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Agra Cantt: आगरा कैंट बनेगा देश का पहला दिव्यांगजन फ़्रेंड्ली रेलवे स्टेशन, 250 कर्मचारी सीखेंगे मूक भाषा
Agra Cantt Disabled Station: आगरा कैंट बनेगा देश का पहला दिव्यांगजन रेलवे स्टेशन 250 कर्मचारी सीखेंगे मूक भाषा।
Agra Cantt Disabled Station: आगरा कैंट को देश का पहला दिव्यांगजन रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा। नेत्रहीन, पैरो से दिव्यांग, मूक दिव्यांगो लिए रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में सभी उच्च सुविधाएँ उपलब्ध होगी। अब दिव्यांगों के लिए उनकी भाषा और स्टाइल समझने वाले कर्मचारी शामिल होंगे।
आगरा कैंट रेलवे स्टेशन में उपलब्ध सुविधाएँ
नेत्रहीन, पैरो से दिव्यांग, मूक दिव्यांगो के लिए रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में सभी उच्च सुविधाएँ उपलब्ध होगी। नेत्रहीन दिव्यांग़ो के लिए लिपी साइन, व्हील चेयर और ट्रेन में चढ़ने के लिए रैम् की सुविधा उपलब्ध होगी। साथ ही मूल दिव्यांगो की समस्याओं को सुलझाने के लिए सांकेतिक भाषा के जानकार कर्मचारियों की भर्ती करी जाएगी।
व्हील चेयर और पोर्टेबल रैंप मौजूद
पैरो से दिव्यांग यात्रियों के लिए व्हील चेयर की सुविधा उपलब्ध थी। इसके साथ ही पॉर्टबल रैम्प की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस पॉर्टबल रैम्प की मदद से व्हील चेयर द्वारा सभी दिव्यांगजन ट्रेन के कोच में आसानी से चढ़ सकेंगे।
250 रेलकर्मी सीखेंगे सांकेतिक भाषा
आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर तैनात टिकट चेकिंग, बुकिंग और पूछताछ काउंटर पर रेलकर्मियों मूक दिव्यांगजनो की सांकेतिक भाषा सिखायी जाएगी। सभी रैलकर्मियों को सांकेतिक भाषा सिखाने के लिए रेलवे ने उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के सर्वशिक्षा अभियान कोऑर्डिनेटर से बातचीत करी है। रेलवे के कर्मचारियों को सांकेतिक भाषा सिखाने के लिए 25 से 30 ट्रेनर तैयार किए जाएँगे।
क्यूआर कोड को स्कैन कर सभी देख सकेंगे वीडियो
रेलवे के कर्मचारियों के सांकेतिक भाषा सीखने तक रेलवे ने मूक दिव्यांगजनों के लिए विडिओ बनाए गए हैं । इन वीडिओ से मूक दिव्यांगजनों को काफ़ी मदद मिलेगी। आगरा रेल मंडल पीआरो कहती है “जल्द ही रेलवे स्टेशन पर आने वाले दिव्यांगजनों के लिए सभी सुविधाएँ उपलब्ध होगी। आगरा कैंट रेलवे स्टेशन को देश का पहला दिव्यांगजन फ़्रेंड्ली रेलवे स्टेशन बनाने में रेलवे के सभी कर्मचारी प्रयासरत हैं ।”