अजीत डोभाल तीसरी बार बने NSA, पीके मिश्रा बने रहेंगे PM के प्रधान सचिव, 2 पूर्व IAS भी बनाए गए सलाहकार

NSA Ajit Doval: मोदी सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है। अजीत डोभाल को लगातार तीसरी बार देश का NSA नियुक्त किया गया है। साथ ही पीके मिश्रा को भी पीएम के प्रधान सचिव के रूप में एक बार फिर नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही दो पूर्व IAS को पीएम का सलाहकार बनाया गया है।

Aniket Gupta
Published on: 13 Jun 2024 11:52 AM GMT (Updated on: 13 Jun 2024 2:33 PM GMT)
अजीत डोभाल तीसरी बार बने NSA, पीके मिश्रा बने रहेंगे PM के प्रधान सचिव, 2 पूर्व IAS भी बनाए गए सलाहकार
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NSA Ajit Doval: मोदी सरकार 3.0 ने आज एक और बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार में पिछले दस से लगातार NSA के रूप में सेवा दे रहे अजीत डोभाल को एक बार फिर NSA की जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही पीके मिश्रा भी प्रधानमंत्री मोदी के प्रधान सचिव बने रहेंगे। इस संबंध में जारी लेटर में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने अजीत डोभाल की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दी है। इसके साथ ही दो पूर्व IAS अमित खरे और तरुण कपूर को पीएम का सलाहकार बनाया गया है। यह फैसला 10 जून से प्रभावी होगा। NSA डोभाल की नियुक्ति के संबंध में जारी लेटर में आगे कहा गया है कि उनकी नियुक्ति पीएम के कार्यकाल के साथ या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, समाप्त हो जाएगी। कार्यकाल के दौरान उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाएगा। उनकी नियुक्ति की शर्तें और नियम अलग से अधिसूचित किए जाएंगे।

31 मई को समाप्त हुआ कार्यकाल

1968 बैच के केरल कैडर के पूर्व आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल को साल 2019 में कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने 31 मई 2019 को NSA के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दी थी। उनका दूसरा कार्यकाल पांच साल के लिए बढ़ाया गया था। साथ ही उन्हें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मामलों के मंत्री एस जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के समान कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया गया था। उस दौरान भी उनकी नियुक्ति के आदेश को लेकर कहा गया था कि एनएसए अजित डोभाल की नियुक्ति प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ-साथ या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, समाप्त होगी। वहीं उनका कार्यकाल इस साल 31 मई को समाप्त हो रहा था।

सबसे विश्वसनीय अधिकारी होता है NSA

पीएम मोदी ने एक बार फिर अजीत डोभाल पर भरोसा जताते हुए उन्हें तीसरी बार एनएसए पद की जिम्मेदारी दी है। बता दें, यह एक संवैधानिक पद है। साथ ही ऐसा माना जाता है कि प्रधानमंत्री का सबसे विश्वसनीय अधिकारी एनएसए ही होता है। रणनीतिक मामलों के साथ ही आंतरिक सुरक्षा के मामलों में भी वो प्रधानमंत्री की मदद करता है। कब क्या फैसला लेना सही होगा, इसकी वो सलाह देता है। वहीं पीके मिश्रा की बात करें तो उनका पूरा नाम प्रमोद कुमार मिश्रा है। वह गुजरात कैडर के 1972 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। 2001-2004 के दौरान पीके मिश्रा ने नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव के रूप में भी काम किया है, जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे।

Aniket Gupta

Aniket Gupta

Senior Content Writer

Aniket has been associated with the journalism field for the last two years. Graduated from University of Allahabad. Currently working as Senior Content Writer in Newstrack. Aniket has also worked with Rajasthan Patrika. He Has Special interest in politics, education and local crime.

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