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21 लाशों से जला 'शहर', बजनी थी शहनाई मचा चीखों का कोहराम

राजस्थान में अचानक एक परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं। जहां की शादी की शहनाइयां बजनी थीं रोने और चीखने का कोहराम मच गया

Aradhya Tripathi
Published on: 27 Feb 2020 11:44 AM GMT
21 लाशों से जला शहर, बजनी थी शहनाई मचा चीखों का कोहराम
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राजस्थान में अचानक एक परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं। जहां की शादी की शहनाइयां बजनी थीं रोने और चीखने का कोहराम मच गया। राजस्थान में हुई इस भयावह घटना ने सबके दिल दहला दिए। एक शादी समारोह में जाने वाली बस नदी में जा गिरी। बस में सवार 29 में से 24 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। 24 में से 21 शवों को कोटा के श्मशान घाट पर जलाया गया। यह भयावह और दर्दनाक दृश्य देखकर लोगों की रूह कांप गई।

लोकसभा अध्यक्ष ने जताया दुख

कोटा के किशोरपुरा स्थित मुक्तिधाम पर बुधवार को एक दिल दहला देने वाला दृष्य देखने को मिला। लाखेरी के मेज नदी में बस हादसे में मरे 21 लोगों के शवों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दर्दनाक घटना पर दुख जताते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि यह घटना दुखद और पीड़ादायक है। पूरे परिवार के साथ हम लोगों को भी बहुत आघात लगा है।

किशोरपुरा मुक्तिधाम पर पहुंचे राजस्थान के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना बहुत ही हृदय विदारक है। घटना पर पूरी सरकार और मुख्यमंत्री चिंतित हैं। विधानसभा की कार्यवाही चलने के कारण मुख्यमंत्री ची नहीं आ पाए। उन्होंने मुझे और परिवहन मंत्री को यहां पर भेजा है। जिन परिवारों में मौत हुई है, उनकी हम पारिवारिक हिस्ट्री लेंगे और उन्हें आर्थिक मदद दी जाएगी।

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मृतकों के परिवारों को 2 लाख का मुआवजा

अंत्येष्टि में पहुंचे राजस्थान सरकार के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने दुख जताते हुए कहा कोई भी जिम्मेदार इस घटना की जिम्मेदारी से नहीं बचेगा। मंत्री ने कहा की हम घटना के कारणों की जांच करेंगे कि यह पुलिया किसके समय में बनी और क्या कमी रही। हम जांच के बाद एक्शन लेंगे। मुख्यमंत्री जी ने हमें यहां भेजा है और दो लाख रुपए मृतक के परिवार को देने की घोषणा की है।

घटना कोटा दादाबाड़ी से सवाई माधोपुर में आयोजित होने वाले शादी समारोह में बुआ के यहां भात देने जाते समय हुई। बस में ड्राइवर सहित 29 यात्री सवार थे।

कोटा से आ रही मिनी बस लाखेरी मेज नदी पुलिया पर गड्डों से होकर निकल रही थी। तभी बस असंतुलित होकर नदी में जा गिरी। बस उलटी गिरने से उसमें सवार लोगों को निकलने का मौका भी नहीं मिला।

हादसे में 11 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल

हादसे में 24 व्यक्तियों की मौके पर ही मौत हो गई। और 5 लोग घायल हो गए। मरने वालों में 11 महिलाएं, 10 पुरूष और 3 बच्चे भी शामिल हैं। बस में सवार एक घायल ने बताया कि चलती बस का आगे का पहिया, पुलिया के गड्डों में अचानक निकल गया। पहिया निकलने से गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया जिससे असंतुलित बस नदी में जा गिरी।

घटना का पता चलते ही बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण का जमावड़ा लग गया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव राहत कार्य शुरू किया गया था।

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काफी समय से खस्ता हाल है पुलिया

बचाव राहत कार्य शुरू होने के बाद भी 24 लोगों को नहीं बचाया जा सका। इस दुर्घटना से क्षेत्र में कोहराम मच गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि पुलिया लंबे समय से क्षतिग्रस्त है और पुलिया पर बेरिकेट्स नहीं लगे हुए हैं। इसके लिए पूर्व में भी स्थानीय प्रशासन को लिखित में शिकायत दी जा चुकी है लेकिन इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है। इस घटना के लिए लोग सार्वजनिक निर्माण विभाग को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

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