×

अगस्ता वेस्टलैंड: मिशेल ने कहा- डिस्लेक्सिया से पीड़ित हूं, नोट मेरे नहीं

सऊदी अरब से भारत प्रत्यर्पित किए गए क्रिश्चियन मिशेल ने यूपीए नेताओं और रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों को घूस देने की बात से इंकार किया है। वहीं उसने यह बात स्वीकार की है कि अगस्ता वेस्टलैंड से उसने कंसल्टेंसी फीस ली थी। मिशेल का दावा है कि वो डिस्लेक्सिक से पीड़ित है।

Rishi
Published on: 6 Dec 2018 3:37 AM GMT
अगस्ता वेस्टलैंड: मिशेल ने कहा- डिस्लेक्सिया से पीड़ित हूं, नोट मेरे नहीं
X

नई दिल्ली : सऊदी अरब से भारत प्रत्यर्पित किए गए क्रिश्चियन मिशेल ने यूपीए नेताओं और रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों को घूस देने की बात से इंकार किया है। वहीं उसने यह बात स्वीकार की है कि अगस्ता वेस्टलैंड से उसने कंसल्टेंसी फीस ली थी। मिशेल का दावा है कि वो डिस्लेक्सिक से पीड़ित है।

ये भी देखें : अगस्ता वेस्टलैंड: कोर्ट में पेश किया गया मिशेल, 5 दिन की सीबीआई हिरासत में भेजा

क्या पता चला

मिशेल ने सीबीआई को बताया कि वह लिख नहीं सकता है और जो घूस वाले हाथों से लिखे नोट मिले हैं, उसे यूरोपिय बिचौलिये गुइडो हास्चके ने लिखा है। जो नोट मिले हैं उसमें पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को वीआईपी चॉपर की प्रेरक शक्ति बताया गया है। नोट में मिशेल ने लिखा कि सोनिया के अलावा पीटर हुलेट (अगस्ता वेस्टलैंड के पूर्व भारतीय चीफ) को तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह, रक्षा मंत्री प्रणब मुखर्जी और अहमद पटेल को साधना चाहिए।

ये भी देखें : अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला : पूर्व वायु सेना प्रमुख त्यागी को मिली जमानत

दूसरा नोट में बहुत से लोगों के नाम हैं जिन्हें कथित तौर पर 30 मिलियन यूरो की घूस दी गई है। इसमें पीओएल हेडर के नीचे एफएएम और एपी लिखा हुआ है, जिसे इटली के जांचकार्ताओं का मानना है कि इनका मतलब राजनेताओं से है। मिशेल ने हास्चके पर इन नोट में खुद को आरोपी बनाए जाने का आरोप लगाया है।

नोट्स में जो एफएएम लिखा है उसे माना जा रहा है कि यह एसपी त्यागी के परिवार, उनके कजिन संजीव, राजीव और संदीप हैं। एक सीबीआई अधिकारी का कहना है कि मिशेल अपने ऊपर लगे कथित घूस देने के आरोपों को हास्चके पर इसलिए डाल रहा है ताकि वह नेताओं के साथ अपने लोगों को बचा सके जिनके साथ उसके संपर्क हैं।

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story