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NEET Case: अखिलेश ने सरकार से किए तीखे सवाल, कहा-क्या गारंटी है NEET में दोबारा नहीं होगा घोटाला?

NEET Case: वहीं अखिलेश यादव ने सवाल उठाया है कि इसकी क्या गारंटी है कि आने वाले समय में एनईईटी के साथ-साथ यूपी पुलिस सिपाही भर्ती,भर्ती की दोबार परीक्षा में कोई घपला-घोटाला नहीं होगा?

Ashish Kumar Pandey
Published on: 17 Jun 2024 11:42 AM GMT
Social- Media- Photo
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NEET Case: NEET परीक्षा परिणाम को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। छात्र सड़कों पर उतर आए हैं। वहीं परीक्षा में पेपर लीक समेत कई खामियों के आरोप लग रहे हैं। यह पहली बार नहीं है जब ऐसे आरोप लग रहे हैं।विभिन्न परीक्षाओं का पेपर लीक होना, परीक्षा में सेंटर से लेकर सॉल्वर तक की धांधली होना, परीक्षा करानेवाली एजेंसी का काम शक़ के दायरे में आना, रिज़ल्ट में ग्रेस मॉर्क्स की हेराफेरी होना, मनचाहे सेंटर मिलना, एक ही सेंटर से कई कैंडिडेट का सेलेक्ट होना और 100 प्रतिशत तक अंक आना यह केवल एग्ज़ाम मैनेजमेंट की समस्या नहीं है। इससे बढ़कर है ये छात्रों और अभिभावकों के लिए किसी मानसिक त्रासदी से कम नहीं है। जिससे न केवल परीक्षा देने वाले युवा बल्कि उनके माता-पिता भी ग्रसित हो रहे हैं।

वहीं नीट पेपर लीक मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार को घेरते हुए तीखे सवाल किए हैं। एनईईटी परीक्षा परिणाम धांधली मामले में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) पर सवाल उठ रहे हैं। देशभर के हजारों छात्रों ने नीट रिजल्ट में न्याय को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। वहीं कई राज्यों में छात्र एनटीए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। NEET परीक्षा परिणाम में अनियमितताओं को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार पर निशाना साध रहा है।


यूपी पुलिस भर्ती, NEET और ARO री-एग्जाम की गारंटी कौन लेगा

अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल उठाया है कि इसकी क्या गारंटी है कि आने वाले समय में नीट के साथ-साथ यूपी पुलिस सिपाही भर्ती, असिस्टेंट रिव्यू ऑफिसर (एआरओ) भर्ती की दोबारा परीक्षा में कोई घपला-घोटाला नहीं होगा?उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या गारंटी है कि दोबारा परीक्षा के दौरान इस तरह की गड़बड़ियां फिर से नहीं होंगी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउट ’एक्स’ पर एक पोस्ट किया है, जिसमें लिखा, ’अगर पुलिस भर्ती, एआरओ, नीट जैसी धांधली की शिकार अन्य परीक्षाएं रद्द होकर दोबारा होती भी हैं तो इस बात की गारंटी कौन लेगा कि अगली बार परीक्षा आयोजित किये जाने पर ऐसा कुछ भी घपला-घोटाला नहीं होगा। जब सरकार वही है और उसकी व्यवस्था भी वही है तो ये सब धांधलियां कहीं फिर से सरकार संरक्षित परीक्षा माफ़ियाओं के लिए पैसा कमाने का ज़रिया न बन जाएं।


इस संकट को एक मनोवैज्ञानिक दृष्टि से भी देखना चाहिए

अखिलेश यादव ने NEET परीक्षा धांधली से युवाओं और उनके माता-पिता की चुनौतियों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार को इस संकट को एक मनोवैज्ञानिक दृष्टि से भी देखना चाहिए। उन्होंने अपने पोस्ट में आगे लिखा, युवा मानस वैसे ही बहुत नाज़ुक होता है, ऐसे में उनको संभालना माता-पिता के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती होता है। ऐसी घटनाओं से हताश-निराश होकर, जब माता-पिता ख़ुद व्यवस्था पर भरोसा खो देते हैं और उन्हें अपने बच्चों का भविष्य अंधकारमय दिखने लगता है तो भला वो क्या अपने बच्चों का सहारा बनेंगे। इसीलिए सरकार इस संकट को एक मनोवैज्ञानिक दृष्टि से भी देखे और कम-से-कम युवाओं के मामलों को अपने चौतरफ़ा भ्रष्टाचार से मुक्त रखे। ये देश के भविष्य का सवाल है।


सुप्रीम कोर्ट 8 जुलाई को करेगा सुनवाई

बता दें कि एनटीए ने 1563 छात्रों के ग्रेस मार्क्स रद्द करके री-एग्जाम कराने का फैसला लिया है। पेपर लीक और सीबीआई जांच मामले में सुप्रीम कोर्ट 8 जुलाई को सुनवाई करेगा। वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने फरवरी 2024 में पेपर लीक के चलते रद्द हुई यूपी पुलिस सिपाही भर्ती और एआरओ भर्ती परीक्षा 6 महीने के अंदर फिर से कराने का आश्वासन दिया था। यह परीक्षा कब होगी इस पर भी लोग सवाल कर रहे हैं।

Shalini Rai

Shalini Rai

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