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2500 कैदी रिहा: कोरोना का ऐसा खौफ, लेना पड़ा ये फैसला

कैदियों को पैरोल, अंतरिम जमानत और अवकाश पर रिहा किया गया है ताकि जेलों में भीड़भाड़ कम की जा सके और कैदियों में कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके।

Aradhya Tripathi
Published on: 17 May 2020 5:45 PM IST
2500 कैदी रिहा: कोरोना का ऐसा खौफ, लेना पड़ा ये फैसला
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पिछले कुछ महीनों से कोरोना वायरस ने पूरे देश में हाहाकार मचा रखा है। आए दिन देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढती जा रही है। भारत में अब कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 90 हजार के आसपास पहुंच चुका है। अब इस वायरस का प्रकोप देश के हर राज्य में फ़ैल चुका है। केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा इस वायरस पर काबू पाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। अब गुजरात में इस वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए गुजरात की जेलों से अभी तक करीब 2500 कैदियों को रिहा कर दिया गया है।

2500 कैदी कोरोना के बचाव के तहत रिहा

गुजरात में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप पर काबू पाने के लिए गुजरात में अब एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। गुजरात में जेलों से अब कैदियों को रिहा किया जा रहा है। जिससे संक्रमण न फ़ैल सके। क्योंकि यूपी समेत देश के कुछ राज्यों में जेल में कैदियों के कोरोना संक्रमित होने के मामले भी सामने आ चुके हैं। जिसके बाद गुजरात में अब ये फैसला लिया गया है। इस विषय में जानकारी प्रदान करते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा बताया गया कि कैदियों को पैरोल, अंतरिम जमानत और अवकाश पर रिहा किया गया है ताकि जेलों में भीड़भाड़ कम की जा सके और कैदियों में कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके।

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वहीं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जेल) के. एल. एन. राव ने बताया कि राज्य की विभिन्न जेलों में करीब 14 हजार कैदी थे। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों और उच्चस्तरीय समिति की अनुशंसाओं के मुताबिक हमने करीब 2500 कैदियों को रिहा कर दिया है। जिसमें से करीब एक हजार को अंतरिम जमानत पर, 800 को पैरोल पर और 700 को अवकाश पर रिहा किया गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों से जाहिर की थी चिंता

गौरतलब है कि देश में कोरोना के मामलों को बढ़ता देख सुप्रीम कोर्ट ने मार्च में ही सभी राज्य सरकारों को ये आदेश दिया था कि सात वर्ष तक जेल की सजा भुगतने वाले कैदियों या विचाराधीन कैदियों को पैरोल या अंतरिम जमानत पर रिहा करने पर विचार करें ताकि कोविड-19 महामारी को देखते हुए जेलों में भीड़भाड़ कम की जा सके।

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कोर्ट ने जेल में होने वाली ज्यादा भीड़ को लेकर चिंता जाहिर करते हुए ये बात कही थी। वहीं देश में कोरोना संक्रमित मरीजोन की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में 17 मई की सुबह 8 बजे तक कुल 90,927 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं 2872लोगों की इस वायरस से जान जा चुकी है।



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Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

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