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Gujarat: आखिर हार गई आरोही जिंदगी की जंग, 15 घंटों तक बोरवेल में फंसी बच्ची ने तोड़ा दम
Gujarat News: यह घटना अमरेली के सुरगपूरा गांव की है। आरोही गांव में स्थिति 45-50 खुले बोरवेल के पास अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी, तभी आरोही बच्ची बोरवेल में जा गिरी। आज जब उसके बाहर निकाला गया तो उसकी मौत हो चुकी थी।
Gujarat News: गुजरात के अमरेली में बोरवेल में गिरी बच्ची को आखिरकार नहीं बचाया जा सका। बच्ची को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए करीब 15 घंटों से एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन ऑपरेशन चल रखा था, जब शनिवार सुबह टीम को इसमें सफलता मिली और बच्ची को अचेत अवस्था में बाहर लाया गया है तो टीम को निराशा मिली, डॉक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। मृतक बच्ची का नाम आरोही था। वह डेढ़ साल की थी। बच्ची अन्य बच्चों के साथ खेलते हुए 45-50 फीट गहरे बोरवेल में जा गिरी थी।
सूरगपूरा गांव में 50 फीट गहरे बोरवेल में गिरी थी बच्ची
यह घटना अमरेली के सुरगपूरा गांव की है। आरोही गांव में स्थिति 45-50 खुले बोरवेल के पास अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी, तभी आरोही बच्ची बोरवेल में जा गिरी। गांव वालों ने घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी, जिसके बाद एनडीआरएफ और अमरेली अग्निशमन विभाग की टीम आई और बच्ची को बचाने के लिए 17 घंटों तक ऑपरेशन चलाया। शनिवार सुबह 5 बजे जब बच्ची को निकाल में सफल हो पाई, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। आरोही की मौत की खबर सुनते ही गांव और परिवार में मातम फैल गया है। बच्ची के माता-पिता का रो रोकर बुरा हाल है। बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया गया है।
घटना पर बोले अग्निशमन अधिकारी
इस घटना पर अग्निशमन अधिकारी एचसी गढ़वी ने शनिवार को बताया कि मृत आरोही बच्ची को सुबह 5:10 बजे बोरवेल से बाहर निकाला गया। इसके बाद अमरेली सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। बच्ची को बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) अमरेली अग्निशमन दल और 108 एंबुलेंस सेवा के कर्मचारी संयुक्त रूप से अभियान में लगे हुए थे। शुक्रवार दोपहर 12.30 बजे शुरू हुआ अभियान आज सुबह तक जारी रहा और 15 घंटे से अधिक समय के बाद बच्ची को बाहर निकाला गया। बच्ची को तुरंत अमरेली सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
खुले में बोरवेल के लिए सरकार ने की ये अपील
इस घटना के बाद आगे ऐसी घटनाएं न हों, केंद्रीय राज्य मंत्री प्रफुल पनशेरिया ने गुजरात के लोगों के अनुरोध किया है कि वह खुले बोरवेल के बारे में सरकार को सूचित करें। उन्होंने कहा कि अगर आप बोरवेल बंद नहीं कर सकते हैं, तो कृपया हमें सूचित करें। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो कृपया हमें एक संदेश दें या हमें एक पत्र भेजें... मैं मानवता के लिए काम करूंगा। चार महीने पहले द्वारका में भी इसी तरह की घटना हुई थी। उस समय, मैंने शिक्षकों से अपील की थी। हमने करीब 35-40 बोरवेल बंद कर दिए। मुख्यमंत्री ने राज्य में खुले बोरवेल के संबंध में एक पत्र भी जारी किया है।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
गौरतलब है कि राजस्थान के अलवर जिले में भी इसी तरह की घटना हुई थी, जहां लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के कनवाड़ा गांव में एक पांच वर्षीय बच्चा 40 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। बच्चे को सुरक्षित बचा लिया गया था। इससे पहले 14 अप्रैल को मध्य प्रदेश के रीवा जिले के जनेह थाना क्षेत्र के मनिका गांव में एक छह वर्षीय बच्चा एक कृषि क्षेत्र में खुले बोरवेल में गिर गया था।