर्टल ने जय शाह की कंपनी का तथाकथित अचानक कारोबार बढ़ने की खबर उजागर की थी।

गिरीश ने कहा कि मीडिया पर मानहानि का दावा का उद्देश्य 'धमकाना' है, जोकि भाजपा की राष्ट्रीय नीति रही है।

कांग्रेस नेता ने कहा, "अगर आप भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस चाहते हो तो मीडिया पर प्रतिबंध हटाना चाहिए। अपने दरवाजे मीडिया के लिए खोलिए। अगर आप के पास छुपाने के लिए कुछ भी नहीं है तो रेड कार्पेट बिछा कर मीडिया का स्वागत कीजिए। मीडिया को परेशान करना भाजपा की राष्ट्रीय नीति है।"

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सचिवालय से मीडिया को प्रतिबंध करने का फैसला मनोहर पर्रिकर के इससे पहले के कार्यकाल में लिया गया था। यहां उस दौरान हुई कैबिनेट बैठक में दो मंत्रियों के बीच हुई नोकझोक को मीडिया ने रिपोर्ट कर दिया था। लक्ष्मीकांत पारसेकर के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह प्रतिबंध हटा लिया गया था और भाजपा नीत गठबंधन के 2017 में फिर से सरकार बनाने के बाद इस प्रतिबंध को लागू कर दिया गया।

मीडिया को केवल यहां कैबिनेट ब्रीफिंग समाप्त होने के बाद आने की अनुमति है।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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