TRENDING TAGS :
Agniveer Scheme पर केंद्र लेगा बड़ा निर्णय? रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले- जरूरत पड़ी तो बदलाव के लिए तैयार
Agniveer Scheme: मोदी सरकार ने 14 जून 2022 को युवाओं के लिए सशस्त्र बलों में सेवा भर्ती के लिए अग्निवीर भर्ती योजना शुरू की। इसमें 4 साल के लिए उम्मीदवारों का चयन होता है।
Agniveer Recruitment Scheme: लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस सहित इंडी गठबंधन की तमाम पार्टियां अग्निवीर योजना का विरोध करते हुए मोदी सरकार को घेरने का प्रमुख मुद्दा बनाए है। इस बीच, देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि, अगर जरूरत पड़ी तो केंद्र सरकार अग्निवीर भर्ती योजना (Agniveer Recruitment Scheme) में बदलाव के लिए तैयार है। रक्षा मंत्री ने ये बातें एक खबरिया चैनल से बातचीत में कही।
बातचीत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ये भी कहा कि, 'सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि अग्निवीरों का भविष्य सुरक्षित रहे।' न्यूज़ चैनल से बातचीत में राजनाथ सिंह ने कई अन्य विषयों पर भी अपनी बेबाक राय रखी।
'सरकार की कोशिश, युवाओं का भविष्य हो सुरक्षित'
मीडिया चैनल से वार्ता में राजनाथ सिंह ने कहा, 'रक्षा बलों में युवावस्था आवश्यक है। सेना में युवावस्था होनी चाहिए। मुझे लगता है कि युवा अधिक उत्साही होते हैं। उनमें तकनीक को लेकर अधिक प्रेम होता है। हमने इस बात का खास ख्याल रखा है, कि युवाओं का भविष्य सुरक्षित रहे। रक्षा मंत्री ने कहा, आवश्यकता पड़ी तो हम इस योजना में बदलाव भी करेंगे।
जानें क्या है अग्निवीर भर्ती योजना?
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 14 जून, 2022 को युवाओं के लिए सशस्त्र बलों (Armed Forces) में सेवा के लिए भर्ती योजना की शुरुआत की है। इस योजना को 'अग्निपथ' (Agnipath Scheme) नाम दिया गया है। 4 साल की समय अवधि के लिए उम्मीदवारों को अग्निवीर के रूप में मान्यता दी जाएगी। बता दें, अग्निवीर भारतीय सेना (Indian Army) में एक अलग रैंक होगी।
सैन्य कर्मियों की तरह कई लाभ नहीं
अग्निवीर योजना के तहत अग्निवीरों को पेंशन, ग्रेच्युटी, पूर्व सैन्य कर्मी की तरह स्वास्थ्य योजना आदि का लाभ नहीं मिलेगा। सेना में सेवा के दौरान डियरनेस अलायंस (Dearness allowance) एवं मिलिट्री सर्विस पे भी नहीं मिलेगा।
विपक्ष बता रही 'शॉट टर्म' नौकरी
हालांकि, राशन, यूनिफॉर्म, ट्रेवल आदि भत्ते अग्निवीर योजना में भी मिलेंगे। वहीं, दूसरी जगहों पर भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। फिर भी इस स्कीम की लगातार आलोचना हो रही है। विपक्ष का मानना है कि सरकार युवाओं को 'शॉट टर्म' नौकरी दे रही है।