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Mission 2024: दिल्ली में आप-कांग्रेस के बीच 4-3 का फॉर्मूला, केजरीवाल की पार्टी ने हरियाणा, गुजरात और गोवा में भी मांगीं सीटें
Mission 2024: आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली में चार सीटों पर दावेदारी की गई है जबकि कांग्रेस को तीन सीटें देने का प्रस्ताव रखा गया है।
Mission 2024: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में शामिल आप और कांग्रेस के बीच रविवार को सीट शेयरिंग पर चर्चा के बाद दोनों दलों ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। बैठक के बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय एलायंस कमेटी के संयोजक मुकुल वासनिक ने अच्छे माहौल में बातचीत होने की बात कही, मगर उन्होंने दोनों दलों की ओर से किए जा रहे सीटों के दावे को लेकर कोई खुलासा नहीं किया।
वैसे जानकार सूत्रों का कहना है कि आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली में चार सीटों पर दावेदारी की गई है जबकि कांग्रेस को तीन सीटें देने का प्रस्ताव रखा गया है। इसके साथ ही आप ने हरियाणा,गुजरात और गोवा में सीटों को लेकर भी अपनी डिमांड कांग्रेस नेतृत्व के सामने रख दी है। माना जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद इन चार राज्यों में सीटों को लेकर दोनों दलों के बीच तालमेल हो सकता है।
कांग्रेस नेता वासनिक ने नहीं किया खुलासा
रविवार को दोनों दलों के बीच सीट शेयरिंग के मुद्दे पर करीब ढाई घंटे तक चर्चा हुई। बैठक के दौरान कांग्रेस की ओर से मुकुल वासनिक के अलावा राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली और मोहन प्रकाश भी मौजूद थे। आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी,आप सांसद संदीप पाठक और सौरभ भारद्वाज ने बैठक में हिस्सा लिया। सीट बंटवारे के मुद्दे पर गहराई से मंथन के बाद कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक ने कहा कि दोनों दलों के बीच काफी अच्छे माहौल में चर्चा हुई है।
हालांकि मीडिया की ओर से बार-बार पूछे जाने के बावजूद उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया कि दिल्ली और अन्य राज्यों में दोनों दलों की ओर से सीटों को लेकर क्या-क्या दावे किए गए हैं। उनका कहना था कि मीडिया को थोड़ा और इंतजार करना चाहिए और जल्द ही दूसरे दौर की बैठक के बाद सीटों को लेकर तालमेल का पूरा खुलासा कर दिया जाएगा। उनका कहना था कि दोनों दलों की ओर से अपनी-अपनी बातें रखी गई हैं और अच्छे माहौल में सभी मुद्दों पर चर्चा की गई है।
दिल्ली में सीट शेयरिंग का 4-3 का फॉर्मूला
जानकार सूत्रों का कहना है कि आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली में चार सीटों पर दावेदारी की गई है जबकि कांग्रेस को तीन सीटें देने का प्रस्ताव रखा गया है। दिल्ली के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पिछली बार दोनों दलों को करारी शिकस्त दी थी। ऐसे में भाजपा को हराने के लिए हाथ मिलाना दोनों दलों की सियासी मजबूरी माना जा रहा है।
कांग्रेस और आप दोनों नेतृत्व को इस बात का एहसास हो गया है कि भाजपा को हराने के लिए विपक्ष के वोटों का बंटवारा रोकना जरूरी है। इसी कारण दिल्ली में दोनों दलों के बीच सीटों को लेकर तालमेल होने की संभावना बनी हुई है। वैसे यह देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस आप से कम सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार होती है या नहीं।
गुजरात,हरियाणा और गोवा में भी आप की डिमांड
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के अलावा गुजरात, हरियाणा और गोवा में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर भी दोनों दलों के बीच चर्चा हुई है। आप नेताओं ने हरियाणा में तीन सीटों की डिमांड रखी है। हरियाणा में पार्टी पहले से ही अपनी स्थिति मजबूत बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। भाजपा गठबंधन को हराने के लिए कांग्रेस भी हरियाणा में सीटों के तालमेल पर विचार कर रही है। इसके साथ ही आप ने गुजरात और गोवा में भी एक-एक सीटों की डिमांड रख दी है।
पंजाब को लेकर भी दोनों दलों के नेताओं ने चर्चा की है। हालांकि दोनों दलों की राज्य इकाइयां राज्य में गठबंधन के पूरी तरह खिलाफ है। हाल के दिनों में दोनों दलों की ओर से एक-दूसरे पर तीखे हमले भी किए गए हैं।
हालांकि इन सभी राज्यों को लेकर कांग्रेस ने अभी अपना रुख साफ नहीं किया है। बैठक के दौरान आप नेताओं ने यह भी कहा कि इंडिया गठबंधन का दिल्ली में जल्द से जल्द ऑफिस खोला जाना चाहिए। यह ऑफिस ऐसा होना चाहिए जहां इंडिया गठबंधन में शामिल सहयोगी दलों के नेता बैठक कर सकें और विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान कर सकें।