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MCD: एमसीडी को लेकर दिल्ली की सियासत गरमाई, कल आप तो आज बीजेपी उतरी सड़कों पर
MCD: दिल्ली नगर निगम यानी एमसीडी के चुनाव नतीजे आए 1 महीने से अधिक हो चुके हैं लेकिन अभी तक मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव नहीं हो सका है।
MCD: दिल्ली नगर निगम यानी एमसीडी (MCD) के चुनाव नतीजे आए 1 महीने से अधिक हो चुके हैं लेकिन अभी तक मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव नहीं हो सका है। 6 जनवरी को मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होना था लेकिन उस दिन सदन में आम आदमी पार्टी और भाजपा (BJP) के पार्षदों के बीच ऐसा संघर्ष हुआ कि बैठक ही रद्द करनी पड़ गई। सदन से ये लड़ाई अब सड़क पर आ चुकी है। उस दिन की घटना को लेकर बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता सोमवार को सड़कों पर हैं।
भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) के आवास के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने भाजपा नेताओं पर वॉटर कैनन चलाया है। भाजपा नेता 6 जनवरी को एमसीडी हाउस में हुई हिंसा को लेकर आक्रोशित हैं और आप के पार्षदों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इससे पहले कल यानी रविवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उपराज्यपाल के आवास का घेराव कर विरोध – प्रदर्शन किया था।
क्या हुआ था 6 जनवरी को ?
6 जनवरी को सिविक सेंटर में नवनिर्वाचिक पार्षदों की बैठक बुलाई गई थी। इसी बैठक में मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों का चुनाव होना था। बैठक शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया। मनोनीत पार्षदों को पहले शपथ दिलाए जाने के ऐलान पर आप पार्षद भड़क गए और इसका विरोध करने लगे। मनोनीत पार्षदों का शपथग्रहण रोकने के लिए आम आदमी पार्टी के पार्षद पीठासीन अधिकारी के मेज पर चढ़ गई।
आप पार्षदों के इस कदम का बीजेपी के पार्षदों ने विरोध किया, जिसके बाद देखते ही देखते दोनों पक्षों में झड़प हो गई और पूरा सिविक सेंटर युद्ध भूमि में तब्दील हो गया। दोनों दलों के पार्षदों के बीच जमकर धक्कामुक्की और लात-घूंसे चले। पार्षदों के हाथ में जो आया, उसी से उन्होंने हमला करना शुरू कर दिया। भारी हंगामे को देखते हुए बैठक को निरस्त कर दिया गया। एमसीडी के अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली नगर निगम के इतिहास में ये पहला मौका है जब पहली बैठक में मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव नहीं हो सका। इस झड़प में दोनों पार्टियों के पार्षदों को चोटें आईं है।
आप का क्या आरोप ?
एमसीडी चुनाव में पहली जीत दर्ज करने वाली आम आदमी पार्टी का आरोप है कि बीजेपी बहुमत से दूर होने के बावजूद पिछले दरवाजे से दिल्ली में अपना मेयर और डिप्टी मेयर बनवाना चाहती है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा नियुक्त 10 एल्डरमैन (मनोनीत सदस्य) को पहले शपथ दिलाने की कोशिश पर सवाल उठाते हुए आप नेताओं ने कहा कि ये बहुमत के जुगाड़ के लिए बीजेपी की एक चाल थी। वहीं, आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने एलजी द्वारा नियुक्त एल्डरमैनों को भाजपा से जुड़ा बताया है। उन्होंने कहा कि नियम के मुताबिक, निगम प्रशासन में विशेषज्ञता रखने वालों को नियुक्त करने का प्रावधान है लेकिन एलजी ने इसे ताक पर रहकर बीजेपी के नेताओं को एल्डरमैन नियुक्त कर दिया है।
बता दें कि एमसीडी के चुनाव में आप को 134, बीजेपी को 104, कांग्रेस को 9 और निर्दलीय के खाते में तीन सीटें गईं। कांग्रेस ने मेयर के चुनाव में वोट न डालने का फैसला किया है। संख्याबल के लिहाज से आप काफी मजबूत है लेकिन फिर भी उसे डर है कि बीजेपी कोई गेम खेल सकती है।