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Air Pollution in Delhi: दिवाली से पहले दिल्ली में वायू प्रदूषण का स्तर बढ़ा, आनंद विहार की हालत सबसे खराब
Air Pollution in Delhi: दीपावली से पहले ही राजधानी दिल्ली में वायू प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। शनिवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता काफी खराब दर्ज की गई।
New Delhi: प्रत्येक साल त्योहारी सीजन के शुरू होते ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा जहरीली होने लगती है। इसके पीछे दिवाली (Diwali 2022) में होने वाली आतिशबाजी और हरियाणा-पंजाब के किसानों द्वारा पराली जलाने को जिम्मेदार माना जाता रहा है। लेकिन इस बार दीपावली से पहले ही राजधानी में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। शनिवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता (Delhi air quality) काफी खराब दर्ज की गई। सुबह साढ़े 6 बजे एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक) 262 पर पहुंच गया।
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के मुताबिक, दिल्ली में सबसे खराब एक्यूआई आनंद विहार में 399 और मुंडका में 331 दर्ज किया गया है। तीसरे नंबर पर विश्वविद्यालय 327 का इलाका है। हर साल दिल्ली में अक्टूबर का महीना वायु प्रदूषण के लिहाज से काफी खराब होता है।
पराली जलाना, स्मॉग आदि कई कारणों से ये साल के अंत तक कायम रहता है। तमाम कोशिशों के बावजूद पंजाब में पराली के जलाने पर प्रभावी रोक नहीं लग पाई है। ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले समय में परिस्थितियां और विकट हो सकती हैं और दिल्ली एक गैस चेंबर बन सकता है।
पटाखों पर पूरी तरह पाबंदी
दिल्ली सरकार ने वायू प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए किसी भी तरह के पटाखे इनमें ग्रीन पटाखे भी शामिल हैं, पर सख्त पाबंदी लगा दी है। पटाखों की खरीद-बिक्री, उत्पादन एवं भंडारण करने वालों को 3 साल तक की जेल और 5 हजार रूपये जुर्माने लगाने का प्रावधान किया गया है। ऐसे ही पटाखा फोड़ने वालों को 6 माह की जेल और 200 रूपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट ने भी दिल्ली सरकार के इस फैसले में किसी भी तरह के हस्तक्षेप से इनकार कर दिया है। दिल्ली सरकार 28 अक्टूबर से अगले एक माह तक 'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ' अभियान शुरू करने जा रही है। इस अभियान के तहत लोगों को राजधानी में वाहन प्रदूषण को लेकर जागरूक किया जाएगा।