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Parliament Security Breach: आरोपियों के सोशल मीडिया पोस्ट में आई कई चौंकाने वाली जानकारियां, क्रांतिकारियों के नाम पर बनाए थे व्हाट्सएप ग्रुप, सिग्नल ऐप पर करते थे बातें

Parliament Security Breach: संसद में हंगामे के आरोपी ललित झा, महेश कुमावत, सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे और नीलम आजाद के सोशल मीडिया पोस्ट से पता चला है कि वे क्रांतिकारियों से बहुत प्रेरित थे। इसलिए उन्होंने संसद में भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त जैसा काम दोहराने का फैसला किया।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 19 Dec 2023 4:21 PM GMT
The accused had created WhatsApp groups in the name of revolutionaries in social media posts, used to talk on Signal app
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आरोपियों ने सोशल मीडिया पोस्ट मे क्रांतिकारियों के नाम पर बनाए थे व्हाट्सएप ग्रुप, सिग्नल ऐप पर करते थे बातें: Photo- Social Media

Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले आरोपियों से पुलिस की पूछताछ में एक के बाद एक खुलासे सामने आ रहे हैं। ये सभी छह आरोपी शहीद भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद के नाम पर बने आधा दर्जन से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल थे। ये आरोपी इन ग्रुप्स में नियमित रूप से स्वतंत्रता सेनानियों के विचारों को साझा करते और उन पर आपस में चर्चा भी करते थे। यही नहीं ये इससे जुड़े वीडियो भी यहां शेयर किया करते थे।

अलग ग्रुप बना कर रची थी साजिश-

इतना ही नहीं सूत्रों से ये भी पता चला कि संसद में हंगामा करने से पहले आरोपियों ने एक अलग ग्रुप भी बनाया था, जिसमें आरोपियों ने पूरी साजिश रची थी। इस ग्रुप में 7-8 लोग जुड़े थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इस ग्रुप में जुड़े सभी नंबरों के संपर्क में है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सभी आरोपियों ललित झा, महेश कुमावत, सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे और नीलम आजाद के सोशल मीडिया पोस्ट से पता चला है कि वे क्रांतिकारियों से बहुत प्रेरित थे। इसलिए उन्होंने संसद में भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त जैसा काम दोहराने का फैसला किया। इसी बीच दिल्ली पुलिस को मेटा से इन व्हाट्सएप ग्रुपों के सभी सदस्यों के साथ उनकी चैट का विवरण भी मिला है। यहीं नहीं आरोपी सुरक्षा उल्लंघन की योजना बनाने के लिए सिग्नल ऐप पर भी बात करते थे। वे इसके लिए पिछले साल कर्नाटक के मैसूर में मिले थे। आरोपी मनोरंजन डी ने बाकी पांचों की यात्रा खर्च वहन किया था।

पुलिस कर रही डुप्लिकेट सिम कार्ड प्राप्त करने की कोशिश-

पुलिस उन आरोपियों के डुप्लिकेट सिम कार्ड प्राप्त करने की कोशिश कर रही है, जिनके मोबाइल फोन राजस्थान के नागौर जिले में ललित झा और महेश कुमावत ने जला दिए थे। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर यूनिट की अलग-अलग टीमें कई जगहों पर छापेमारी कर रही हैं। पुलिस आरोपियों के घरों में जाकर उनके परिजनों से पूछताछ कर रही है। इसी कड़ी में बीते दिन पुलिस की एक टीम आरोपी सागर शर्मा के लखनऊ स्थित घर पर पहुंची थी। वहां उसके माता-पिता और बहन से लंबी पूछताछ की गई। इस दौरान आरोपी की मां ने कई सनसनीखेज खुलासे किए, जिसे सुन पुलिस भी हैरान रह गई।

सागर की मां ने किए थे कई खुलासे-

आरोपी सागर शर्मा की मां रानी शर्मा ने बताया कि वो अपने अंगूठे को काटकर खून से शहीद भगत सिंह को टीका लगता था। उसके बाद उसी खून से खुद को टीका लगता था। परिजनों ने उसे कई बार रोकने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं माना। इसे लेकर परिवार में कई बार उसने झगड़ा भी किया था। पुलिस ने वीडियो कॉल के जरिए सागर की उसके परिजनों से बात कराई थी। इस बातचीत के दौरान वो बार-बार कह रहा था कि वो लोग परेशान मत हो सब ठीक है। उसकी मां ने बताया कि उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि उसे किसी बात का अफसोस नहीं है। जैसे वो कह रहा हो कि उसने जो किया वो ठीक किया है।

सागर की मां ने सरकार से गुजारिश किया कि उसके बेटे का ब्रेनवाश किया गया है। वो उनका इकलौता बेटा है। उसे नुकसान न पहुचाया जाए। दिल्ली पुलिस की टीम ने ब्लेड के अलावा सागर के घर के सभी लोगों का आधार कार्ड भी लिया है। पुलिस ने बताया कि स्प्रे छुपाने वाले जूते सागर ने ही लखनऊ के आलमबाग के सडाना फुट वियर से खरीदे थे। सडाना फुट वियर के मालिक दीपक सडाना का कहना है कि वो सागर को पहचनाता नहीं है। इससे पहले सीआरपीएफ डीजी अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता में बनी जांच कमेटी ने संसद का दौरा किया। वहां आला अधिकारियों की मौजूदगी में क्राइम सीन रिक्रिएट किया गया।

क्या था मामला-

बताते चलें कि संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन 13 दिसंबर को साजिश के तहत चार आरोपी संसद परिसर में घुस गए। इनमें से दो आरोपी सागर शर्मा और मनोरंजन डी दर्शक दीर्घा में जाकर बैठ गए। इस बीच लोकसभा की कार्रवाही के दौरान दोनों नीचे कूद गए और सांसदों के एक बेंच से दूसरे बेंच पर भागने लगे। इस बीच संसद में मौजूद सांसदों ने दोनों युवकों को पकड़ लिया और जमकर पीटने के बाद सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया। इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही भी स्थगित कर दी गई। इस दौरान एक शख्स ने अपने जूते से निकालकर पीले रंग की गैस स्प्रे कर दी। इसी तरह की घटना संसद के बाहर भी हुई।5

Shashi kant gautam

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