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आदित्य सचदेवा रोडरेज मर्डर केस: पूर्व MLC का बेटा रॉकी यादव दोषी करार
बिहार के आदित्य सचदेवा मर्डर केस में जनतादल यू की पूर्व विधान परिषद सदस्य मनोरमा देवी के बेटे रॉकी यादव, राजेश कुमार और तेनी यादव को हत्या दोषी ठहराया गया है। इसके अलावा रॉकी यादव के पिता बिंदी यादव को भी अपराधियों को बचाने की कोशिश का दोषी पाया गया। सजा का एलान 6 सितंबर को किया जाएगा।
गया: बिहार के आदित्य सचदेवा रोडरेज मर्डर केस में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के बेटे रॉकी यादव, राजेश कुमार और तेनी यादव को हत्या दोषी ठहराया गया है। इसके अलावा रॉकी यादव के पिता बिंदी यादव को भी अपराधियों को बचाने की कोशिश का दोषी पाया गया। सजा का ऐलान 6 सितंबर को किया जाएगा। गया के एडिशनल जिला और सत्र न्यायाधीश सच्चिदानंद प्रसाद सिंह ने यह फैसला सुनाया।
क्या है मामला ?
दरअसल, 7 मई 2016 को ओवरटेकिंग को लेकर हुए विवाद में 12वीं के छात्र आदित्य सचदेवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस वक्त सचदेवा अपने दोस्तों के साथ कार से घर लौट रहा था। इस मामले में रॉकी के पिता बिंदी यादव और उसके बॉडीगार्ड की भी गिरफ्तारी हुई थी।
कार पर सवार राकेश रंजन उर्फ रॉकी और उसकी मां मनोरमा देवी के बॉडीगार्ड राजेश कुमार ने पहले आदित्य को रोका और मारपीट की। जब आदित्य और उसके दोस्त भागने लगे तो फायरिंग की गई। गोली आदित्य के सिर में लगी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
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4 आरोपियों के खिलाफ चला ट्रायल
इस हत्याकांड में राकेश रंजन यादव उर्फ रॉकी और राजेश कुमार को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। जांच के दौरान मुख्य आरोपी रॉकी के पिता और गया जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष बिंदेश्वरी प्रसाद उर्फ बिंदी यादव और उनके चचेरे भाई राजीव कुमार उर्फ तेनी यादव को भी आरोपी बनाया गया। सभी आरोपियों पर कोर्ट में ट्रायल चला।
चश्मदीद मुकर गए
आदित्य के साथ गाड़ी में सवार उसके चारों दोस्तों ने घटना का समर्थन तो जरूर किया, लेकिन आरोपी को पहचानने से मुकर गए। कोर्ट में गवाही के दौरान उन्होंने आरोपियों को पहचानने से इनकार कर दिया।
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कौन था आदित्य?
आदित्य शहर के हार्डवेयर बिजनेसमैन श्याम सचदेवा का बेटा था। वह इंटर का एग्जाम दे चुका था। पढ़ने में तेज आदित्य दोस्तों के बीच अपने हंसमुख बर्ताव के चलते काफी पॉपुलर था।
दो जजों ने की सुनवाई
इस केस का ट्रायल पहले एडीजे-9 सुरेश प्रसाद मिश्रा की कोर्ट में शुरू हुआ, लेकिन बाद में इसे एडीजे-वन सच्चिदानंद सिंह की कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया।
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हाईप्रोफाइल है राकेश रंजन का परिवार
भारत सरकार के खेल मंत्रालय की तरफ से रॉकी को मशहूर शूटर घोषित किया गया था। राइफल्स एसोसिएशन के मेंबर की हैसियत से इसे 5 हथियार रखने का अधिकार है। रॉकी पॉलिटिकल बैकग्राउंड से है।
हमें इंसाफ की उम्मीद है: पिता
आदित्य हत्याकांड पर गुरुवार का दिन सचदेवा परिवार के लिए काफी अहम रहा । आदित्य के पिता श्याम सचदेवा का कहना है कि इस फैसले का इंतजार समाज और पूरे देश को है। हमें कोर्ट पर भरोसा है और पूरी उम्मीद है कि हमें इंसाफ मिलेगा।
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मां को आदित्य के दोस्तों के मुकरने का मलाल
आदित्य की मां चांंद सचदेवा को घटना के चश्मदीदों के गवाही में मुकर जाने का मलाल है। उन्होंने कहा- "दोस्तों के साथ क्या मजबूरी थी, कानून सब समझ रहा है। हमें हत्या करने वालों को कड़ी सजा मिलने की पूरी उम्मीद है।"
30 लोगों ने दी गवाही
आदित्य के घरवाले, पुलिस ऑफिशियल्स, एफएसएल ऑफिशियल्स, बैलिस्टिक एक्सपर्ट समेत कुल 30 लोगों ने अभियोजन पक्ष की तरफ से गवाही दी। बैलिस्टिक एक्सपर्ट और एफएसएल टीम की गवाही को अहम माना गया । टीम ने कहा है कि रॉकी के पास मौजूद पिस्टल की गोली से ही आदित्य की जान गई।
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पार्टी करके लौट रहा था आदित्य
यह घटना तब हुई थी, जब आदित्य सचदेवा अपने दोस्त नासिर हुसैन, कैफी, आयुष अग्रवाल, अंकित अग्रवाल के साथ पार्टी करके बोधगया से अपनी कार से लौट रहा था। रास्ते में साइड मांगने पर रॉकी यादव ने गया के पुलिस लाइन रोड पर आदित्य को गोली मार दी थी, जहां अस्पताल ले जाते वक्त उसने दम तोड़ दिया था।
11 मई, 2016 को रॉकी को गिरफ्तार कर लिया गया था। इस मामले में रॉकी के साथ टेनी यादव और एमएलसी के बॉडी गार्ड राजेश कुमार को भी अरेस्ट किया गया था. हांलाकि तेनी यादव और राजेश को तो जमानत मिल गई थी, लेकिन रॉकी यादव अभी भी जेल में है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में 11 सितंबर तक फैसला सुनाने का आदेश दिया था।